BibleProject | यीशु-आगमन पर चिंतन नमूना

BibleProject | यीशु-आगमन पर चिंतन

दिन 4 का 28

अतीत में परमेश्वर की विश्वासयोग्यता, भविष्य के लिए आशा को प्रेरित करती है| हम आशा से आगे की ओर देख सकते हैं, पीछे की ओर यह देखकर स्मरण करते हुए की परमेश्वर कितना भरोसेमंद रहा है| यदि वह तब विश्वासयोग्य था, तो वह फिर से क्यों न विश्वासयोग्य रहेगा? 


पढ़ें: इब्रानी १०:२३ 


चिंतन करें: तीन विशिष्ट तरीके स्मरण करें जिनके द्वारा परमेश्वर ने अतीत में आपके और आपके समुदाय के प्रति प्रेम प्रगट किया है| 


आप की, परमेश्वर के विश्वासयोग्य प्रेम की यादें, आज कैसे आप के लिए आशा का प्रयोजन कराती हैं? 


इन चिंतन को परमेश्वर के साथ वार्तालाप में बदल डालिए| दूसरों के साथ साझा कीजिये की उसके विश्वासयोग्य प्रेम का आपके लिए क्या अर्थ है, और कैसे आप आज भी उसे विश्वासयोग्य देखना चाहते हैं|  

पवित्र शास्त्र

दिन 3दिन 5

इस योजना के बारें में

BibleProject | यीशु-आगमन पर चिंतन

बाइबिल प्रोजेक्ट ने व्यक्ति-विशेष, छोटे समूहों एवं परिवारों को प्रेरित करने के लिए यीशु-आगमन सम्बन्धी चिंतन की संरचना की है ताकि वे यीशु के आगमन या आने का उत्सव मना सकें| इस चार सप्ताह की योजना में शामिल हैं एनीमेटेड वीडियो, छोटे सारांश, और चिंतन-प्रश्न जो प्रतिभागियों की सहायता करते हैं ताकि वे आशा, शान्ति, आनंद और प्रेम जैसे विचारों का अध्ययन बाइबिल में दिए गए अर्थ अनुसार कर सकें|

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हम इस योजना को प्रदान करने के लिए BibleProject को धन्यवाद देना चाहते हैं। अधिक जानकारी के लिए, कृपया देखें: https://bibleproject.com