यीशु मसीह के दृष्टांतनमूना

धनी व्यक्ति का बड़ी बखारियां बनाना
इस भाग में यीशु संसार की संपत्ति व नित्य संपत्ति: अर्थात परमेश्वर के साथ एक घनिष्ठ रिश्ता, में भेद निरूपण करते हैं। हालांकि भौतिक संपत्ति व अल्पकालिक धन दुष्ट वस्तुएं नहीं हैं, इन्हें अर्जित करने में व्यतीत किया गया समय, ऊर्जा, लगाव व ध्यान परमेश्वर के साथ हमारे रिश्ते को विकसित करने में व्यतीत किए संसाधनों से अधिक नहीं होना चाहिए।
क्या भौतिक संपत्ति के विषय में चिंता व ध्यान परमेश्वर के लिए आपकी आकांक्षा से बड़े हो चुके हैं? जीवन के वे अन्य विषय कौन से हैं जो आपके लगाव व ध्यान को परमेश्वर से दूर खींचते हैं? यह सुनिश्चित कर लें कि आप हर विषय-वस्तु से बढ़कर परमेश्वर के राज्य की खोज कर रहे हैं!
इस भाग में यीशु संसार की संपत्ति व नित्य संपत्ति: अर्थात परमेश्वर के साथ एक घनिष्ठ रिश्ता, में भेद निरूपण करते हैं। हालांकि भौतिक संपत्ति व अल्पकालिक धन दुष्ट वस्तुएं नहीं हैं, इन्हें अर्जित करने में व्यतीत किया गया समय, ऊर्जा, लगाव व ध्यान परमेश्वर के साथ हमारे रिश्ते को विकसित करने में व्यतीत किए संसाधनों से अधिक नहीं होना चाहिए।
क्या भौतिक संपत्ति के विषय में चिंता व ध्यान परमेश्वर के लिए आपकी आकांक्षा से बड़े हो चुके हैं? जीवन के वे अन्य विषय कौन से हैं जो आपके लगाव व ध्यान को परमेश्वर से दूर खींचते हैं? यह सुनिश्चित कर लें कि आप हर विषय-वस्तु से बढ़कर परमेश्वर के राज्य की खोज कर रहे हैं!
पवित्र शास्त्र
इस योजना के बारें में

यह पाठ योजना आपको यीशु द्वारा सुनाये दृष्टांतों में से लेकर जायेगी, जिससे आप यह जान सकोगे कि उसके कुछ महान उपदेश आपके लिए कितना महत्त्व रखतें हैं! बहुत से दिनों की यह पठन योजना पाठकों को चिंतन-मनन करने का समय देती है और उन्हें वर्तमान से जोड़े रहती है और उन्हें यीशु के प्रेम तथा सामर्थ के द्वारा उत्साहित करती है!
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We would like to thank Trinity New Life Church for this plan. For more information, please visit: http://www.trinitynewlife.com/