मत्ती 12

12
सब्त का बारा मा परसन
(मर 2:23-27; लूका 6:1-5)
1अर सब्त का दिन यीशु अपणा चेलों का दगड़ा मा पुंगड़ों बटि जाणु छौ, अर वेका चेलों तैं भूक लगि अर वु अन्‍न का बलडो तैं तोड़ि के खाण लगि गैनी। 2अर यू देखि के फरीसी दल का लोगु न यीशु कू बोलि, “अरे सुण, तेरा चेला वु काम कना छिन, जु कि सब्त का दिन पर करण ठिक नि च।” 3तब यीशु न ऊंतैं जबाब दिनी, #1 शमू 21:1-6“क्या तुमुन यू नि पैड़ी, कि जब राजा दाऊद अर वेका दगड़्या भूका छा, त वेन क्या कैरी? 4उ परमेस्वर का मन्दिर#12:4 वे बगत मा परमेस्वर की पूजा करणु खुणि एक बड़ु मन्दिर नि छौ, इलै मूसा की आज्ञा का मुताबिक वु एक बड़ा तम्बू मा परमेस्वर की पूजा करदा छा। मा गै, अर अरपण मा चड़ईं रुट्‍टी तैं वेन अर वेका दगड़्यों न खै। जब कि ऊं रुट्‍टीयों तैं खाण वे खुणि अर वेका दगड़्यों खुणि ठिक नि छौ, मगर ऊं रुट्‍टीयों तैं केवल पुरोहित लोग ही खै सकदा छा। 5अर क्या तुमुन नियम-कानूनों मा इन नि पैड़ी, कि पुरोहित लोग भि सब्त का दिन मन्दिर मा काम करण का बगत पर कई बार सब्त का नियम तोड़ि देन्दिन, मगर फिर भि ऊंतैं निरदोष मणै जान्दु? 6मगर मि तुमतै बतै देन्दु कि इख उ च, जु की मन्दिर से भि बड़ु च। 7अर जन कि लिख्यूं भि च कि, #होशे 6:6‘मि बलिदान ना, बल्किन मा दया चान्दु।’ कास तुम ईं बात को मतलब जाणि जान्दा त तुम निरदोष लोगु पर दोष लगौण वळा नि ठैरदा। 8किलैकि मनखि को पुत्र त सब्त का दिन को भि प्रभु च।”
यीशु द्‍वारा सुख्यां हाथ वळा तैं खूब करण
(मर 3:1-6; लूका 6:6-11)
9अर येका बाद यीशु उख बटि निकळि के यहूदी लोगु का प्रार्थना भवन मा ऐ। 10अर उख एक आदिम छौ, जैको एक हाथ सुक्यूं छौ। अर उख कुछ लोगु न यीशु पर दोष लगौणु का खातिर वेसे पूछी, “गुरुजी, सब्त का दिन पर कै मनखि तैं हमरा नियम-कानूनों का मुताबिक खूब करण ठिक च या नि च?” 11तब यीशु न ऊंतैं जबाब दिनी, “मानल्या, तुम मा बटि कै का पास एक ही भेड़ हो, अर अगर वा सब्त का दिन खडोळुन्द लमडी जौ, त अब इन बतावा कि तुम मा बटि इन्द्रयो कु जि मनखि होलु जु कि वींतैं पकड़ी के भैर नि निकळळु? 12मनखि की कीमत त फिर भि वीं भेड़ से कई जादा च। इलै सब्त का दिन पर भलै करण ठिक बात च, अर यां की इजाजत नियम-कानून भि देन्दिन।”
13तब यीशु न सुख्यां हाथ वळा मनखि कू बोलि, “अपणु हाथ अगनै बढ़ो” अर वेन बढै, तब वेको वु हाथ भि दुसरा हाथ का जन ठिक ह्‍वे गै।
परमेस्वर को चुण्यूं सेवक
(मर 3:7-12)
14तब फरीसी दल का लोग उख बटि भैर चलि गैनी, अर यीशु तैं जान से मरणु खुणि सला बणौण लगि गैनी। 15अर यीशु यू जाणि गै, अर उख बटि चलि गै। अर भौत सा लोग वेका पिछनै चलण लगि गैनी, अर वेन सब बिमार लोगु तैं खूब कैरी, 16अर ऊं लोगु तैं वेन इन भि आदेस देके बोलि कि, “मेरा बारा मा कैतैं नि बतयां।” 17अर या बात यीशु न इलै बोलि, ताकि वु वचन पूरु ह्‍वे जौ, जु कि यशायाह रैबर्या का द्‍वारा बुले गै छौ। अर वु वचन इन च कि,
18“देखा, यू मेरु सेवक च जैतैं मिन चुणी, यू मेरु लाडलु च अर येसे मेरु मन भौत खुश च, अर मि येतैं अपणा पवित्र आत्मा का द्‍वारा ताकत द्‍यूलु, अर मि कनकै सब देसों का लोगु तैं धरमी बणौलु, वांको परचार वु लोगु का बीच मा करलु।
