कठिन मार्गों में उमड़ना Sample
![कठिन मार्गों में उमड़ना](/_next/image?url=https%3A%2F%2Fimageproxy.youversionapi.com%2Fhttps%3A%2F%2Fs3.amazonaws.com%2Fyvplans%2F21966%2F1280x720.jpg&w=3840&q=75)
उमड़ते हुआ जीवन जीने का मुख्य उद्देश्य
आप सोच रहे होगे कि, मसीही होने के नाते, हमारे लिए छलकाव या उमड़ता हुआ जीवन जीना क्यों महत्वूपर्ण है। क्या उमड़ता हुआ जीवन जीने या न जीने से कोई फर्क पड़ता है? जब जीवन ही हमें दबाना चाहता है तो उसे बचाने की कोशिश करने से क्या लाभ है? जब परिस्थितियों के कारण हमें अपनी ज़मीन खसकती हुई सी महसूस हो रही है तो हमें उम्मीद करने से क्या लाभ है?
यह हमें यह दिखाता है कि उमड़ता हुआ जीवन जीना एक चुनाव है और हमारे लिए उमड़ता या छलकता हुआ जीवन जीना इसलिए ज़रूरी है :
1. यह जीवन की हर परिस्थिति में मसीह का प्रचार करने में हमारी मदद करता है। यीशु बहुत जल्दी इस सच्चाई को जोड़ पाया था कि उसकेजीवन की इन सारी कड़ियों को जोड़ने परमेश्वर ही है। उसने किसी चीज़ का श्रेय नहीं लिया लेकिन जिस मुकाम पर वह पहुंच गया उसके लिए उसनेपरमेश्वर को महिमा दी। जो स्थान या पद परमेश्वर ने आपको दिया है, जो आनन्द आप में पाया जाता है, जो प्रेम आप लोगों पर प्रगट करते हैं, औरजिस तरह से आप तूफानों के बीच में भी एक दास के रूप में लोगों की अगुवाई करते हैं, उसके द्वारा स्पष्टता से और ज़ोर से पता चलता है किआपके लिए यीशु कौन है। जैसा कि किसी ने एक बार कहा था, कि हमारा जीवन ही कई लोगों के लिए वह बाइबल बन जाता है जिसे वे पढ़ पाते हैं- इसलिए अच्छी तरह जियें।
2. यह परमेश्वर की योजना को पूरा करने तथा हमारे जीवन के उद्देश्य को पूरा करने में मदद करता है। अगर मिस्र में यूसुफ एक प्रधान मंत्री केरूप में न होता तो याकूब के परिवार का इस अकाल में जीवन निर्वाह कर पाना मुश्किल था और हो सकता है कि वे इसमें खत्म हो जाते। यूसुफ केजीवन के लिए परमेश्वर की सिद्ध योजना यह थी कि वह अपने परिवार को इस विनाशकारी अकाल से बचाए और इस बात को सुनिश्चित करे कि जोप्रतिज्ञा परमेश्वर ने उत्पत्ति 17 में उसके वंश को लेकर की थी वह प्रतिज्ञा पूरी हो। यदि आप यह सोचते हैं कि वर्तमान काल में आपके जीवन का क्याउद्देश्य है तो आपको यह जानकर बहुत प्रोत्साहन प्राप्त होगा कि आपके जीवन का मकसद आपको अपनी बाधा की दूसरी ओर पता चल जाएगा।किसी के भी मुंह से आजतक यह नहीं सुना गया कि उनके लिए उद्देश्यपूर्ण और फलदायी जीवन जीना आसान था। जैसा कि भजनकार भजन 65 मेंलिखता है कि हम कठिन राहों में भी परमेश्वर की उत्तम आशीषों को प्राप्त करेगें। अर्थात हर एक ऋतु में उद्देश्यों की बहुतायत होगी, अन्धकार से भरीहुई घाटियों में चलने के लिए बहुतायत का अनुग्रह और हमारे सम्पूर्ण जीवन यात्रा में उसकी उपस्थिति की बहुतायत।
3. दूसरों को हमारे जीवन के द्वारा चंगाई और बहाली मिलने में सहायता प्राप्त होती हैं। याकूब और उसके पूरे परिवार को मिस्र के गोशेन मेंस्थानान्तरित होने की वजह से विनाशकारी अकाल से छुटकारा प्राप्त हुआ। यूसुफ द्वारा बिना किसी शर्त अपने भाईयों को क्षमा करने और दया करनेकी वजह से यह परिवार बहाल हुआ और इस परिवार में होकर राजा दाऊद और अन्ततः यीशु का जन्म हुआ था। आज जिन चीजों की वजह सेआपको तकलीफ उठानी पड़ रही है या आप जिन्हें सह रहे हैं एक दिन वे ही चीज़ें किसी के जीवन में सहायता कर सकती हैं। यह भी हो सकता हैकि परमेश्वर मानव जाति को किसी क्षेत्र में छुटकारा देने की योजना के लिए इस्तेमाल कर रहा हो, जिसमें उन्हें बहुतायत से दिव्य स्पर्श की जरूरत है।आप यह जानकर बलवन्त हो सकते हैं कि आप उस विशाल योजना के एक भाग हैं जिसका मुख्य वास्तुकार स्वयं परमेश्वर है।
