फ्राँसिस चैन के साथ अत्यंत उत्साहपूर्ण प्रेमनमूना

Crazy Love With Francis Chan

दिन 3 का 7

“सनकी प्रेम ”

अगर आपने चर्च में कुछ समय बिताया हो, तो आपने किसी न किसी रूप में ये व्याख्यान सुना होगा की परमेश्वर हमसे प्रेम करता है । मेरे लिए एक ही समस्या थी, कि ये अव्यक्त रूप से सच नहीं लगा बल्कि ये एक अवधारणा थी जिसके बारे में मुझे सिखाया गया था, सालों से परमेश्वर का प्रेम मेरे दिमाग में था, “परमेश्वर कैसा है ” इस प्रश्न का जवाब भी मैं सही देता आया, पर कभी अपने ह्रदय से इसे पूरी तरह समझ नहीं पाया।

मुझे नहीं लगता मैं अकेला हूँ जिसे परमेश्वर का प्रेम समझ नहीं आया। हम में से ज़्यादातर लोगों को किसी न किसी हद तक, हमारे प्रति परमेश्वर के पूर्ण और असीमित प्रेम को समझने में कठिनाई होती है। सौभाग्य से, मेरे और परमेश्वर के प्रेम में एक महत्वपूर्ण मोड़ तब आया जब मैं खुद पिता बना। जब मेरी सबसे बड़ी बेटी का जन्म हुआ, तब मैंने देखना शुरू किया की मेरी परमेश्वर के प्रेम की अवधारणा कितनी गलत थी। जैसा मेरा मानना था कि परमेश्वर हमारे लिए कैसा महसूस करतें हैं, बिलकुल वैसे ही अनुभवों का स्वाद चखने का मौका मुझे पहली बार मिला था। मैं अक्सर अपनी बेटी के बारे में सोचता था। जब वो रात को सोती थी, तब मैं उसके लिए प्रार्थना किया करता था। जो कोई जान-पहचान वाला मिलता, मैं सबको उसकी फोटो दिखाया करता था। मैं उसको पूरा संसार देना चाहता था।

मेरे बच्चों के लिए मेरी चाहत और मेरा अपना प्रेम इतना अधिक था कि उसने मेरी आँखें खोल दीं और एहसास कराया कि परमेश्वर हमसे कितना अधिक प्रेम करतें और हमें चाहतें हैं। मेरे प्रति मेरी बेटी के प्रेम के भाव/अभिव्यक्तियाँ और मेरे साथ रहने की उसकी चाहत, सबसे अद्भुत बात थी। बच्चों द्वारा बहुत अधिक और सच्चे प्रेम को पाना, इसकी तुलना किसी भी वस्तु से नहीं की जा सकती।

इस अनुभव के माध्यम से, मुझे यह समझ में आया कि, मेरे बच्चों के लिए मेरी चाहत, परमेश्वर के उस महान प्रेम की धीमी आवाज़ है, जो मेरे और उन सभी लोगों के लिए है, जिन्हें उसने बनाया है। दुःख होता है कि मैं तो केवल एक सांसारिक तथा पापी पिता हूँ, और मैं अपने बच्चों से बहुत अधिक प्रेम करता हूँ। मैं एक ऐसे स्वर्गीय तथा सिद्ध पिता पर कैसे विशवास नहीं कर पाया, जो मुझे असीम प्रेम करता है, इतना अधिक प्रेम कि शायद मैं कभी अपने बच्चों से भी ना कर पाऊं?

क्या आप विश्वास करतें हैं कि परमेश्वर का यह महान प्रेम व्यक्तिगत रीति से आपके लिए है? इस ज्ञान को अपने मस्तिष्क से लेकर अपने ह्रदय तक लेकर जाने के लिए आप क्या करेंगें?

और अन्त में, इस वीडिओ को देखें तथा जिन बिन्दुओं पर इसमें चर्चा हुई है, उन पर थोड़ा ग़ौर करें:

दिन 2दिन 4

इस योजना के बारें में

Crazy Love With Francis Chan

फ्राँसिस चैन की न्यूयॉर्क टाइम्स की बहुचर्चित पुस्तक "क्रेज़ी लव" में से लिया गया है, जिसमें उन्होंने, हमारे प्रति परमेश्वर के अद्भुत उत्साहपूर्ण प्रेम की, तथा ऐसे प्रेम के लिए हमारी उपयुक्त प्रतिक्रिया कैसी होनी चाहिए, इन बातों का गहराई से गहन शोध किया है। परन्तु वे वहाँ नहीं रुके, बल्कि हमें परमेश्वर की महानता पर विचार करने, तथा उसकी अनंतकाल की महिमा और यहाँ पृथ्वी पर हमारे अस्थाई जीवन के बीच के उस बड़े अन्तर पर विचार करने की चुनौतियों को दे रहें हैं।

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यह योजना उपलब्ध कराने के लिए, हम डेविड सी कुक का धन्यवाद करना चाहतें हैं। और अधिक जानकारी के लिए, कृप्या http://www.dccpromo.com/crazy_love/ पर जाएँ।