जानो, बढ़ो, दिखाओ: यूहन्ना 15 पर मनन -Jaano, Badho, Dikhao: Yoohanna 15 Par Mananनमूना

जानो, बढ़ो, दिखाओ: यूहन्ना 15 पर मनन -Jaano, Badho, Dikhao: Yoohanna 15 Par Manan

दिन 11 का 18

 

  दिन 11 कोरा शर्तिया चेक 

7 यदि तुम मुझमें रहो, और मेरे उपदेश तुम में रहें, तो जो कुछ तुम चाहते हो माँगो, वह तुम्हें मिलेगा। 8 इससे मेरे परम पिता की महिमा होती है कि तुम बहुत सफल होवो और मेरे अनुयायी रहो।

क्या तगड़ा बयान है! यीशु हमें चुनौती दे रहा है। वह लगभग हमें ब्लैंक चेक दे रहा है। जिसके साथ एक “पर” जुड़ा हुआ है। यह कोई चालाकी नहीं है। यह बहुत ही सरल और स्पष्ट है। हमें उसके करीब रहना है। उसके वचनों और निर्देशों को हमारे दिमाग और हमारे दिलों में बसे रहना है। उसे अपने जीवनदाई और बदलने वाले वचन और उपस्थिति के सामर्थ्य में इतना भरोसा है; कि वह जानता है कि यह हममे अच्छा फल और चरित्र उत्पन्न करेगा। 

जब हम उसकी तरह सोचते, महसूस करते, बर्ताव करते हैं तो हमारी इच्छाएं भी उसके जैसी ही होंगी। हम वो चीजें मांगेंगे और उनका समर्थन करेंगे जो उसके मन में हैं। हम दिल और मन से उसके साथ एक हो चुके होंगे जिस तरह वह अपने पिता के साथ एक है और वही करता है जो अपने पिता को करते हुए देखता है। 

यीशु जानता है जब हम पूरी तरह उसमें बने हुए होते हैं तो हम पूरी तरह उसके साथ दिल और उद्देश्य में एक होते हैं इसीलिए हम वही मांगेगी जो उसके दिल में है। जो भी यीशु के दिल में है वह पिता के दिल में भी है। इसीलिए, वह जानता है कि इस तरह के निवेदन का जवाब दिया जाएगा। 

जब हम इस तरह से मांगते हैं, तो हम उसके राज्य की संस्कृति को पृथ्वी पर लाते हैं, जैसे वह स्वर्ग में है। जब उसकी इच्छा पृथ्वी पर होती है, तो वह उसके पिता को महिमा लाता है। जब हमारे जीवन उसके राज्य की संस्कृति को प्रकट करेंगे तो लोग देखेंगे कि हम यीशु के हैं। हमारा चरित्र वह फल है जिसे लोग देखेंगे। हमारे जीवन बात करेंगे। यह एक उकसावा और एक चुनौती है। 

यह असल में एक अच्छी चुनौती है। हमें सिर्फ इतना करना है कि उसके वचनों को अपने दिलों में जड़ पकड़ने देना है। 

यीशु हमें याद दिलाता रहता है कि प्रमुख दाखलता वही है, और हम डालियां हैं। वह हमारा जीवन स्रोत है। यह दाखलता बहुत अच्छी है। हम उस पर भरोसा कर सकते हैं। तो अगर मैं वह डाली हूं जो इस दाखलता से जुड़ी है तो मुझे में अच्छा फल ही आएगा। वह अपने भंडार की भरपुरी से मुझे भोजन और पोषण देगा। अगर मुझे सारा पोषण मिल रहा है जो वह अपनी उपस्थिति और वचन से मुझे दे रहा है, तो मेरे जीवन में फल अच्छा और भरपूर होगा। जीने का क्या ही उत्तेजक तरीका है!

मनन करें और खुद से पूछें | यीशु के करीब रहने के लिए मैं क्या कर सकता हूं? शायद कुछ संदेश सुनना “यीशु कौन है” कि विषय पर? कोई आराधना चलाकर सुनें जो यीशु को ऊंचा उठाती है?

क्या आपने प्रार्थनाओं का जवाब मिलते देखा है? क्या आप और भी देखना चाहते हैं? आप अपने दिल और मन को उससे कैसे जोड़ सकते हैं ताकि उसकी इच्छा जान सके?

वचन उल्लेख

यूहन्ना 15:7

पवित्र शास्त्र

दिन 10दिन 12

इस योजना के बारें में

जानो, बढ़ो, दिखाओ: यूहन्ना 15 पर मनन -Jaano, Badho, Dikhao: Yoohanna 15 Par Manan

कुछ समय से परमेश्वर मुझे दोबारा यूहन्ना 15 के पास ले आ रहा है। इन हालातों में यह मेरे पावों के लिए दीपक और रास्ते के लिए ज्योति बन गया है। मैं आपको आमंत्रित करती हूं इन वचनों के कुछ मुख्य विषयों पर मनन करने; जानने, बढ़ने, और प्रेम करने के लिए। English Title: Know, Grow, Show - Reflections on John 15 by Navaz DCruz

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हम इस योजना को प्रदान करने के लिए वर्ड ऑफ ग्रेस चर्च को धन्यवाद देना चाहते हैं। अधिक जानकारी के लिये कृपया यहां देखें: http://somequietthoughts.blogspot.com/