BibleProject | यीशु-आगमन पर चिंतन Sample
बाइबिल के पहले पृष्ठ में, परमेश्वर कहता है की यह संसार अच्छा है, तो स्वभाविक है की लोगों को परमेश्वर द्वारा बनाई गयी अच्छी वस्तुओं में आनंद मिलता है| पर बाइबिल की कहानी यह भी दर्शाती है की कैसे यह संसार हमारे अपने स्वार्थ के कारण भ्रष्ट हो गया है और इसपर अब मृत्यु और हानि की छाप है| इतनी गड़बड़ी और दुःख के बीच में कैसे कोई आनंद का अनुभव कर सकता है? इस तनाव के मध्य, बाइबिल आनंद को लेकर एक अनोखे दृष्टिकोण को प्रस्तुत करती है| अपने भविष्य को लेकर, परमेश्वर के लोगों का आनंद बना रहता है क्यूंकि यह परमेश्वर की प्रतिज्ञाओं पर आश्रित है, न की उनकी वर्तमान परिस्थितियों पर| उद्धारण स्वरूप, जब परमेश्वर ने इस्राएल को दासत्व से छुड़ाया, तो उन्होंने आनंद से जयजयकार किया जबकि अभी वे जंगल के मध्य में थे, उस देश से बहुत दूर जिसको देने की प्रतिज्ञा परमेश्वर ने उनसे की थी|
पढ़ें: भजन संहिता १०५:४२-४३, निर्गमन १५:१-३
चिंतन करें: आज आनंदित रहने के लिए, परमेश्वर की कौन सी प्रतिज्ञाएं आपकी सहायता करती हैं? प्रतिउत्तर में, परमेश्वर ने जो प्रतिज्ञाओं आपको दी हैं उनका उत्सव मनाने के लिए एक प्रार्थना लिखिए या गाइए|
Scripture
About this Plan
बाइबिल प्रोजेक्ट ने व्यक्ति-विशेष, छोटे समूहों एवं परिवारों को प्रेरित करने के लिए यीशु-आगमन सम्बन्धी चिंतन की संरचना की है ताकि वे यीशु के आगमन या आने का उत्सव मना सकें| इस चार सप्ताह की योजना में शामिल हैं एनीमेटेड वीडियो, छोटे सारांश, और चिंतन-प्रश्न जो प्रतिभागियों की सहायता करते हैं ताकि वे आशा, शान्ति, आनंद और प्रेम जैसे विचारों का अध्ययन बाइबिल में दिए गए अर्थ अनुसार कर सकें|
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