About this Plan
![कठिन मार्गों में उमड़ना](/_next/image?url=https%3A%2F%2Fimageproxy.youversionapi.com%2Fhttps%3A%2F%2Fs3.amazonaws.com%2Fyvplans%2F21966%2F1280x720.jpg&w=3840&q=75)
क्या आज आप बहुतायत से उमड़ने वाले स्थान से चलने, कम करने, प्रेम करने और सेवा करने का निर्णय लेंगे? क्या आप पवित्र आत्मा से प्रार्थना करना चाहेगें कि वह आपको इस हद तक भर दे ताकि जब दूसरे लोग आपको देखें तो उन्हें भली प्रकार से सींचा गया बगीचा या ऐसा उमड़ता हुआ झरना नज़र आये जिसका पानी किसी भी मौसम में कभी नहीं सूखता ?
More
Related Plans
![The Pursuit of Pleasure: A Godly Perspective](/_next/image?url=https%3A%2F%2Fimageproxy.youversionapi.com%2Fhttps%3A%2F%2Fs3.amazonaws.com%2Fyvplans%2F55497%2F320x180.jpg&w=640&q=75)
The Pursuit of Pleasure: A Godly Perspective
![Week 2: Knowing Truth in the Age of AI](/_next/image?url=https%3A%2F%2Fimageproxy.youversionapi.com%2Fhttps%3A%2F%2Fs3.amazonaws.com%2Fyvplans%2F55494%2F320x180.jpg&w=640&q=75)
Week 2: Knowing Truth in the Age of AI
![How to Have a Quiet Time With God](/_next/image?url=https%3A%2F%2Fimageproxy.youversionapi.com%2Fhttps%3A%2F%2Fs3.amazonaws.com%2Fyvplans%2F55489%2F320x180.jpg&w=640&q=75)
How to Have a Quiet Time With God
![God Is Not ChatGPT](/_next/image?url=https%3A%2F%2Fimageproxy.youversionapi.com%2Fhttps%3A%2F%2Fs3.amazonaws.com%2Fyvplans%2F55488%2F320x180.jpg&w=640&q=75)
God Is Not ChatGPT
![101 Prayers for Comfort](/_next/image?url=https%3A%2F%2Fimageproxy.youversionapi.com%2Fhttps%3A%2F%2Fs3.amazonaws.com%2Fyvplans%2F55045%2F320x180.jpg&w=640&q=75)
101 Prayers for Comfort
![The Deep-Rooted Marriage: A 5-Day Reading Plan](/_next/image?url=https%3A%2F%2Fimageproxy.youversionapi.com%2Fhttps%3A%2F%2Fs3.amazonaws.com%2Fyvplans%2F55490%2F320x180.jpg&w=640&q=75)
The Deep-Rooted Marriage: A 5-Day Reading Plan
![Help! I'm Not Good at Forgiveness](/_next/image?url=https%3A%2F%2Fimageproxy.youversionapi.com%2Fhttps%3A%2F%2Fs3.amazonaws.com%2Fyvplans%2F55496%2F320x180.jpg&w=640&q=75)
Help! I'm Not Good at Forgiveness
![Week 1: Being Human in the Age of AI](/_next/image?url=https%3A%2F%2Fimageproxy.youversionapi.com%2Fhttps%3A%2F%2Fs3.amazonaws.com%2Fyvplans%2F55492%2F320x180.jpg&w=640&q=75)
Week 1: Being Human in the Age of AI
![IHCC Daily Bible Reading Plan - July](/_next/image?url=https%3A%2F%2Fimageproxy.youversionapi.com%2Fhttps%3A%2F%2Fs3.amazonaws.com%2Fyvplans%2F55493%2F320x180.jpg&w=640&q=75)
IHCC Daily Bible Reading Plan - July
![How to Read Your Bible 101](/_next/image?url=https%3A%2F%2Fimageproxy.youversionapi.com%2Fhttps%3A%2F%2Fs3.amazonaws.com%2Fyvplans%2F55481%2F320x180.jpg&w=640&q=75)