19अर वु न त कै का दगड़ा मा झगड़ा करलु, अर वु कै खुणि भि चिल्‍लै के नि बुललु, अर ना ही वेकी आवाज सड़कों मा सुण्यालि।
20अर जु लोग निगुंला का कुंगळा हिस्सा का जन छिन, ऊंतैं वु तोड़ि के नास नि करलु, अर जु लोग बुझण वळा द्‍यू का जन छिन ऊंतैं वु नि बुझालु। अर जबरि तक परमेस्वर का सच्‍चा न्याय तैं जीत नि मिली जौ, तबरि तक उ इन्‍नि कनु रालु।
21देखा अर सुणा, देस-देस का लोग वेका नौ पर अपणी आस बणै के रखला।”
यीशु शैतान से भि जादा ताकतबर
(मर 3:20-30; लूका 11:14-23; 12:10)
22तब लोग यीशु का पास एक इन्द्रया मनखि तैं लेके ऐनी जै पर खबेस लग्यूं छौ, अर वे खबेस की वजै से उ अन्धु अर गूंगु ह्‍वे गै छौ। अर यीशु न वेतैं खूब कैर दिनी, अर वु दिखण अर बुलण लगि गै। 23अर ईं बात पर सब लोग हकदक ह्‍वेके बोन्‍न लगि गैनी, “अरे, कखि यू उई मसीह त नि च, जु कि राजा दाऊद का वंश मदि औण वळु छौ।” 24पर फरीसी दल का लोगु न यू सुणी के बोलि, “यू खबेसों का अधिकारी बालजबूल याने की शैतान की मदद से खबेसों तैं निकळदु।” 25पर यीशु ऊंका मनों की बात जाणि गै अर वेन ऊंकू बोलि, “अगर कै राज्य मा फूट पोड़ि जौ, त उ राज्य बरबाद ह्‍वे जान्दु। अर ठिक उन्‍नि अगर कै नगर या परिवार मा फूट पोड़ि जौ, त उ भि बरबाद ह्‍वे जान्दु, 26अर अगर शैतान ही शैतान तैं निकळण लगि जालु, त इन कैरिके वु खुद ही अपणा खिलाप ह्‍वे जालु, अर फिर वेको राज कनकै बणयूं रालु? 27अगर जु मि बालजबूल की मददळ खबेसों तैं निकळदु, त तुमरि शिक्षा का मुताबिक चलण वळा लोग खबेसों तैं कै की मददळ निकळदिन? इलै वु लोग ही तुमतै गळत साबित करला। 28पर अगर जु मि परमेस्वर की आत्मा की मददळ खबेसों तैं निकळदु, त ईं बात तैं सुणिल्या कि परमेस्वर को राज तुमरा नजदीक ऐ गै।
29“अर अगर कुई मनखि कै ताकतबर मनखि का घौर मा घुसी के वेको समान चुरण चान्दु हो, त पैलि वेतैं ताकतबर मनखि#12:29 ये उदारण का द्‍वारा यीशु इन बतौण चाणु च, कि उ शैतान से ताकतबर च अर खबेसों तैं निकळण की ताकत रखदु। तैं बन्धण पोड़लु। तब उ मनखि वेका घौर का समान तैं आराम से चुरै सकदु च। 30जु मेरा दगड़ा मा नि च उ मेरा खिलाप च, अर जु मेरा दगड़ा मा लोगु तैं इकट्‍ठा नि करलु उ ऊंतैं परमेस्वर बटि दूर लि जान्दु। 31इलै मि तुमतै बतै देन्दु कि मनखियों को हरेक पाप अर ऊंकी बुरी बातों तैं माफ किये जालु, पर अगर कुई मनखि पवित्र आत्मा का खिलाप मा बुललु, त वेको वु पाप माफ नि किये जालु। 32अर ठिक उन्‍नि अगर कुई मनखि का पुत्र का खिलाप मा कुछ बोललु, त वेतैं माफी दिये जालि, पर अगर कुई पवित्र आत्मा का खिलाप मा कुछ बोललु, त वेको यू अपराध ना त ये युग मा अर ना ही औण वळा युग मा माफ किये जालु।”
जन डाळु उन फल
(लूका 6:43-45)
33फिर यीशु न इन भि बोलि, “अगर तुम कै डाळा कू अच्छु बुल्द्‍यां, त वेका फल कू भि अच्छु बोला, अगर तुम कै डाळा कू बेकार बुल्द्‍यां त वेका फल कू भि बेकार बोला, किलैकि डाळु अपणा फलों बटि ही पछ्याणे जान्दु। 34हे गुरौ का बच्‍चों, तुम त बुरा छाँ, त फिर तुम अच्छी बात कनकै बोलि सकद्‍यां? किलैकि जु कुछ मन मा भोरयूं होन्दु, मनखि का गिच्‍चा बटि उई निकळदु। 35एक अच्छा मनखि का मन मा अच्छी बात होनदिन, इलै उ अपणा मन से अच्छी बात ही बुल्दु। अर एक बुरा मनखि का मन मा बुरी बात होनदिन, इलै उ अपणा मन से बुरी बात ही बुल्दु। 36मि तुम बटि बोन्‍नु छौं कि न्याय का दिन पर हरेक मनखि तैं वेकी बुलिं बेकार बातों को हिसाब-किताब देण पोड़लु। 37किलैकि तू अपणी ही बातों की वजै से निरदोष ठैरैये जैली, अर अपणी ही बातों की वजै से तू दोषी ठैरीलि।”
