शक्ति और साहस के साथ जीओ!नमूना
" वह उद्धार को एक व्यक्तिगत वास्तविकता बनाता है"
यद्यपि यह यीशु ही था जिसने हमारे उद्धार की कीमत चुकायी थी, लेकिन यह पवित्र आत्मा के माध्यम से परमेश्वर की उपस्थिति ही है जो उद्धार को किसी के लिए एक व्यक्तिगत वास्तविकता बनाता है जो इसे ग्रहण करते हैं। यीशु ने यह स्पष्ट किया कि जब हम पैदा होते हैं तभी हमें उद्धार नहीं मिलता। एक आत्मिक नया जन्म होता है जो होना चाहिए, जिसका रचियता केवल पवित्र आत्मा ही हो सकता है।
“यीशु ने उत्तर दिया, कि मैं तुझ से सच सच कहता हूं; जब तक कोई मनुष्य जल और आत्मा से न जन्मे तो वह परमेश्वर के राज्य में प्रवेश नहीं कर सकता। क्योंकि जो शरीर से जन्मा है, वह शरीर है; और जो आत्मा से जन्मा है, वह आत्मा है।" – यूहन्ना 3:5-6
जिस क्षण कोई मसीह को अपने जीवन में ग्रहण करता है, तभी वह उनके भीतर के व्यक्ति में आत्मिक नवीनीकरण का आह्वान करता है, जिसके परिणामस्वरूप उनके जीवन से पाप का पूरा जुर्माना पूरी तरह मिटा दिया जाता है।
इसके अलावा, पवित्र आत्मा परमेश्वर के अविश्वसनीय प्रेम को गैर-विश्वासियों पर प्रकट करने के लिए उनके जीवन में काम करता है। यीशु ने कहा,
“परन्तु जब वह सहायक (पवित्र आत्मा) आएगा, जिसे मैं आपके पास पिता की ओर से भेजूंगा, अर्थात सत्य का आत्मा जो पिता की ओर से निकलता है, तो वह मेरी गवाही देगा।" यूहन्ना 15:26
आज, पवित्र आत्मा परमेश्वर के प्रेम को यीशु को घोषित करने के द्वारा इस अद्भुत सेवकाई को जारी रखता है जो परमेश्वर के प्रेम का प्रतिरूप हैं, और जो कुछ भी वह हमारी दुनिया में विश्वासियों और गैर-विश्वासियों दोनों को दर्शाता है।
पवित्र शास्त्र
इस योजना के बारें में
आप कभी अकेले नहीं हो। चाहे आप अपने मसीही विश्वास में 1 दिन या 30 साल के हों, यह सत्य उन सभी के लिए अटल है जिनके साथ जीवन हमें चुनौती दे सकता है। इस योजना में प्रभावी रूप से परमेश्वर की सहायता को गले लगाने के तरीके को सीखें। डेविड जे. स्वांत द्वारा लिखी गयी पुस्तक, "आउट ऑफ़ दिस वर्ल्ड: ए क्रिश्चियनन्स गाइड टू ग्रोथ एंड पर्पस" से लिया गया।
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हम इस योजना को उपलब्ध कराने के लिए ट्वेंटी 20 फेथ, इंक का शुक्रिया अदा करना चाहते हैं। अधिक जानकारी के लिये कृपया यहां देखें: http://www.twenty20faith.org/youversionlanding