शक्ति और साहस के साथ जीओ!नमूना

शक्ति और साहस के साथ जीओ!

दिन 3 का 8

"स्वर्ग का   राजदूत - पवित्र आत्मा"

एक राजदूत किसी सरकार का आधिकारिक प्रतिनिधि होता है जो   शांति और अच्छे संबंध के मिशन को पूरा करने के लिए दूसरे देश में उनके लोगों के   बीच रहने के लिए भेजा जाता है। वह अपने कर्तव्यों को सरकार के उस अधिकार, उदारता और   संसाधनों के साथ पूरा करता है जिसका वह प्रतिनिधत्व करता है। उसपर जो पूर्ण   विश्वास किया जाता है, उसी आधार   पर वह गरिमा के साथ अपना उद्देश्य पूरा करता है और कार्य को संपन्न करता है।

कई मायनों में,   पवित्र आत्मा का अभियान स्वर्ग से भेजे गए एक राजदूत जैसा ही दिखता है।   पवित्र आत्मा परमेश्वर के सभी अधिकार,   सामर्थ और संसाधनों का प्रतीक है,   और अपनी उपस्थिति और काम के माध्यम से पृथ्वी पर हर व्यक्ति के प्रति परमेश्वर   के प्यार को अभिव्यक्त और प्रकट करता है।

जैसे-जैसे यीशु का अपने चेलों से अलग होने का समय नजदीक आने   लगा, उसने उनसे कहा कि उसके चले जाने के बाद भी वह उन्हें अकेले नहीं   छोड़ेगा। उसने उन लोगों से उसके विषय में कहा जो उसके स्थान पर उनके साथ रहने,   उन्हें मार्गदर्शन देने, उन्हें सिखाने,   उन्हें सांत्वना देने और उन्हें नेतृत्व करने के लिए भेजा जाएगा –   अर्थात् पवित्र आत्मा। यीशु ने कहा:

“तौभी मैं   तुम से सच कहता हूं, कि मेरा जाना   तुम्हारे लिये अच्छा है, क्योंकि यदि   मैं न जाऊं, तो वह सहायक   (पवित्र आत्मा) तुम्हारे पास न आएगा,   परन्तु यदि मैं जाऊंगा,   तो उसे तुम्हारे पास भेज दूंगा।" यूहन्ना 16:7 

पृथ्वी पर यीशु के कार्य पूरा होने के बाद, उसने पवित्र   आत्मा को हमारे साथ रहने के लिए अपने स्थान में भेजा जब तक कि वह फिर से लौट न आए।   पवित्र आत्मा हमारे जीवन में मार्गदर्शन,   अगुवाई, सांत्वना   और सलाह प्रदान करता है। यीशु ने पवित्र आत्मा को अपने शिष्यों के सामने इस तरह   से वर्णित किया:

“परन्तु सहायक अर्थात पवित्र आत्मा जिसे पिता मेरे नाम से भेजेगा,   वह तुम्हें सब बातें सिखाएगा, और जो कुछ मैं   ने आप से कहा है, वह सब तुम्हें स्मरण कराएगा।" यूहन्ना   14:26

परमेश्वर की उपस्थिति आज हमारे साथ पवित्र आत्मा के रूप   में है, और वह   सक्रिय रूप से हमारी दुनिया में और हमारे जीवन में काम कर रहा है।

पवित्र शास्त्र

दिन 2दिन 4

इस योजना के बारें में

शक्ति और साहस के साथ जीओ!

आप कभी अकेले नहीं हो। चाहे आप अपने मसीही विश्वास में 1 दिन या 30 साल के हों, यह सत्य उन सभी   के लिए अटल है जिनके साथ जीवन हमें चुनौती दे सकता है। इस योजना में प्रभावी रूप   से परमेश्वर की सहायता को गले लगाने के तरीके को सीखें। डेविड जे. स्वांत द्वारा लिखी गयी पुस्तक, "आउट ऑफ़ दिस   वर्ल्ड: ए क्रिश्चियनन्स गाइड टू ग्रोथ एंड पर्पस" से लिया गया।

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हम इस योजना को उपलब्ध कराने के लिए ट्वेंटी 20 फेथ, इंक का शुक्रिया अदा करना चाहते हैं। अधिक जानकारी के लिये कृपया यहां देखें: http://www.twenty20faith.org/youversionlanding