प्रमुदित और उज्ज्वल: हर रोज़ बड़ा दिन मनाते हुएनमूना
आओ, हम उसकी आराधना करें। "बड़े दिन का जादू उपहारों में नहीं बल्कि उसकी उपस्तिथि में है।''
बड़े दिन का जादू उपहारों में नहीं बल्कि उसकी उपस्तिथि में है।
अनगिनत परंपराएं हैं जिन्हें हम अपने बड़े दिन के मौसम में शामिल करते हैं। हम अपने घरों और व्यवसायों को सभी प्रकार के रिबन, दीपक और चमकीली वस्तुओं से सजाते हैं। हम ऐसे व्यंजन बनाते और खाते हैं जो हम पिछले दिसंबर से खाने के लिए तरस रहे थे, लेकिन जनवरी और नवंबर के बीच खाने में उचित नहीं समझते। हम अपने शहरों के चारों ओर टहलते हैं, ताकि लाइटों के शानदार प्रदर्शन को देख सकें। हम अपने बच्चों के स्कूलों में नाटक देखते हैं और हमारे कलीसिया में कार्यक्रम देखते हैं। निश्चित रूप से दिसंबर के महीने के दौरान परंपराओं की कम नहीं हैं।
और अक्सर इस खुशी के मौसम की हलचल में, इन अस्थाई गतिविधियों का आनंद लेने में, हम एक बात भूल जाते हैं जो हमारी रोजमर्रा की परंपरा में शामिल होनी चाहिए - यीशु के साथ समय बिताना। यह अक्सर हमारे जीवन में एक रिश्ता है जिसमें हम साल के उस मौके पर निवेश करना भूल जाते हैं जो की हमारे उत्सव की वजह है। यह करना आसान है और हम सभी, हमारे जीवन के किसी अवसर पर, इस जगह में खुद को पाते हैं।
लेकिन अच्छी खबर है! सिर्फ इसलिए कि हम एक दिन, एक सप्ताह या यहां तक कि यीशु के साथ समय बिताने में एक महिना दूर रहे हों, इसका मतलब यह नहीं है कि हम फिर से शुरू नहीं कर सकते हैं। परमेश्वर की दया हर एक दिन नई होती है। निम्नलिखित में से एक या अधिक करके फिर से परमेश्वर पिता के साथ अपना समय बिताना शुरू करें:
- एक बाईबल योजना शुरू करें।
- साल के हर महीने भजन सहिंता और नीतिवचन पढ़ें।
- एक आयत या छोटा बाइबल अंश चुनें और उस पर लिख कर मनन करें। अपनी रोजमर्रा की ज़िंदगी में भजनों में शामिल करें।
- अपने ज़िन्दगी में लोगों के लिए प्रार्थना में समय व्यतीत करें। कोई उपदेश या पॉडकास्ट सुनें जो आपके विश्वास को बढ़ाए।
इन चीजों को करना परमेश्वर के प्यार के योग्य बनने के लिए नहीं या यह सुनिश्चित करने के लिए नहीं है कि वह हम से गुस्सा ना हो। यह उस व्यक्ति के साथ जुड़ने के बारे में है जिसने हमारे लिए अपना जीवन दे दिया ताकि हम उसके लिए अपना जीवन जी सकें। यह उस ताकत को पाने के बारे में है जिसकी हमें ज़रूरत है ताकि हम एक ऐसी दुनिया में रह पाएं जो हमारा सच्चा घर नहीं है यह उसके साथ चलने के बारे में है ताकि हम रास्ते में दूसरों की मदद करने के लिए अपने विश्वास में सीख और बढ़ सकें।
आइए हम यीशु के साथ पूरे साल समय बिताना सबसे महत्वपूर्ण परंपरा बनाएं ।
मनन करें
- क्या आपको रोज़ यीशु के साथ समय बिताना चुनौतीपूर्ण लगता है? ऐसा क्या है जो आपको इस प्रतिबद्धता को बनाए रखने से रोकता है?
- आज ही तय करें कि आपकी प्रतिबद्धता को बनाए रखने में क्या मददगार होगा।
पवित्र शास्त्र
इस योजना के बारें में
बड़े दिन के बारे में कुछ खास है जो हममें सर्वश्रेष्ठ को सामने लाता है। हम और ज़्यादा दयालु, और ज़्यादा उदार, और जिन को हम प्यार करते हैं उनके साथ और ज़्यादा समय बिताते हैं। पर क्या होता अगर बड़ा दिन दिसंबर में ख़तम ना होता? क्या होता अगर हम बड़ा दिन हर रोज़ मना सकते?
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