यीशु मसीह के दृष्टांतनमूना

The Parables of Jesus

दिन 10 का 36

बुद्धिमान और मूर्ख सेवक
इस कहानी में यीशु अपने द्वितीय एवं अंतिम आगमन के बारे में कह रहें हैं, एवं इस कहानी के द्वारा यह भी पूछ रहें हैं कि जब वो आएगा तो उसके चेलों को किस स्थिति में पायेगा।

यदि यीशु का आगमन आज हो जाए, तो चेले बनाने का जो अंतिम कार्य उसने हम सब को सौंपा है, क्या वो हमें विश्वासयोग्यता से यह कार्य करते हुए पाएगा? क्या वो आपको, आपके तोड़े/योग्यताओं तथा आपके उपहारों को विश्वासयोग्यता के साथ परमेश्वर के राज्य के लिए उपयोग करते हुए पाएगा? या फिर वो आपको इन सब कार्यों में एक आलसी/कामचोर की तरह पाएगा? क्या वो आपको यह कहते हुए पायेगा, "उसके आने में तो अभी बहुत समय है, मेरे पास काफी समय है, मैं वो सब धीरे-धीरे कर लूँगा/लूँगी!"

चेले बनाने के लिए, और दूसरों को उसकी आज्ञाओं का पालन करने की शिक्षा देने के लिए कभी भी गलत समय नहीं होता। परमेश्वर के अंतिम आगमन के प्रकाश में आप यह बात सुनिश्चित कर लें कि आप विश्वासयोग्य तथा बुद्धिमान बने रहेंगें!

पवित्र शास्त्र

दिन 9दिन 11

इस योजना के बारें में

The Parables of Jesus

यह पाठ योजना आपको यीशु द्वारा सुनाये दृष्टांतों में से लेकर जायेगी, जिससे आप यह जान सकोगे कि उसके कुछ महान उपदेश आपके लिए कितना महत्त्व रखतें हैं! बहुत से दिनों की यह पठन योजना पाठकों को चिंतन-मनन करने का समय देती है और उन्हें वर्तमान से जोड़े रहती है और उन्हें यीशु के प्रेम तथा सामर्थ के द्वारा उत्साहित करती है!

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We would like to thank Trinity New Life Church for this plan. For more information, please visit: http://www.trinitynewlife.com/