ईस्टर की कहानी नमूना
शुक्रवार-ईसाई धर्मदूत पॉल ने फिल्लिप्पिंस अध्याय 3 में कहा हैं"मुझे प्रभु ईसा मसीह की तरह पुनरुथान की शक्ति और उनके द्वारा अनुभव किया गया कष्ट में भागिदार बनना हैं ताकि मृत्यु के समय उनकी तरह बन सकूँ"ऐसा लगता हैं यह अनुभव असंभव हैं ,मगर इस कहानी का सार यह हैं,हम प्रभु को सच्चे दिल से जान सकते हैं। दुनियाभर में व्यापित हिंसा और अशांति के मध्य जब हम ख़ुशी,शांति,स्वछता को देखते प्रभु के पथ पर चलने की खूबसूरती का महसूस होता हैं। उनका जीवन कितना साधारण था,पिता परमेश्वर पर निस्वार्थ पूरा भरोसा करना। प्रभु का एक मात्र निकटतम मित्र उनकी माता थी।उनका जीवन ऐसा सरल था। प्रभु की इच्छा हमारे जीवन में पूर्ण हो इसकी कामना करे तथा ईसा मसीह की तरह एक सरल जीवन व्यतीत करे
इस योजना के बारें में
आप अपने जीवन का अंतिम सप्ताह कैसे व्यतीत करना चाहेंगे?जब आप यह जानते हैं की आपका आखरी वक्त करीब हैं। प्रभु ईसा मसीह का अंतिम सप्ताह मानवीय रूप में धरती पर यादगार लम्हों से भरपूर था ,भविष्यवाणी का पूरा होना,घनिष्ठ प्रार्थना,प्रतीकात्मक कार्य,गहरी चर्चा और दुनिया को बदलने वाले कार्यक्रमों के साथ था। इस योजना का संरचना ईस्टर से पहले सोमवार के लिए किया गया हैं,जो आपको हररोज़ चार सुसमाचार में से एक अध्याय इस पवित्र सप्ताह के बारे में अध्ययन हेतु मददगार साबित होगा।
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यह योजना उपलब्ध कराने के लिए हम Life.Church को धन्यवाद करते हैं।Life.Church के बारे में और अधिक जानकारी के लिए कृपया www.Life.Church वेबसाइट देखे।