एक साथ बेहतरनमूना
विश्वासयोग्य व्यक्ति कैसे बने?
विश्वास ही एक मात्र ऐसा भावनात्मक जोड़ है जो हमको हमारे मित्रों से, परिवार,और हमारी छोटी मण्डली से हमको बाँधे रखता हैं। और बिना विश्वास के आप कभी भी परमेश्वर के साथ वैसा गहरा रिश्ता कायम नहीं रख सकते जैसा वह चाहते हैं I बिना विश्वास के सामूहिक कार्य करना असंभव हैं।
नीतिवचन 20:6 में लिखा है, लोग अपनी विश्वास योग्यता का बहुत ढोल पीटते हैं, किन्तु विश्वाशनीय जन किसको मिल पाता हैI हजारों वर्षों पूर्व ही ये बात लिख दी गयी थी, फिर भी हम आज तक इसी दुविधा में रहते हैं, कि किस पर भरोसा रखे? कैसे एक विश्वासयोग्य व्यक्ति को ढूंढे? सबसे महत्वपूर्ण बात, कि कैसे करके आप एक विश्वासयोग्य व्यक्ति बने ताकि लोग आप पर भरोसा कर सकें?
1- आप एकरूप होकर ही भरोसा प्राप्त कर सकते हैं। बाईबिल बताती है लूका के 1 6:1 0 में जो थोड़े से थोड़े में विश्वासी है, वह बहुत में भी विश्वासयोग्य हैं I आज हर कोई परमेश्वर की सेवा प्रत्यक्ष और शानदार रीति से करना चाहता हैं I लेकिन परमेश्वर कहते हैं आप भरोसा बनाये छोटी से छोटी बात पर विश्वासयोग्य बने रहने के द्वारा I ये ना सोचें कि कोई आप को नहीं देख रहा है, लेकिन जान ले, परमेश्वर आपको देख रहें हैंI वह देखते हैं कि आप क्या कर रहें हैं, और कहते हैं अगर आप छोटी से छोटी वस्तुओं में विश्वासयोग्य रहेंगे तो वह आपको अधिक और बढ़ा उत्तरदायित्व देगें I
. 2- आप गोपनीय रहने के द्वारा भी लोगोंं का विश्वास प्राप्त कर सकते हैं। जब आप बातों को गुप्त रखते हैं तब लोग आप पर भरोसा करने लगते हैं। सेड़लबेक कलीसिया जो हमारी एक छोटी मण्डली है, उसके कुछ नियमों में से एक़ नियम ये भी है कि जो कुछ भी इस मण्डली के लोगों के मध्य बोला जाता है वह मण्डली के लोगों के मध्य ही रहता है। आपकी संगति के लोग आप पर भरोसा रखते हैं कि जो कुछ भी उन्होंनें आप से कहा है आप उस बात को अपने तक ही सीमित रखेंगे I नितिवचन 1 1:13 में लिखा है, जो चतुरायी करता फिरता है, वह भेद प्रकट करता है, किन्तु विश्वासी जन भेद को छिपाता है।
3- आप लोगों का विश्वास प्राप्त सकते हैं उनके साथ घनिष्ठता बढ़ाकर भीI आपको उनका भरोसा पाने के लिए उनके साथ समय बिताना ही होगा I बाईबिल बताती है (नीतिवचन 17:17 MSG वर्शन में) मित्र तो सदा- सर्वदा प्रेम करता है और परिवार के लोग हर समस्या में साथ बनें रहते हैं। और ये बात सामीप्य (निकटता)की और संकेत देती है I परन्तु दूरी रखने से अविश्वास उत्पन्न होता है I आप जिनको जानते तक नहीं उन पर आप विश्वास कैसे कर लेंगे। अगर आप चाहते है कि लोग आप पर विश्वास करें, तो आपको उन के साथ समय बिताना ही होगा। समय के साथ ही विश्वास उत्पन्न होता है।
पवित्र शास्त्र
इस योजना के बारें में
आप बिना किसी मदद के वो नहीं बन सकते जो परमेश्वर आपसे चाहता है की आप बनें और ना ही इसके बिना आप इस ग्रह पर अपने उद्देश्य को पूरा कर सकते हैं. हमें एक दुसरे की ज़रुरत है और हम मसीह में एक दुसरे से सम्बन्ध रखते हैं. इस श्रृंखला में पास्टर रिक बताते हैं की दुसरे लोगों के साथ अपने संबंधो को जीवंत कैसे रखें.
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