चमत्कारिक चिन्‍न की मांग
(मर 8:11,12; लूका 11:29-32)
38तब कुछ शास्‍त्रियों अर फरीसी दल का लोगु न यीशु कू बोलि, “गुरुजी, हम चन्द्‍यां कि तुम हमतै एक चमत्कारिक चिन्‍न दिखा।” 39वेन ऊंतैं जबाब दिनी कि, “ईं पीढ़ी का बुरा अर बिस्वासघात करण वळा लोग ही चमत्कारिक चिन्‍न खुज्यौदिन, पर परमेस्वर का रैबर्या योना का दगड़ा मा जु कुछ भि ह्‍वे, वे चिन्‍न का अलावा ऊंतैं कुई चमत्कारिक चिन्‍न नि दिखये जालु। 40अर जन #योना 1:17योना एक बड़ा माछा का पुटगुन्द तीन दिन अर तीन रात तक रै, ठिक उन्‍नि मनखि को पुत्र भि धरती का तौळ तीन दिन अर तीन रात तक रालु। 41अर नीनवे नगर का लोग भि न्याय का दिन पर ये जमना का लोगु का दगड़ा मा खड़ा होला अर तुमतै दोषी ठैराला, किलैकि ऊंन योना रैबर्या का द्‍वारा कियां परचार तैं सुणी के पस्ताप कैरी। पर सुणा, इख त उ च जु की योना रैबर्या से भि महान च, पर तुम वे पर बिस्वास नि करद्‍यां।
42“अर #1 राजा 10:1-10; 2 इति 9:1-12दक्छिण की महाराणी न्याय का दिन पर ये जमना का लोगु का दगड़ा मा खड़ि होलि अर तुमतै दोषी ठैराली, किलैकि जब वींन राजा सुलैमान का ज्ञान का बारा मा सुणी, तब वा धरती का छोर बटि ऐ। पर सुणा, इख त उ च जु की राजा सुलैमान से भि महान च, पर तुम वे पर बिस्वास नि करद्‍यां।”
खबेस को वापिस लौटी के औण
(लूका 11:24-26)
43“अर जब कुई खबेस कै मनखि बटि भैर निकळदु, त उ खबेस सूखि जगों मा आराम करण की जगा खुज्यान्दु, अर जब वेतैं आराम की जगा नि मिलदी तब उ बुल्दु कि, 44‘मि वापिस वे ही मनखि का भितर चलि जौलु, जख बटि ऐ छौ।’ तब उ खबेस वापिस ऐके वे मनखि तैं एक घौर का जन खालि साफ-सुत्रो अर सज्युं-धज्युं पौन्दु। 45तब उ खबेस वापिस जैके अपणा दगड़ा मा सात और भि बुरा खबेसों तैं लेके औन्दु, अर ऊ वे मनखि मा रौण लगि जनदिन, अर तब वे मनखि की दसा पैलि से भि और बुरी ह्‍वे जान्दी। ईं पीढ़ी का बुरा लोगु की हालत भि इन्‍नि ह्‍वेलि।”
यीशु का सच्‍चा रिश्तेदार
(मर 3:31-35; लूका 8:19-21)
46अर जब यीशु भीड़ का लोगु बटि बात कनु छौ, कि देखा, वेकी माँ अर वेका भै भैर खड़ा होयां छा, अर ऊ यीशु बटि मिलण चाणा छा। 47तब कैन ऐके वेकू बोलि, “गुरुजी सुणा, तुमरि माँ अर तुमरा भै भैर खड़ा होयां छिन, अर तुम बटि मिलण चाणा छिन।” 48अर यू सुणी के वेन बोन्‍न वळा कू इन बोलि, “आखिर मा क्‍वा च मेरी माँ, अर कु छिन मेरा भै मि तुमतै बतै देन्दु,” 49तब वेन अपणु हाथ अपणा चेलों की तरफा बढै के बोलि, “देखा, यू ही मेरी माँ अर यू ही मेरा भै छिन। 50किलैकि जु कुई स्वर्ग मा रौण वळा मेरा पिता परमेस्वर की मनसा का मुताबिक चलदु, वा ही मेरी माँ अर ऊ ही मेरा भै-बैंणा छिन।”

Выделить

Поделиться

Копировать

None

Хотите, чтобы то, что вы выделили, сохранялось на всех ваших устройствах? Зарегистрируйтесь или авторизуйтесь