जीवन निर्वाह की कलानमूना
एक मनोभाव जिसका आलिंगन करें
युद्ध के एक कैदी ने नौ क्रूर वर्षों की कैद में जीवन-यापन गया। उसके बाद वह स्वतंत्र हुआ, किसी ने पूछा कि उसने किस प्रकार जीवन-यापन किया जबकि उसके अन्य कुछ मित्र नहीं कर सके। उसने बिना हिचकिचाहट के उत्तर दिया। जिन्होंने जल्दी स्वतंत्र होने व बचने की उम्मीद की, वे निराशा में डूब गए। उन्होंने हिम्मत खो दी, आशा खो दी, और अपने जीवन को खो दिया।
यथार्थवादी जिन्होंने धीरज के लिए स्वयं को दृढ़ किया, वे मानसिक रूप से कठिनाई के लिए तैयार थे। आशावादी, जब उनकी उम्मीदें कई वर्ष तक पूरी नहीं हुईं, उन्होंने अपना ध्यान खो दिया और “आज” को सहन करना छोड़ दिया।
आशावाद में कुछ भी गलत नहीं है! बाइबल हमें आशा के साथ जीवन जीने के लिए बुलाती है। किन्तु हम झूठी आशाओं के साथ जीवन जीने के लिए नहीं बुलाए गए हैं कि हर समय सब कुछ अच्छा होगा।
याकूब कहता है कि विश्वास की परीक्षा परमेश्वर पर हमारे ध्यान गहरा बनाती है और धीरज उत्पन्न करती है। जिस प्रकार अगले सत्र से पहले मजबूत और बड़ी होने के लिए किसी वजन उठाने वाले पहलवान की माँसपेशियाँ कसरत के दौरान फट जाती हैं, प्रत्येक समय जब हमें कुछ सहना पड़ता है हमारा विश्वास खींचा जाता है। किन्तु यही है जो धीरज का निर्माण करता है!
यहाँ पर तीन प्रश्न है जो धीरज को विकसित करने में हमारी सहायता कर सकते हैं।
प्रश्न 1: जब मेरी दुनिया नष्ट हो रही हो तो मैं क्या नियंत्रित कर सकता हूँ?
उत्तर: आप अपने मनोभाव को नियंत्रित कर सकते हैं। कठिन क्षणों के मध्य में, परमेश्वर की भलाई और अनुग्रह के कारण आप आनंद का चुनाव कर सकते हैं। मनोभाव को भावनाओं के साथ भ्रमित न करें; आप आनंददायक महसूस नहीं कर पाओगे। किन्तु हार मानने का इनकार करें।
प्रश्न 2: आज का दिन जीने के लिए मुझे क्या करना चाहिए?
उत्तर: आपको अवश्य धीरज रखना चाहिए। हम जितना अधिक परमेश्वर पर भरोसा रखते हैं और विश्वासयोग्यता के साथ दृढ़ रहते हैं, हम उतने ही सामर्थी बनते हैं। आज हमारा अधिकांश संकट कल की चिंता करने से आता है। किन्तु परमेश्वर ने हमें भविष्य के बारे में सोचने के लिए नहीं कहा है। इसके बजाय, आज के दिन को जीने के लिए हमें परमेश्वर के अनुग्रह पर निर्भर रहना है।
प्रश्न 3: मुझे कल के लिए क्या आशा है?
उत्तर: इसका उत्तर है, आपके पास आशा है जो इस बात में स्थिर है परमेश्वर कौन है। परमेश्वर के मन में हमारे लिए सर्वदा सर्वोत्तम है। वह हमारे जीवन की सबसे हतोत्साहित परिस्थिति का उपयोग कर सकते हैं, उनके द्वारा अपने उद्देश्यों को पूर्ण कर सकते हैं, और हमारे लाभ के लिए उन्हें परिवर्तित कर सकते हैं।
आज, आनंद और विश्वास के एक मनोभाव को आलिंगन करें। याद रखें, परमेश्वर की सामर्थ आपकी निर्बलताओं में सिद्ध और पूर्ण होती है। किसी न किसी प्रकार से भविष्य में आपको चाहे जो भी सामना करना पड़े, आपके पास इसका सामना करने के लिए अनुग्रह होगा। परमेश्वर प्रकट करेंगे।
पवित्र शास्त्र
इस योजना के बारें में
इस संसार में जीवन परीक्षाओं से भरा है।इस समय आप इन में से किसी एक के मध्य हो सकते हो और पूछ सकते हो,“क्यों?”या फिर“मैं इससे किस प्रकार बच पाऊँगा?”याकूब की पुस्तक के पास उत्तर है!इस पाँच दिन की अध्ययन योजना में,चिप इनग्राम बताते हैं कि जीवन-निर्वाह की कला में निपुण होने के द्वारा आप कठिन क्षणों के मध्य में किस प्रकार परमेश्वर के आनंद का अनुभव कर सकते हैं।
More
हम इस योजना को प्रदान करने के लिए लिविंग ऑन द एज को धन्यवाद देना चाहते हैं। अधिक जानकारी के लिये कृपया यहां देखें: https://livingontheedge.org/product/art-of-survival-book/