आत्मा विषहरणनमूना
हमारे विचार बहुत मायने रखतें हैं। विचार वाक़ई महत्वपूर्ण होतें हैं, क्योंकि जैसा आप सोचतें हो, उससे तय होता है कि आप क्या बनोगे। दुर्भाग्यपूर्ण, बजाय अपने विचारों को परमेश्वर के सत्य पर केंद्रित करने के, हम में से बहुत से अपने बुरे/विषैले विचारों की गिरफ़्त में ही रहते हैं। बुरे/विषैले विचारों से होने वाले ख़तरों तथा इन विचारों को परमेश्वर के सत्य से कैसे बदला जा सकता है, इस सप्ताह आप परमेश्वर के वचन में से इन सब के बारे में पढ़ोगे।
आपके बुरे/विषैले विचारों ने आपके जीवन तथा आपके संबंधों को कैसे नकारात्मक रूप से प्रभावित किया है ?
पवित्र शास्त्र
इस योजना के बारें में
हम एक आत्मा के साथ एक देह नहीं हैं। हम एक देह के साथ एक आत्मा हैं। जबकि संसार हमें अपनी देहों को विषमुक्त करने के बारे में सिखाता है, पर कभी कभी हमें अपनी आत्मा को भी विषमुक्त करना चाहिए। आपकी आत्मा में से किस चीज़ के छोटे टुकड़े अलग हो रहें हैं, तथा जैसा इंसान बनने के लिए, परमेश्वर ने आपकी रचना की थी, वैसा बनने में क्या बाधाएं आपके रास्ते में आ रहीं हैं, इन सब बातों को पहचानने में यह ३५ दिन की योजना आपकी सहायता करेगी। परमेश्वर के वचन में से आप सीखोगे कि कैसे इन हानिकारक प्रभावों को आप निष्फल/असफ़ल कर सकते हो, और अपनी आत्मा ले लिए पवित्र जीवन को अ पना सकते हो।
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यह पाठक योजना Pastor Craig Groeschel और LifeChurch.tv के द्वारा निर्मित किया गया हैं। कुछ और जानकारी के लिय: www.lifechurch.tv