परमेश्वर की सामर्थ और उपस्थिति का अनुभव करना नमूना
जब आपका सौदा पक्का न हुआ हो
आसाप ने सोचा कि उससे की गयी प्रतिज्ञाएं सच्ची नहीं हैं। अन्याय ने उसको पूरी तरह से उजाड़ दिया था। जब उसके अनुभव और परमेश्वर द्वारा की गयी प्रतिज्ञाएं आपस में मेल नहीं खा रहीं थी, तब इस प्रभु का भय मानने वाले जन ने अपने हृदय को परमेश्वर के सम्मुख में उण्डेल दिेया। उसके जीवन के अनुभव और प्रकाशन हमारे लिए इस अविश्वसनीय भजन में दिेये गये हैं।
आसाप के द्वारा प्रगट किये गये विचार हमारे लिए एक उदाहरण है। जिस भी तरीके का अन्याय आपके साथ हुआ हो, आप उन घटनाओं को अपने दिमाग में रखकर इस भजन को पढ़ें। जब भी कभी आपको लगे कि आपके साथ अन्याय हो रहा है, तो आप उसका अनुसरण कर सकते है। आप भी उन कदमों को उठाएं जिन्हें उसने उठायाः (1) अपने मन की बातों को परमेश्वर को बता दें। (2) बहुत सावधानी के साथ अपना चुनाव करें (3) एक बड़ी तस्वीर को देखें (4) और अपने रिश्ते को फिर से उसके साथ दृढ़ कर लें।
इन्हीं शिक्षाओं के कारण आसाप के जीवन में एक परिवर्तन आया और जिसका जिक्र इस भजन में दिया गया है (पद 16-17)। जब हम उसके “पवित्र स्थान” में जाकर उसकी सच्चाई के प्रकाश में खड़े हो जाते हैं, तो हम सारी चीजों को एक अनन्त दृष्टिकोण से देखने लगते हैं। आसाप अपने जीवन में लगभग हार मानने के कगार पर खड़ा हुआ था- “उसके पावं लगभग फिसलने वाले थे।” ( पद 2)। क्योंकि वह उस समय पर केवल अपनी ही परिस्थितियों को नहीं देख पा रहा था। वह यह सोचने लगा था कि अपने हृदय को पवित्र रखने और परमेश्वर के पीछे हो लेने से कोई लाभ नहीं है। लेकिन अगले तरीके से देखने के लिए उसे परमेश्वर की उपस्थिति को महसूस करना बहुत ज़रूरी था। जब हम अपने जीवन के उबड़ खाबड़ मार्गो पर ध्यान देने लगते हैं तो हमें स्पष्ट नज़र नहीं आता है। लेकिन जब हम एक कदम पीछे हटाकर परमेश्वर को हमें बड़ी तस्वीर दिखाने की अनुमति प्रदान करते हैं तो हमें मालूम पड़ता है कि अनन्तता के प्रकाश में ये परेशानियां केवल क्षण भर की ही होती हैं। लेकिन जब हम अपने आप को अन्तिम परिणाम वाले स्थान में रखकर पीछे मुड़कर देखते हैं तो हमें पता चलता है कि ” इस समय के दुःख और क्लेश उस महिमा के सामने, जो हम पर प्रगट होने वाली हैं, कुछ भी नहीं हैं।“ (रोमियों 8:18)।
परमेश्वर आपके जीवन की अपरिपक्व बातों को लेकर आपके चरित्र का निर्माण करेगा, जीवन का परिवर्तित करेगा और आपको एक मज़बूत गवाही प्रदान करेगा और एक बड़े उद्देश्य को पूरा करेगा। लेकिन आपको वहीं पर डटे रहकर यह विश्वास करना होगा कि परमेश्वर अन्त में अच्छा परिणाम प्रदान करेगा। आपकी समझ से परे परिस्थितियों को दृढ़ता से सामना करने का एकमात्र तरीका यह है कि आप अपने ध्यान को परिस्थियों से हटा लें और पुनः बड़ी तस्वीर पर लगा दें। परमेश्वर ने हम से यह वायदा किया है कि सारी बातें मिलकर हमारे लिए भलाई उत्पन्न करेंगी (रोमियों 8:28)। अन्त में आपको पता चलता है कि आपका कच्चा सौदा वास्तव में एक अच्छा सौदा साबित हुआ है।
पवित्र शास्त्र
इस योजना के बारें में
आपको चोट लगने पर ,परमेश्वर कहाँ होते हैं ? समस्याओं में,उसे कैसे महसूस कर सकते हैं? वह दुविधाओं और भय को कैसे स्पष्टता और शान्ति में बदल देता है ? अनेकों भजन क्लेशों से प्रारंभ होकर परमेश्वर की उपस्तिथि और सामर्थ्य पे समाप्त होते हैं। उनकी शिक्षाओं को सीखने और पालन करने से, हमारी गवाही भी उनके समान हो जाती है। हम गहन आवश्यकताओं में परमेश्वर को पा सकते हैं।
More
हम इस योजना को प्रदान करने के लिए एज पर लिविंग को धन्यवाद देना चाहते हैं। अधिक जानकारी के लिये कृपया यहां देखें: https://livingontheedge.org/