क्रुसित हुआनमूना

क्रुसित हुआ

दिन 3 का 21

अदल-बदल

यहाँ कहानी एक दुःखदायक ट्रैन दुर्घटना की है, जिसके ज्यादातर डिब्बे पटरी से नीचे उतर गए और बर्फीली झील में गिर गये थे, और बचाव दल ने यात्रियों को बचाने की पूरी कोषिश की, और वो एक डिब्बे के पास पहुंचे जहाँ एक जोड़ा मदद के लिए चिल्ला रहा था और बहोत ही मुष्किल से उन्होंने अपनी छोटीसी बेटी को बचाव दल के हाथों सौप दिया, दुःखद बात यह है कि वो डूब गए लेकिन उन्होंने अपनी बेटी को बचा लिया। उस बच्ची को देखकर की वह दिमागी बीमारी से पीड़ित है और वह मदद के लिए पूरी तरह दूसरों पर निर्भर है, बचाव दल ने बलिदान की सीमा को समझा।

संसार के लिए इस प्रकार की बच्ची  शायद बोझ हो सकती है लेकिन उसके मातापिता के लिए वो बहोत ही किमती थी, यहाँतक की उसको बचाते हुए वो खुद मर गए।

1 पतरस 3:18 इसलिये कि मसीह ने भी, अर्थात अधमिर्यों के लिये धर्मी ने पापों के कारण एक बार दुख उठाया, ताकि हमें परमेश्वर के पास पहुंचाएः वह शरीर के भाव से तो घात किया गया, पर आत्मा के भाव से जिलाया गया।

यहाँपर क्रूस का असली मतलब और उद्देष्य है। जिसपर एक दैवीय अदल-बदल जगह ली। मसीह हमारे जगह मारा गया। अधर्मीयों के लिए धर्मीजन मारा गया।

पापी होने के नाते हम बिना कोई आशा  और भविष्य के भटके हुए थे। और हमारा अस्तित्व भी एक बोझ की तरह है। पर यीशु  के लिए हम बहोत ही किमती थे, इतने किमती की वो हमारी जगह पर अपनी जान दे।

इस अदल-बदल में, जो बुराई हमारे लिए थी वो यीशु पर डाली गई और उसके बदले में जो अच्छाई यीशु  की थी हमे दी गई।

हम में से किसीने कभी भी इस प्रस्ताव को पाने के योग्य कुछ नही किया था, और इसे कमाने के लिए भी हम कुछ नही कर सकते। इसे कहते है ”अनुग्रह“

घोषणा करें 

- मैं अन्धकार के राज्य से परमेश्वर के राज्य में परमेश्वर के प्रिय पुत्र के रूप में परिवर्तित किया गया है। कुलुसियों 1:13

- मैं विनाश से छुड़ाया गया हूँ और मुझे दयालुता और कोमल करुणाओं का मुकुट पहनाया गया है। भजनसंहिता 103:4 

- मसीह के द्वारा मेरे पास अनन्तकाल का जीवन है। रोमियों 6:23

- मैं मसीह के द्वारा परमेश्वर का वारिस हुँ। गलतियों 4:7 

- मसीह के साथ मेरा जीवन परमेश्वर में छुपा हुआ है। कुलुसियों 3:3

- मैं परमेश्वर के आँखों की पुतली हुँ।

- मेरे प्रति तेरी भलाई और अद्भुत कामों के कारण मैं तेरी स्तुति करूँगा। भजनसंहिता 107:8

-  मेरे पूरे साल को तेरे भलाई का मुकुट पहना और मेरे जीवन पर उत्तम पदार्थ की बूंदे टपका।  भजनसंहिता 65:11

-  भलाई और करुणा जीवन भर मेरे साथ साथ चलती रहे क्योंकि तु मेरा चरवाहा है और मुझे कोई घटी न होगी। भजनसंहिता 23

- परमेश्वर, स्वर्ग और मेरे हृदय की गहराइयों की आशीषों  को मेरे जीवन में स्वतंत्र कर। उत्पत्ति 49:25

प्रार्थना करें

- प्रार्थना करो कि तुम यीशु  के पदचिन्हों पर चलकर अपने संपूर्ण जीवन भर उसके नाम के लिए महिमा लानेवाले बनो।

- संसार के जुनून, रुकावटों और बहकावों से मुड़ने के लिए उससे नई इच्छाओं को। और उसके लिए और उसके वचन के लिए और भी ज्यादा चाहतों को मांगे।

- अपनी कमजोरीयों को उसके सामने अंगीकार करें और उन संघर्षों के क्षेत्रों में उसके अनुग्रह को मांगे।

पवित्र शास्त्र

दिन 2दिन 4

इस योजना के बारें में

क्रुसित हुआ

यह योजना आपकी यीशु की क्रूस पर बलिदान पूर्ण मृत्यु द्वारा आपके लिए हासिल की गयी आशीषों पर मनन करने, परमेश्वर के वचन की सच्चाई का साहस पूर्ण अंगीकार करने तथा इन 21 दिनों में सरल बिंदुओं के उपयोग द्वारा प्रार्थना करने हेतु प्रोत्साहित करेगी । मैं आपको उपवास, प्रार्थना और अपने जीवन को पुन: समर्पित करने हेतु उत्साहित करता हूँ ।

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हम इस योजना को प्रदान करने के लिए न्यू लाइफ चर्च - लोखंडवाला को धन्यवाद देना चाहते हैं। अधिक जानकारी के लिए, कृपया देखें: http://vijaynadar.com/