परमेश्वर की सामर्थ और उपस्थिति का अनुभव करना नमूना
जब आप भय की जकड़ में होते हैं
मेरी बाइबल में भजन 46 के आगे खाली स्थानों पर हरे रंग में एक टिप्पणी लिखी हुई है: “ड्यूक चिकित्सा केन्द्र, 2/19/92. (माँ की मृत्यु।)” मुझे इसे लिखने का समय स्मरण है, और मुझे स्मरण है कि कितनी आतुरता से मैंने स्वयं को इस भजन के पदों में मगन कर लिया था। मैं चाहता था कि परमेश्वर मेरा शरणस्थान और मेरा बल, और संकट में सदा-उपस्थित सहायता बन जाए। मुझे भय की जकड़ से स्वतंत्र होने की आवश्यकता थी।
तूफान के बीच प्रचंड हवाओं में हिलोरे मारते हुए एक समुद्र की कल्पना कीजिए, जिसका जल बड़ा शोर कर रहा है और फेन उठा रहा है। मैंने ऐसा ही महसूस किया था, और अपनी उथल-पुथल में भजनकार इसी तस्वीर को हमें प्रदान करता है। यह एक खतरनाक और बलशाली परिस्थिति है, और उसकी मंशा परमेश्वर की ओर अपने शरणस्थान के रूप में चले जाने की है। ऐसे उतार-चढ़ाव भरे समय में भी परमेश्वर वहीं हमारे साथ है।
यह भजन उन तीन तरीकों को प्रकट करता है जिनके द्वारा परमेश्वर हमारे जीवन के तूफानों में हमारी सहायता करना चाहता है: (1) हमें चारों ओर से घेरे हुई बाहरी शक्तियों से वह हमारा शरणस्थान और हमारी सुरक्षा है। वह हमेशा ही इन शक्तियों को हटाता नहीं है, परन्तु वह अपनी बाँहों को हमारे चारों ओर लपेटता है और किसी भी गढ़ या आश्रय से बढ़ कर हमारा शरणस्थान बनता है। (2) वह हमारा बल है—सामने आई परिस्थिति का सामना करने हेतु एक आंतरिक शक्ति। वह अपने बल को आने वाले कल के लिए बचाकर नहीं रखता है; वह हमें आज ही के लिए अनुग्रह प्रदान करता है। आने वाले कल के लिए वह इसे कल में ही प्रदान करेगा। जिस अनुग्रह की हमें आवश्यकता होती है वह उसे प्रतिदिन प्रदान करता है। (3) वह संकट में अति सहज से मिलने वाली सहायता है। इससे कोई फरक नहीं पड़ता कि हमारी परिस्थितियाँ कितनी अनापेक्षित और अपरिहार्य हैं, वह सर्वदा सुसज्जित रूप से उपलब्ध है।
सारे ही सुसमाचार हमें इस सर्वदा-उपस्थित, आश्रयपूर्ण, और बल प्रदान करने वाले परमेश्वर की एक अद्भुत तस्वीर को प्रदान करते हैं। गलील की झील में चेलों के सम्मुख में एक प्रचंड आँधी आई, तो वे डर गए थे। उन्होंने यीशु को जगाया—और उसने आँधी को शान्त किया। वह अपने बल और सुरक्षा को प्रदान करते हुए वहाँ नाव में ही उनके साथ था—जिस प्रकार से वर्तमान समय में वह हमारे साथ है।
परमेश्वर चाहता है कि आप जान लें कि वह आपके लिए उपलब्ध है। वह आपकी तरफ है। वह आपके उलझ जाने की प्रतीक्षा इसलिए नहीं कर रहा है ताकि वह आपको सही कर सके। वह आपके लिए यहाँ पर है, भले ही आप भय से जकड़े हुए हों—चाहें आप कैसी भी परिस्थिति का सामना करें वह आपकी एकमात्र सच्ची सुरक्षा है।
पवित्र शास्त्र
इस योजना के बारें में
आपको चोट लगने पर ,परमेश्वर कहाँ होते हैं ? समस्याओं में,उसे कैसे महसूस कर सकते हैं? वह दुविधाओं और भय को कैसे स्पष्टता और शान्ति में बदल देता है ? अनेकों भजन क्लेशों से प्रारंभ होकर परमेश्वर की उपस्तिथि और सामर्थ्य पे समाप्त होते हैं। उनकी शिक्षाओं को सीखने और पालन करने से, हमारी गवाही भी उनके समान हो जाती है। हम गहन आवश्यकताओं में परमेश्वर को पा सकते हैं।
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हम इस योजना को प्रदान करने के लिए एज पर लिविंग को धन्यवाद देना चाहते हैं। अधिक जानकारी के लिये कृपया यहां देखें: https://livingontheedge.org/