उत्तरदायित्वनमूना
उत्तरदायित्व और परिवार
एक मसीही परिवार परमेश्वर के राज्य का एक भाग है| पिछले आखरी शताब्दी से, हम लगातार बहस करते आ रहें कि पति और पत्नी के बीच में कौन किसके अधीन है| खासतौर पर, भारत में परिवार का मुख्या पति होता है| अब समय में बदलाव आ गया है| पति, पत्नी, और बच्चों तक सबका अपना बैंक खाता है| हमारे परिवार के हर एक सदस्य के अपने अलग ईमेल और मोबाइल है|
बाइबल ईमेल अकाउंट और मोबाइल नंबर के बारे में बात नहीं करती| पर जब पति और पत्नी विवाह में एक साथ मिलते हैं, तब वे परमेश्वर के सामने एक वाचा बांधते हैं कि वे एक-दूसरे के साथ स्वतंत्र और पारदर्शी होंगे| हम अपने जीवन साथी के साथ सबकुछ बांटने का वचन बांधते हैं| यदि मैं अपने हर एक ईमेल या एसएमएस नहीं बाँट पा रहा जो मैं भेजता या प्राप्त करता हूँ, तो इसका मतलब वहां पर उत्तरदायित्व की कमी है|
माता-पिता के रूप में हम एक-दूसरे के उत्तरदायी है, हमारे बच्चे का उत्तरदायी महसुस करना एक सामान्य और अच्छी बात है| मैं ऐसे परिवार को जानता हूँ जिनके परिवार के प्रमुख घर से बाहर जाते है और पूरे परिवार को नहीं मालूम होता कि वो कहां जा रहें हैं! हमारे बच्चों को यह बताने में सहज महसूस होना चाहिए कि वे कहाँ है और क्या कर कर रहें हैं|
एक महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी जो एक मसीही पति और पत्नी उठाते है वो है परमेश्वर के द्वारा दिए अपने परिवार की सुरक्षा और देखभाल करना| हम अपने बच्चों के जीवन के प्रति उत्तरदायी है| हमारे पास ज़िम्मेदारी है कि हम उन्हें अपने वचन और उदाहरण के द्वारा प्रभु की ओर ले चले|
एक बूढ़े आदमी सैम की एक बहुत ही मार्मिक कहानी है जिसकी पत्नी काफी समय से बीमार है| उसको अल्झाइमर है और हर सुबह सैम उसके बगल में बैठता, उसके लिए किताब पढ़ता और उसका बिस्तर बनाने में मदद करता और हमेशा उसका ख्याल रखता| एक दिन एक नर्स सैम से पूछती है कि वो क्यों हर रोज़ उसके लिए ये सब करता है जबकि वो जानता है कि उसकी पत्नी उसे पहचानती तक नहीं| वो जवाब देता है, “भई, वो मेरी पत्नी है, है की नहीं? मैं तो उसे पहचानता हूँ!!” वैसा उत्तरदायित्व का वायदा हम अपने जीवनसाथी से करते हैं, जब हम अपने विवाह का वचन लेते हैं|
आज के दिन के लिए विचार:
केवल परिवार में एक-दूसरे के प्रति समर्पण के द्वारा ही हम एक-साथ जुड़े रह सकते हैं|
प्रार्थना:
प्रेमी प्रभु, मेरे अहम् को हटाने में मेरी मदद कीजिये जब मैं अपने परिवार के साथ एक प्रेम भरे संबंध में जुड़ता हूँ| एक परिवार के रूप में, हमें अपने प्रेम से बांध लीजिये, ताकि हम आप में मज़बूत हो और आपके उद्देश्य के लिए उपयोगी हो सकें| आमीन|
पवित्र शास्त्र
इस योजना के बारें में
मनुष्य होने के नाते और खासतौर पर मसीही होने के नाते, कई स्त्तर पर अपने परिवार, दोस्त, मालिक और कार्यस्थल के लोगों के प्रति परमेश्वर को जवाब देने की ज़िम्मेदारी हम पर है| मनुष्य स्वभाव से ही किसी के प्रति उत्तरदायी होना पसंद नहीं करता| परमेश्वर को हिसाब-किताब देना ही मूल रूप से सभी स्त्तर पर उत्तरदायी होने में हमारी मदद करता है|
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हम इस योजना को उपलब्ध कराने के लिए विक्टर जयकरन का शुक्रिया अदा करना चाहते हैं। अधिक जानकारी के लिये कृपया यहां देखें:
http://victorjayakaran.blogspot.in/