अच्छे से जिओ कोविड के समयों में नमूना
भजन संहिता ४२:४
यह स्मरण करके मेरा प्राण शोकित हो जाता है कि मैं कैसे भीड़ के संग जाया करता था; मैं जयजयकार और धन्यवाद के साथ उत्सवकरनेवाली भीड़ के बीच में परमेश्वर के भवन को धीरे धीरे जाया करता था।
प्रभु के घर की याद आते ही....मेरा हॄदय टूट जाता है।
लेकिन जिस प्रकार से अगला ही वचन कहता है, वो मुझे बोहोत अच्छा लगता है।
भजन संहिता ४२:५
हे मेरे प्राण, तू क्यों गिरा जाता है? और तू अन्दर ही अन्दर क्यों व्याकुल है? परमेश्वर पर आशा लगाए रह; क्योंकि मैं उसके दर्शन से उद्धार पाकर फिरउसका धन्यवाद करूँगा।
आशा भविष्य में भलाई की अपेक्षा है। आशा सबकुछ बदल देती है, वो मानों मरते और मुरझाते हुए पौधे के लिए पानी की बूंदों के समान है। भजनकारके पास आशा है - मनुष्य में नही परंतु प्रभु में। इसीलिए वो अपने आपको याद दिलाता है, की दुःखी या व्याकुल होने की कोई जरूरत नही है। एक बारफिर से मैं उसकी स्तुति करूँगा, एक बार फिर से मेरा प्रभु मेरे लिए आएगा।
आशा हमारे गीत को बदल देती है।
विलापगीत ३:२१-२३
परन्तु मैं यह स्मरण करता हूँ*, इसलिए मुझे आशा है: हम मिट नहीं गए; यह यहोवा की महाकरुणा का फल है, क्योंकि उसकी दया अमर है। प्रति भोरवह नई होती रहती है; तेरी सच्चाई महान है।
जैसा की सूर्योदय होता है, वैसे ही उसका प्रेम और करुणा आज आपके लिए उपलब्ध है। होने दो, आशा फिरसे लौट आए, होने दो आशा जगे। मैं फिरभी उसकी स्तुति करूँगा। होने दो आशा से भरे रहो।
मनन करे:
• विलापगीत ३:२४
मेरे मन ने कहा, “यहोवा मेरा भाग है, इस कारण मैं उसमें आशा रखूँगा।”
प्रार्थना करे:
• प्रभु से माँगे की वो आपके हॄदय को फिर एक बार आशा से भर दे।
• प्रार्थना करे की आपके शहर में बेदारी आए।
• अपने पूरे कलीसिया परिवार के ऊपर प्रभु की करुणा की घोषणा करे।
पवित्र शास्त्र
इस योजना के बारें में
इस पढ़ने की योजना में वर्तमान महामारी की स्थिति में भी प्रभु की भलाई के बारे में गहरी बाते लिखी हुई है। प्रभु हमेशा भला है, और हमेशा पूरी तरह नियंत्रण में है, हालाँकि मनुष्य इसे समझ नही सकता है। वह अकेले ही उन लोगों के लिए सभी चीजों को भलाई में बदलने की क्षमता रखता है, जो उससे प्रेम करते है!
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हम इस योजना को प्रदान करने के लिए न्यू लाइफ लोकखंडवाला को धन्यवाद देना चाहते हैं। अधिक जानकारी के लिये कृपया यहां देखें: https://www.facebook.com/pastorvijaynadar