एक साथ बेहतरनमूना

Better Together

दिन 20 का 24

उदारता और समाज के बीच सम्बन्ध

जब हम एक-दूसरे के प्रति उदार होते हैं, हम एक-दूसरे के और समीप आ जाते हैं, और इससे समाज का निर्माण होता है।

मेरे चर्च में से किसी ने मुझे चिट्ठी लिखी जो इस प्रकार से है: "मेरे पड़ोसी ने मुझसे पूछा कि क्या वह मेरी सीढ़ी उधार ले सकता है, और मैंने कहा बिल्कुल ले सकते हैं। बाद में मुझे पता चला कि उसके पास पहले से ही उसकी खुद की सीढ़ी थी। उसे मेरी सीढ़ी उधार लेने की ज़रुरत नहीं थी; हमारे बीच रिश्ता बनाने के लिए ही उसने ऐसा तरीका अपनाया था। जब उसने मेरा सामान उधार लिया, तब मुझे ऐसा लगा कि जैसे उसे मेरी ज़रुरत थी, और मुझे यह एहसास अच्छा लगा। मेरे अन्य पड़ोसी के साथ इसी तरह की बात कैसे करना है, मैंने अब सीख लिया है। एक अन्य पड़ोसी के पास एक बड़ी सफ़ाई करने की मशीन है(वैक्यूम क्लीनर), और मेरे बेटे के साथ मिलकर कार की सफ़ाई करने के लिए मैं प्रत्येक शुक्रवार की रात को उससे यह मशीन उधार लेता हूँ। असल में, अब तो रॉजर उसे स्वयं की बाहर रख देता है। मैंने हाल ही में रॉजर को बताया कि ऐसी बड़ी मशीन अब मैं भी खरीद सकता हूँ, लेकिन ऐसे उधार लेने के द्वारा जो बातचीत होती है, वह मुझे अच्छी लगती है। रॉजर ने मुझसे कहा कृपा करके अपने लिए ऐसी मशीन ना खरीदें। उदारता और समाज के बीच के रिश्ते को देखना उसने सीख लिया था।"

मत्ती रचित सुसमाचार 6:21 में बाइबिल बताती है, "क्योंकि जहाँ तेरा धन है वहां तेरा मन भी लगा रहेगा।" दूसरे शब्दों में, आप अपना समय, धन, और ऊर्जा को जिसमे भी खर्च करोगे, वही आपको आकर्षित करेगा। और इसलिए जब कभी भी मैं किसी गरीब या किसी और के प्रति उदार होता हूँ, मेरा ह्रदय यक़ीनन उसी ओर खिचता है। हर बार जब भी मैं परमेश्वर को देता हूँ, यह मेरे ह्रदय को परमेश्वर के और नज़दीक ले जाता है। और हर बार जब भी मैं आपको देता हूँ, यह मेरे ह्रदय को आपके नज़दीक ले जाता है।

प्रथम शताब्दी के मसीह अपनी उदारता के लिए बहुत चर्चित थे। प्रेरितों के काम 4:32 हमें बताती है, "और विश्वास करनेवालों की मण्डली एक चित्त और एक मन की थी, यहाँ तक कि कोई भी अपनी संपत्ति अपनी नहीं कहता था, परन्तु सब कुछ सांझे का था।" वो एक परिवार के रूप में थे। उनकी आपस में सांझेदारी स्वैच्छिक थी। वह साम्यवाद नहीं था। साम्यवाद कहता है, "आपका जो कुछ भी है वह मेरा है, और मैं वो सं ले रहा हूँ।" मसीहत कहती है, "जो कुछ मेरा है, सब आपका है, और आप इसे मेरे साथ साँझा कर सकते हैं।"

अभिभावक होने के नाते, क्या आप आनंदित होते हैं जब आपके बच्चे आपस में चीजों को साँझा करते हैं? निश्चय ही आप होते होंगे। साँझा कैसे करते हैं, जीवन के प्राथमिक/मुख्य पाठों में से एक पाठ इस बात को सीखना है। जब आप देखते हो कि आपके बच्चे निःस्वार्थ बन रहे हैं, तो आप इस बात के लिए बहुत आनंदित होते हो।

परमेश्वर का भी यही तरीका है! जब परमेश्वर ऊपर से नीचे हमें देखते हैं, और हमें एक-दूसरे के प्रति उदार पाते हैं , तो इस तरह से बोलते हैं, "वो मेरा बेटा है! वो मेरी बेटी है! जो मैं चाहता हूँ, ये लोग वही कर रहें हैं, "क्योंकि परमेश्वर उदार हैं, और वो चाहतें हैं कि हम उनके जैसे बने। उदारता समाज का निर्माण करती है।

पास्टर रिक द्वारा आज के श्रव्य/ऑडियो शिक्षा को सुनें>>

पवित्र शास्त्र

दिन 19दिन 21

इस योजना के बारें में

Better Together

आप बिना किसी मदद के वो नहीं बन सकते जो परमेश्वर आपसे चाहता है की आप बनें और ना ही इसके बिना आप इस ग्रह पर अपने उद्देश्य को पूरा कर सकते हैं. हमें एक दुसरे की ज़रुरत है और हम मसीह में एक दुसरे से सम्बन्ध रखते हैं. इस श्रृंखला में पास्टर रिक बताते हैं की दुसरे लोगों के साथ अपने संबंधो को जीवंत कैसे रखें.

More

यह डिवोशनल रिक वॉरेन द्वारा © 2015 प्रकाशनाधिकृत है। सर्वाधिकार सुरक्षित। अनुमति द्वारा प्रयुक्त। अधिक जानकारी के लिए, कृपया यहां देखें: www.rickwarren.org