परमेश्वर के भेेदनमूना
जब-जब आप प्रार्थना करने के लिये घुटने टेकते है तब-तब प्रार्थना करने के पहिले प्रभु को अति महान बनाएँ और जो वह है उसके लिये उसका भजन गाएँ। आपके लिये वह कितने उँचे स्थान में विराजमान है उसे समझें। उसके बाद प्रार्थना करना आपके लिये आनंदमय होगा। अन्यथा तो थोडे ही पलों में घुटने दुखने लगेंगे और बाद में पेट, सिर, कान, दुखने लगेंगे और अन्य कई प्रकार के कष्ट बढ जायेंगे। में आप सोने की तैयारी करेंगे और कहेंगे कि 'मै कल प्रार्थना करूँगा।’ प्रभु जानता है कि मै कितना अधिक थक गया हूं। बीते रात मै चार बजे सोने गया था। इसलिये अभी कैसे प्रार्थना कर सकता हूं? उसके बाद आपकी प्रार्थना छोटी होगी, 'प्रभु मुझे आशिष दो, सभों को आशिष दो।’ इसलिये प्रार्थना करने से पहिले उपासना करें। प्रार्थना करने के लिये यह शक्तिवर्धक बन जायेगा; आप प्रार्थना में ताजगी अनुभव करेंगे और थकान नही होगा। इसी रीति से वचन की सेवा करते समय या गवाही देते समय यही बातें कहे, जिससे प्रभु को मान मिले और थकान नहीं होगा। जितना आप प्रभु को सम्मानित करेंगे उतना ही आपको सामथ मिलेगी। उसके गौरवशाली नाम को स्वीकार करने में कभी नहीं लजाये । इस रीति से परमेश्वर का जीवन आपमें और आपके द्वारा बहते रहेगा।
पवित्र शास्त्र
इस योजना के बारें में
प्रतिदिन के मनन को पढ़िए और पवित्रशास्त्र की आयतों का मनन कीजिए। एक जीवन परिवर्तित करने वाली गवाही या परमेश्वर के अलौकिक सामर्थ के प्रदर्शन को पढ़ने के बाद कुछ समय के लिए रूकें।
More
हम इस योजना को प्रदान करने के लिए बेरा बुक रूम को धन्यवाद देना चाहते हैं। अधिक जानकारी के लिए, कृपया देखें: http://www.bereabookroom.org