यीशु मसीह के दृष्टांतनमूना
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दो पुत्र, केवल एक ही आज्ञाकारी
यहाँ हमारे पास एक छोटा और संक्षिप्त दृष्टांत है जो हमें इस बात को सुनिश्चित करने की चुनौती देता है कि हमारे शब्द और इरादे हमारे कामों से मेल खाने चाहिए। मसीही होने के नाते, कई बार हमारे जीवन में हम सार्वजनिक स्थानों पर तो सही शब्द इस्तेमाल करतें हैं लेकिन निजी स्थान पर उन शब्दों का अपने जीवन में पालन नहीं करते।
एक मसीह जीवन केवल हमारे शब्दों में, केवल हमारे दिमाग में, सिर्फ़ हमारे ह्रदय में, या केवल हमारे कामों में ही नहीं होता। यह इन सबको एक होकर सीखने, आज्ञा मानने और दूसरों को यीशु के बारे में एक साथ मिलकर सिखाने में पाया जाता है।
यदि आपके अंतर्मन के इरादे और बाहरी मन के काम एक दूसरे से मेल नहीं खाते, तो "कोई भी सिद्ध नहीं है", "मैं सिद्ध नहीं हूँ, बस माफ कर दिया गया हूँ", और इन सब बातों में सबसे ऊँची बात "केवल परमेश्वर ही मेरा न्याय कर सकतें हैं!" इसके बदले, अपने अहंकार से पश्चाताप करें, अनुग्रह और दया के लिए रोयें कि परमेश्वर आपको बदल दें, और स्वयं को उसका चेला बनने की अनुमति दें जिससे आपका अंतर्मन और बाहरी मन दोनों के ही द्वारा परमेश्वर को महिमा मिले।
यहाँ हमारे पास एक छोटा और संक्षिप्त दृष्टांत है जो हमें इस बात को सुनिश्चित करने की चुनौती देता है कि हमारे शब्द और इरादे हमारे कामों से मेल खाने चाहिए। मसीही होने के नाते, कई बार हमारे जीवन में हम सार्वजनिक स्थानों पर तो सही शब्द इस्तेमाल करतें हैं लेकिन निजी स्थान पर उन शब्दों का अपने जीवन में पालन नहीं करते।
एक मसीह जीवन केवल हमारे शब्दों में, केवल हमारे दिमाग में, सिर्फ़ हमारे ह्रदय में, या केवल हमारे कामों में ही नहीं होता। यह इन सबको एक होकर सीखने, आज्ञा मानने और दूसरों को यीशु के बारे में एक साथ मिलकर सिखाने में पाया जाता है।
यदि आपके अंतर्मन के इरादे और बाहरी मन के काम एक दूसरे से मेल नहीं खाते, तो "कोई भी सिद्ध नहीं है", "मैं सिद्ध नहीं हूँ, बस माफ कर दिया गया हूँ", और इन सब बातों में सबसे ऊँची बात "केवल परमेश्वर ही मेरा न्याय कर सकतें हैं!" इसके बदले, अपने अहंकार से पश्चाताप करें, अनुग्रह और दया के लिए रोयें कि परमेश्वर आपको बदल दें, और स्वयं को उसका चेला बनने की अनुमति दें जिससे आपका अंतर्मन और बाहरी मन दोनों के ही द्वारा परमेश्वर को महिमा मिले।
पवित्र शास्त्र
इस योजना के बारें में
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यह पाठ योजना आपको यीशु द्वारा सुनाये दृष्टांतों में से लेकर जायेगी, जिससे आप यह जान सकोगे कि उसके कुछ महान उपदेश आपके लिए कितना महत्त्व रखतें हैं! बहुत से दिनों की यह पठन योजना पाठकों को चिंतन-मनन करने का समय देती है और उन्हें वर्तमान से जोड़े रहती है और उन्हें यीशु के प्रेम तथा सामर्थ के द्वारा उत्साहित करती है!
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We would like to thank Trinity New Life Church for this plan. For more information, please visit: http://www.trinitynewlife.com/