प्रमुदित और उज्ज्वल: हर रोज़ बड़ा दिन मनाते हुएनमूना
यह साल का सबसे अद्भुत समय है
"काश हम क्रिसमस की भावना को मर्तबान में डाल सकते और हर महीने इसका एक मर्तबान खोल सकते" - हरलान मिलर
बड़े दिन पर, हम आमतौर पर साल के बाकी हिस्सों की तुलना में थोड़े नरम होते हैं। हम थोड़ा और मुस्कुराते हैं, थोड़ा और हंसते हैं, और थोड़ी और दया दिखाते हैं। हम लोगों को हाईवे पर अपनी लेन में आने देते हैं, हम कुछ पैसे एक दुकान के बाहर दानपेटी में डालते हैं, और हम उन लोगों को जो हमें परेशान करते हैं, अच्छी बातें कहते हैं, क्योंकि "यह बड़ा दिन है।"
लेकिन, एक बार २५ दिसंबर आ गया है और चला गया है, हम सजावट और उपहार समेट कर, क्रिसमस की भावना के साथ उन्हें दूर कर देते हैं। आप जानते हैं, क्रिसमस की भावना जिसने हमें थोड़ा और अधिक धैर्यवान, थोड़ा अधिक पैसा देने और थोड़े अधिक दयालु होने का कारण बनी।
कई लोगों के लिए, बड़ा दिन साल का एक अद्भुत समय है। इसके दौरान प्यार करना और दयालु होना हमारे लिए आसान है। क्योंकि यह साल का इतना छोटा समय है, हम सोचते हैं, "मैं इस एक चीज़ को अनदेखा कर सकता हूं- आखिरकार, बड़ा दिन है।" सोचने को हम पूरा साल इस तरह कार्य कर सकते हैं, एक असंभव बात लगती है। लेकिन अगर हम लोगों को अलग आंखों के माध्यम से देख सकें और उनके साथ वैसा ही व्यवहार करें जैसा हम खुद के साथ चाहते हैं, तो हम इसे अपनी वास्तविकता बना सकते हैं।
पास्टर क्रेग ग्रेशेल कहते हैं, "हम लोगों के कार्यों से उनके बारे में राय बनाते और उनका न्याय करते हैं, लेकिन हम अपने इरादों के आधार पर खुद का न्याय करते हैं।" अगर दूसरों के कार्यों में सब कुछ बुरा सोचने के बजाय, हम सबसे अच्छा सोचें? क्या होगा अगर हम दूसरों के हमारे प्रति कार्यों में केवल अच्छाई देखें भले ही हमें उस पर यकीन न हो। बड़े दिन पर भी, लोग सिद्ध नहीं हैं और कभी-कभार हमें अपमानित मेहसूस करा सकते हैं। लेकिन अगर हम समझ सकते कि किसी ना किसी बात की वजह से हर किसी का दिल दुख रहा है और यह की हम सभी को हमारे प्रति थोड़ी अतिरिक्त दयालुता की ज़रूरत है।
वह महिला जो स्वार्थी लग रही थी और आपको दुकान में काट के अपना सामान ले लिया? शायद उसकी दुनिया बस अभी बिखर गई हो क्योंकि उसका गर्भपात हो गया। वह बच्चा जो अपनी कक्षा में दूसरों को परेशान करना नहीं छोड़ता? हो सकता है कि उसके माता-पिता एक दूसरे को तलाक दे रहे हैं और वह नहीं जानता कि अपने इस दर्द को कैसे संभालना है। वो पास्टर जिसने कलीसिया में आपके साथ पर्याप्त ढंग से भेंट नहीं की? हो सकता है कि उनकी निजी जिंदगी एक ज़िद्दी बेटी के कारण उन्हें शक्तिहीन बना रही हो।
हम लोगों के इरादों के बारे में धरना नहीं बना सकते, और ना ही यह मान सकते हैं कि वे हमेशा हमारी उम्मीदों पर खरे उतरेंगे। आइए हम वही अनुग्रह अर्पण करें जो हम चाहते हैं हमें अर्पण किया जाए। न सिर्फ जश्न मनाने के मौसम के दौरान, बल्कि पूरे वर्ष के लिए।
मनन करें
- क्या आप बड़े दिन की छुट्टियों के मौसम में ज़्यादा दयालु हैं? या क्या आपको लगता है कि आप इस क्षेत्र में लगातार स्थिर हैं?
- आपको लोगों के साथ लगातार दिन और रात दयालुता से पेश आने के लिए क्या करने की आवश्यकता है?
पवित्र शास्त्र
इस योजना के बारें में
बड़े दिन के बारे में कुछ खास है जो हममें सर्वश्रेष्ठ को सामने लाता है। हम और ज़्यादा दयालु, और ज़्यादा उदार, और जिन को हम प्यार करते हैं उनके साथ और ज़्यादा समय बिताते हैं। पर क्या होता अगर बड़ा दिन दिसंबर में ख़तम ना होता? क्या होता अगर हम बड़ा दिन हर रोज़ मना सकते?
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