यीशु मसीह के दृष्टांतनमूना
![The Parables of Jesus](/_next/image?url=https%3A%2F%2Fimageproxy.youversionapi.com%2Fhttps%3A%2F%2Fs3.amazonaws.com%2Fyvplans%2F603%2F1280x720.jpg&w=3840&q=75)
भटका हुआ पुत्र
यह शायद सबसे प्रसिद्ध दृष्टांत है। सामान्य रूप से इसे उड़ाऊ पुत्र के नाम से जाना जाता है और यह दो भाइयों की कहानी बताता है जो अपने पिता को प्रसन्न करने व उनका अनुमोदन प्राप्त करने का प्रयास कर रहे हैं।
उड़ाऊ पुत्र अपनी मीरास को लेकर उसे मूर्खतापूर्ण ढंग से शीघ्र ही खर्च देता है। फिर उसे एहसास होता है कि उसने अपने पिता को ठेस पहुंचाया है तथा उसे अपने जीवन की अत्यंत घृणित अवस्था के विषय में भी बोध होता है। वह अपने पिता के पास लौटने का प्रयास करता है ताकि अपने कामों के द्वारा उनकी दृष्टि के अनुग्रह पा सके। परंतु ऐसे किसी प्रयत्न का अवसर उसे नहीं मिलता क्योंकि पिता उससे प्रेम करता है और इससे पहले कि वह एक दिन भी उसके लिए काम करता वह उसे स्वीकार लेता है।
उड़ाऊ शब्द का अर्थ है लापरवाही बरतने वाला खर्चीला व्यक्ति, यह शीर्षक इस पुत्र को उसके अपनी मीरास को लापरवाही से खर्चने के कारण दिया गया है। लिहाज़ा, वास्तव में कहानी में असली उड़ाऊ व्यक्ति पिता है, क्योंकि वह अपने प्रेम, क्षमा व संपत्ति को अपने पुत्र के लौटने पर बिना परवाह किए लुटा देता है।
जेठा भाई अक्सर कहानी में भुला दिया जाता है परंतु श्रोताओं, अर्थात फरीसियों के लिए, जो पहले पद से सुन रहे हैं, वह बड़ा दिलचस्प था। वे जानते थे कि जेठा भाई, जिसे लगता था कि उसे अपने भाई से अधिक अनुमोदन दिया जाना चाहिए, कहानी में उनकी अवस्था को दर्शाता है। परंतु जेठा भाई प्रेम पाने के लिए प्रदर्शन प्रस्तुत कर रहा था जिससे की वह आशीष पाए, प्रेम के कारण पिता को आशीष पहुंचाने की चाहत से नहीं। इस कहानी में हम कनिष्ठ भाई की वापसी व पिता से मेल मिलाप को देखते हैं, परंतु जेठा भाई जिसने सबसे अधिक अपने कर्मो पर भरोसा रखा, उसका अंत अनिर्णीत रह जाता है।
यह शायद सबसे प्रसिद्ध दृष्टांत है। सामान्य रूप से इसे उड़ाऊ पुत्र के नाम से जाना जाता है और यह दो भाइयों की कहानी बताता है जो अपने पिता को प्रसन्न करने व उनका अनुमोदन प्राप्त करने का प्रयास कर रहे हैं।
उड़ाऊ पुत्र अपनी मीरास को लेकर उसे मूर्खतापूर्ण ढंग से शीघ्र ही खर्च देता है। फिर उसे एहसास होता है कि उसने अपने पिता को ठेस पहुंचाया है तथा उसे अपने जीवन की अत्यंत घृणित अवस्था के विषय में भी बोध होता है। वह अपने पिता के पास लौटने का प्रयास करता है ताकि अपने कामों के द्वारा उनकी दृष्टि के अनुग्रह पा सके। परंतु ऐसे किसी प्रयत्न का अवसर उसे नहीं मिलता क्योंकि पिता उससे प्रेम करता है और इससे पहले कि वह एक दिन भी उसके लिए काम करता वह उसे स्वीकार लेता है।
उड़ाऊ शब्द का अर्थ है लापरवाही बरतने वाला खर्चीला व्यक्ति, यह शीर्षक इस पुत्र को उसके अपनी मीरास को लापरवाही से खर्चने के कारण दिया गया है। लिहाज़ा, वास्तव में कहानी में असली उड़ाऊ व्यक्ति पिता है, क्योंकि वह अपने प्रेम, क्षमा व संपत्ति को अपने पुत्र के लौटने पर बिना परवाह किए लुटा देता है।
जेठा भाई अक्सर कहानी में भुला दिया जाता है परंतु श्रोताओं, अर्थात फरीसियों के लिए, जो पहले पद से सुन रहे हैं, वह बड़ा दिलचस्प था। वे जानते थे कि जेठा भाई, जिसे लगता था कि उसे अपने भाई से अधिक अनुमोदन दिया जाना चाहिए, कहानी में उनकी अवस्था को दर्शाता है। परंतु जेठा भाई प्रेम पाने के लिए प्रदर्शन प्रस्तुत कर रहा था जिससे की वह आशीष पाए, प्रेम के कारण पिता को आशीष पहुंचाने की चाहत से नहीं। इस कहानी में हम कनिष्ठ भाई की वापसी व पिता से मेल मिलाप को देखते हैं, परंतु जेठा भाई जिसने सबसे अधिक अपने कर्मो पर भरोसा रखा, उसका अंत अनिर्णीत रह जाता है।
पवित्र शास्त्र
इस योजना के बारें में
![The Parables of Jesus](/_next/image?url=https%3A%2F%2Fimageproxy.youversionapi.com%2Fhttps%3A%2F%2Fs3.amazonaws.com%2Fyvplans%2F603%2F1280x720.jpg&w=3840&q=75)
यह पाठ योजना आपको यीशु द्वारा सुनाये दृष्टांतों में से लेकर जायेगी, जिससे आप यह जान सकोगे कि उसके कुछ महान उपदेश आपके लिए कितना महत्त्व रखतें हैं! बहुत से दिनों की यह पठन योजना पाठकों को चिंतन-मनन करने का समय देती है और उन्हें वर्तमान से जोड़े रहती है और उन्हें यीशु के प्रेम तथा सामर्थ के द्वारा उत्साहित करती है!
More
We would like to thank Trinity New Life Church for this plan. For more information, please visit: http://www.trinitynewlife.com/