मन की युद्धभूमिनमूना

मन की युद्धभूमि

दिन 73 का 100

मैं' समस्याएँ

मूसा की बहन मरियम और उसका भाई हारून ने परमेश्वर से उस कूशी महिला के बारे में शिकायत किया, जिसे उनके भाई ने चालीस वर्ष के गुलामी के दौरान विवाह कर लिया था। परन्तु मुख्य मुद्दा वह नहीं था। मुख्य समस्या तब प्रकट हुई जब उन्होंने पूछा, क्या परमेश्वर ने केवल मूसा की द्वारा बातें की है? क्या उसने हमारे द्वारा भी बातें नहीं की है?

यही बड़ी ‘मैं' की समस्या है। यह धमण्ड के रूप में भी जाना जाता है। यह एक मात्र रास्ता है जिस से शैतान हमारे जीवन में प्रवेश करता है, हमें विभाजित करता है, हमें सन्देहग्रस्त करता है और हमें आपस में लड़ता है।

यहाँ पर जो घटना बताई गई है, उसमें मुद्दा यह नहीं था कि परमेश्वर ने उनके द्वारा बात की है या केवल मूसा के द्वारा। यह स्वयं के प्रति आकर्षण खींचने का और अपनी पहचान ढूँढने का उनका अपना तरीका था। लेकिन उनकी योजनाएँ उन्हीं पर भारी पड़ गई। यदि आप संपूर्ण वर्णन को पढ़ें आप पाएँगे कि परमेश्वर ने मरियम को कोढ़ से दण्डित किया और एक सप्ताह तक उसे छावनी से बाहर रहना पड़ा।

यहाँ पर एक रोचक बात की गई है उसने उन्हें आगे बढ़ने से रोक रखा। अतः मरियम सात दिन तक छावनी से बाहर बन्द रही, और जब तक मरियम फिर आने न पाई तब तक लोगों ने प्रस्थान न किया। (पद 15)।

घमण्ड के बारे में हम ने क्या पहचाना है — शैतान के शक्तिशाली उपकरणो में से यह एक है। यह हम में से एक या दो पर ही आक्रमण करती है, परन्तु यह सभी को प्रभावित करती है। जब कोई खड़ा होकर कहता है मैं विशेष हूँ तो अनकहा सन्देश यह है, कि तुम मेरे जैसे विशेष नहीं हो। ऐसे समय पर ईर्श्या और क्रोध प्रस्फुटित होता है, और शैतान एक मात्र होता है जो प्रचण्ड होता है।

एक और उदाहरण देखिए। कुछ महीनों पूर्व मैंने एक कॉलेज के फुटबॉल खेल का एक संक्षिप्त विवरण शाम के समाचार में देखा। गोल को कवर करनेवाला व्यक्ति गोल के लाईन पर खड़ा था और वह उछल कूद करके चिल्ला रहा था। ‘‘मैं श्रेष्ठ हूँ, मैं श्रेष्ठ हूँ।''

मुझे निश्चय है कि वह बहुत उत्साहित था क्योंकि उसने खेल जीत लिया था। या क्या वह जीता था? ऐसा लगता था मानो वह इस बात को समझ नहीं पा रहा था कि वह केवल उस बॉल को लाईन तक ले गया और जीतने लायक गोल उसने बनाया। उसके साथी खिलाड़ियों ने बॉल को उस तक पास किया था और अन्य खिलाड़ियों को उस तक पहुँचने से रोका था। उसका कथन और अधिक सही हुआ होता यदि उसने कहा होता, ‘‘हम श्रेष्ठ हैं।''

यह खतरनाक चरित्र का वर्णन करती है। बहुत बार हम सारा श्रेय लेने को उत्सुक होते हैं। बहुत सारे लोग ऐसा व्यवहार करते हैं मानो उनकी योग्यताओं और वरदानो के लिए केवल वही अकेले उत्तरदायी हैं। (1 कुरिन्थियों 4:7)। हमें और—उन सब को—जो समझना है और ध्यान केन्द्रित करना है, वह यह है परमेश्वर हमें सारी योग्यता, गुण और वरदान देता है कि जो जीवन में सफलता पाने के लिये आवश्यक है। वह देनेवाला है, हम केवल प्राप्त करनेवाले हैं।

हम जब कभी किसी क्षेत्र में सफल होते हैं, यह इसलिये है, कि परमेश्वर ने हमें आवश्यक योग्यताओं के सुसज्जित किया है। परमेश्वर अपेक्षा करता है कि हम अपने वरदानो का उपयोग करें और अपने कायोर्ं में अच्छे बनें। परन्तु हमें कभी नहीं भूलना चाहिये, केवल वही जो हमें विशेष योग्यता देता है। यदि हम श्रेष्ठ मन रखते हैं या अपने विषय में ज्यादा ऊंचा सोचते हैं जितना हमें होना चाहिए, उस से अधिक तो हम दूसरों को नीची दृष्टि से देखते हैं। यह घमण्ड का पाप है, और कोई भी इसकी प्रशंसा नहीं करता। हम सब घमण्डी लोगों से दूर रहते हैं, क्योंकि वह न केवल दूसरों को प्रभावित करते हैं, बल्कि वे बाकि लोगों में नकारात्मक विचार भी उत्पन्न करते हैं। विशेष करके यदि हम में कोई असुरक्षा या समतर होने की भावना हो।

इस ‘मैं' की बड़ी समस्या पर विजय पाने के लिए हमें ये साधारण सच्चाई स्वयं को स्मरण दिलाना चाहिये। हम जो हैं वो सब कुछ और हमारे पास जो है वह सब कुछ परमेश्वर के वरदान के रूप में आता है। यदि हम उस सच्चाई में बने रहेंगे तो घमण्ड हमारे जीवन में कोई स्थान नहीं पाएँगा।

धीरजवन्त और प्रेमी परमेश्वर मुझे क्षमा कर कि मैंने अपने योग्यताओं और वरदानों के लिये श्रेय लिया है। अभी और प्रतिदिन मेरी सहायता कर कि मैं उन वरदानों और योग्यताओं के लिये तुझे धन्यवाद दे सकूँ जो आपने उदारतापूर्वक मुझमें रखे हैं। अपने उद्धारकर्त्‌ता यीशु के नाम में माँगती हूँ। आमीन।।


पवित्र शास्त्र

दिन 72दिन 74

इस योजना के बारें में

मन की युद्धभूमि

जीवन कभी-कभी हम में किसी को भी ध्यान ना देते समय पकड़ सकता है। जब आप के मन में युद्ध चलना आरम्भ होता है, दुश्मन परमेश्वर के साथ आपके संबंध को कमजोर करने के लिए उसके शस्त्रगार से प्रत्येक शस्त्र को इस्तेमाल करेगा। यह भक्तिमय संदेश आपको क्रोध, उलझन, दोष भावना, भय, शंका. .

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हम इस पढ़ने की योजना प्रदान करने के लिए जॉइस मेयर मिनिस्ट्रीज इंडिया को धन्यवाद देना चाहेंगे। अधिक जानकारी के लिए, कृपया देखें: https://tv.joycemeyer.org/hindi/