गलत सोच से हटते हुए उपवास करनानमूना

गलत सोच से हटते हुए उपवास करना

दिन 34 का 40

दिन 34

“कु छ भी अचछा नहीं हो रहा है, सब बुरा हो रहा है! ”

आज हम उस दवचार से हटने का उपवास कर रहे हैं जो कहता है, ” कु छ भी अचछ नहीं हो रहा है, सब बुरा हो रहा है!”

यह सोच आज या कभी भी एक दवकलप नहीं है! यह बात कोई अर्त नहीं रखती है दक आदर्तक रूप से या आपकरे जीवन करे डकसी षिरेत्र में दकतनी बातें बुरी हुई हैं, परमेश्वर ने प्रदतज्ा की है दक वे अचछी हो जाएँगी। 

आइए आज हम इसे बिलें

1. ध्थी का ्ाग्त डदन िढ़नरे करे साथ उजजवल और अडत उजजवल होता जाता है। आज इसे उजजवल होने की अपेषिा करें!

2. आपकरे पास पर्रेश्वर की ओर सरे बढ़नरे की वािा है। भजन 115: 14 कहता है, “परमेश्वर तुमहें बढाएँ।” वयवसरादववरण 1:11 कहता है, ‘’परमेश्वर तुम को हजार गुना और भी बढाए और अपने वचन के अनुसार तुम को आरीष भी िेता रहे।” इस की अपेषिा करें!

3. “आधरे खाली डगलास” वाली ्ानडसकता को खत् करें। वासतव में, इस आिा भरा भी सवीकार न करें! यह सोचे: मेरा कटोरा उमड़ रहा हैं!

4. आपका जीवन डजस तरह सरे आरमभ हुआ, उससरे भी उत्त् रीडत सरे अनत होगा! सभोपिेरक 7:8 कहता है, “दकसी काम के आरमभ से उसका अनत उत्तम है।” हागगै 2:9 कहता है, “इस भवन की दपछली मदहमा इसकी पहली मदहमा स बड़ी होगी।”

5. यह दरेखरे डक पर्रेश्वर डकस तरह सरे का् करता है। वह हमें वयवसरा से अनुग्ह तक ले जाता है; पाप से िादम्तकता तक; बीमारी से सवासरय तक; हार से जीत तक; इसदलए यह अपेषिा करें दक आप जीवन के हर षिेत् में उत्तम और अदत उत्तम हो सकते हैं।

6. आज सबसरे उत्त् की अपरेषिा करें! लूका 15:22 में दपता ने कहा, “झट से अचछे से अचछा वस्त्र दनकालो, और मेरे पुत् को पदहनाओ  ।” आप परमेश्वर की सनतान हैं। वह आपके दलए सबसे उत्तम चाहता है। अपने जीवन के सभी दिनों के दलए अचछाई और िया पर दवश्वास करें।

इसे सोचें और इसे कहें

यह बात कोई अर्त नहीं रखती है दक इस संसार में क्या हो रहा है, मेरे दलए सब कु छ उत्तम और अदत उत्तम हो रहा हैं! परमेश्वर ने मुझे अपने लहू के द्ारा िमषी बनाया है; इसदलए मेरा माग्त प्रदतदिन दिन उजजवल और उजजवल हो रहा है।

मेरे भीतर का वयदति दिन-प्रदतदिन नया हो रहा है। मेरे पास बढने की वाचा है और परमेश्वर मुझे बढा रहे हैं, और मेरे पास जो कु छ है, वह बढता और बढता चला जा रहा है। मुझे आज सबसे उत्तम की अपेषिा है। उसने अनत के दलए मेरे सबसे उत्तम को बचाए रखा है, और इसदलए मैं यह अपेषिा करता हूँ दक यीरु के नाम से मेरे आने वाले दिन, अतीत के दिनों से अदिक उत्तम होंगे!

दिन 33दिन 35

इस योजना के बारें में

गलत सोच से हटते हुए उपवास करना

यह भोजन से "तेज" नहीं है, यह 40 नकारात्मक विचारों से उपवास है जो आपको संकट, चिंता, उदासी, दर्द, अवसाद और चोट पहुंचा रहे हैं - और वे विचार जो आपको मार रहे हैं - और आपको वास्तविक अनुभव करने से रोक रखा है यीशु। हजारों लोगों ने गलत सोच से उपवास का अनुभव किया है। यह आपके जीवन को बदल देगा।

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हम इस योजना को प्रदान करने के लिए ग्रेगरी डिको मंत्रालयों को धन्यवाद देना चाहते हैं। अधिक जानकारी के लिये कृपया यहां देखें: https://gregorydickow.com