क्रुसित हुआनमूना

क्रुसित हुआ

दिन 11 का 21

सफलता के लिए अनुग्रह

हेनरी क्रोवेल्ल, जो कि क्षय की बीमारी से गुजर रहे थे, एक बड़े प्रचारक डी एल मूडी को सुन रहे थे, उन्होंने प्रार्थना की, ‘‘प्रभु, मैं प्रार्थना नहीं कर सकता, परन्तु यदि मेरे काम में तू मेरी मदत करे, मैं वादा करता हूँ तेरे राज्य को बांधने में मैं दूँगा’’ बाद में उन्होने क्वेकर ओट्स कंपनी शुरु की और प्रभु के काम के लिए अपनी आमदनी का 70 देना शुरु किया।

हमारा परमेश्वर हमें सफल होने के लिए अनुग्रह देता है। 

क्रूस पर जब यीशु  को हमारे पापों के साथ पहचाना गया, वो गरीब बना। उसकी गरीबी सिर्फ आत्मिक नहीं थी परन्तु  शारीरिक और हकीकत में वो गरीब बना।

इसका मतलब इस सुन्दर अदलबदल के कारण, हमें ना सिर्फ आत्मिक अमीरी मिली परन्तु  शारीरिक और हकीकत में भी संपत्ति मिली, ताकि हमारी ज़रुरतें पूरी हो जाये और हमारे पास काफी बचा हो ताकि दुसरों के साथ हम बाट सके। तथापि, इसका मतलब ये नही कि हम कठिन परिश्रम करने से मुक्त होते हैं। अगर हम गैर जिम्मेदार, आलसी या बेईमान बनेंगे, तो सफलता का अनुग्रह हमारे जीवनों में कार्य नहीं कर सकता। कार्य बिना विश्वास मरा हुआ है। (याकुब 2:20)

अगर हम सच में विश्वास करते जो यीशु  ने हमारे लिए आर्थिक क्षेत्र में किया तो हम प्रभु के सिद्धांत में काम करना सीखेंगे और उसके पुरे किये हुए काम को हमारे जीवन में प्राप्त करेंगे।

2 कुरिन्थियों 9:8 और परमेश्वर सब प्रकार का अनुग्रह तुम्हें बहुतायत से दे सकता है जिस से हर बात में और हर समय, सब कुछ, जो तुम्हें आवश्यक हो, तुम्हारे पास रहे, और हर एक भले काम के लिये तुम्हारे पास बहुत कुछ हो। 

सफलता का अनुग्रह इस उद्देश्य से दिया गया है ताकि ‘‘हर भला काम’’ किया जाये। याद रखिये यदि पैसा आप के द्वारा किसी ओर के पास जा सकता है तो वो निश्चित आपके पास आएगा। 

घोषणा करेः

- मैं देता हूँ और मुझे दिया जायेगाः लोग पूरा नाप दबा दबाकर और हिला हिलाकर और उभरता हुआ मुझे देंगे। (लूका 6:38)

- मैं मेरा दशमांश भण्डार में ले आता हूँ। आकाश के झरोखे मेरे लिए खुल जाये। नाश करने वाले को मेरे लिए डाटों। (मलाकी 310-11)

- मेरे जीवन में आपने स्थापित की हुई भलाई और सफलता को लोग सुने। (यिर्मयाह 33:9)

- प्रभु, मुझे आषीशित कर। मैं गरीबों का ध्यान रखता हूँ। मुझे संकट के समय में छुड़ा। मेरी रक्षा कर, मुझे जीवित रख। मुझे धरती पर आशीषित कर और मुझे मेरे शत्रुओं के हाथ में मत सौंप। (भजन संहिता 41:1-2)

- प्रभु की सारी आशीषे मुझ पर आए और मेरे आगे निकल जाये, क्यूँकि मैं मेरे परमेश्वर यहोवा की आज्ञा मानता हूँ। (व्यवस्थाविवरण 28:2)

- प्रभु मेरी सारी भेटों को समरण रख। (भजन संहिता 20)

- मैं अच्छी भूमि में बोता हूँ और मैं बहुतायत की फसल काटूंगा (गलातियों 6:7)

- सारा अनुग्रह मुझे घेरे रहे ताकि सब बातों में और हर भले काम करने में मेरे पास पर्याप्त हो।
(2 कुरंथियों 9:8)

- सारी पीढ़िया मुझे आशीषित कर के पुकारे (लुका इ 1:48)

- प्रभु, मेरे पिछले दिनों को मेरे शु रुआत के दिनों से ज्यादा आशीषित करो। (अय्यूब 42:12)

प्रार्थना करे 

- प्रार्थना करे खुले दरवाजों के लिए, नए काम, नए कान्ट्रैक्ट्स के लिए, प्रोजेक्ट्स के लिए की वो कलीसिया के सारे सदस्यों के लिए स्वतंत्र हो। प्रार्थना करो की सभी अपने हाथों से कठिन परिश्रम करें जैसे की वह प्रभु यीशु  के लिए कर रहे है।

- प्रार्थना करो कि युसूफ के समान कलीसिया का हर सदस्य अपने दफ्तरों में प्रभु की उपस्थिति और दया का अनुभव करें।

पवित्र शास्त्र

दिन 10दिन 12

इस योजना के बारें में

क्रुसित हुआ

यह योजना आपकी यीशु की क्रूस पर बलिदान पूर्ण मृत्यु द्वारा आपके लिए हासिल की गयी आशीषों पर मनन करने, परमेश्वर के वचन की सच्चाई का साहस पूर्ण अंगीकार करने तथा इन 21 दिनों में सरल बिंदुओं के उपयोग द्वारा प्रार्थना करने हेतु प्रोत्साहित करेगी । मैं आपको उपवास, प्रार्थना और अपने जीवन को पुन: समर्पित करने हेतु उत्साहित करता हूँ ।

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हम इस योजना को प्रदान करने के लिए न्यू लाइफ चर्च - लोखंडवाला को धन्यवाद देना चाहते हैं। अधिक जानकारी के लिए, कृपया देखें: http://vijaynadar.com/