बच्चों के लिए प्रार्थना की वाचा –कैसे प्रीतिदिन परमेश्वर से बात करेनमूना
यह समर्पण के विषय में है ।
क्या आप यह बोल सकते है ?
प्रार्थना : प्रभु यीशु मसीह, मैं आपको अपने जीवन का प्रभु मानकर आपका अनुकरण करना चाहता हूँ। जैसे आप चाहते हो वैसे ही मुझे बदल दीजिये।
स्मरण पद : यहून्ना 13:13 को तीन बार दोहराये ।
क्या आप देख सकते है ?
आज की कहानी का शीर्षक है “ पतरस सिद्ध नही था ” जो की लूका 22:54-62 से ली गयी है ।
एक बार पतरस ने यीशु से कहा, “ यदपि सब आपको त्याग दे तौभी मैं आपको कभी न छोड़ूँगा। ” परन्तु यीशु कुछ अलग जानते थे और उन्होने ने यीशु से कहा, “ की आज मुर्गे के तीन बार बांग देने से पहले तीन बार तुम मेरा इंकार करोगे। ”
जैसा यीशु ने कहा था बिलकुल वैसे ही हुआ , महायाजक के घर के आँगन ने जहा यीशु से सवाल जवाब किए जा रहे रहे क्रूस पर चढ़ाने से पहले, पतरस भी वहाँ मौजूद था तभी वहाँ पर एक दासी लड़की वहाँ आयी और पतरस से बोली “ आप तो यीशु के साथ थे ” पतरस उसे डांट के बोला, “ नहीं, नहीं , यह सत्य नहीं है- मुझे नहीं पता तुम किसके बारे में बात कर रहे हो !” उसके बाद एक और दासी लड़की ने पतरस की ओर इशारा करके वह जमा भीड़ के लोगो से बोला, “ यह मनुष्य भी यीशु के साथ था ” पतरस ने फिर इंकार किया। अब पतरस घबरा गया था, वह नही चाहता की अब और लोग उसे पहचाने, परन्तु तीसरी बार भी किसी ने बोला, “ हमे पता है तू भी उनमे से एक है, तू गलीली के साथ जैसे बोलता है। ”
यह सुनकर पतरस शपथ खाने लगा ओर कोसने लगा। और गुस्से में डांट करके बोल, “ मैं उस मनुष्य को नही जनता। ” जैसे उसने यह कहा वैसे ही, कुकड़ाड़ाकू........ मुर्गे ने बांग दे दी ! एकाएक पतरस को यीशु के शब्द स्मरण आये और वह भाग कर फूट फूट के रोने लगा। उसको पता चल गया कि जैसा यीशु ने कहा था वैसा ही उसके साथ हो गया उसको बहुत दुख हुआ ।
परन्तु क्या आपको पता है सबसे अच्छी बात क्या थी? यीशु ने पतरस को नही छोड़ा। जब यीशु जी उठे उन्होने अपने कुछ चेलो के साथ सुबह का नाश्ता किया। यीशु ने पतरस से तीन बार पूंछा, “ पतरस, क्या तू मुझसे प्रेम रखता है ?” तीनों बार पतरस ने यीशु को उत्तर दिया, “ हा प्रभु आप जानते हो मैं आपसे प्रेम रखता हूँ । ” हर बार यीशु ने उत्तर दिया, “ मेरी भेड़ो को चरा ” यीशु चाहते थे कि पतरस उनका चेला रहे और वह चेले भी बनाये ।
यदपि पतरस सिद्ध नही था, लेकिन यीशु जानते थे कि पतरस दिल से उनका अनुकरण करना चाहता है। उसके बाद पतरस ने कभी भी यीशु का इंकार नही किया ।
क्या आप कर सकते है ?
अपने जीवन भर यीशु का अनुकरण करने के लिए अपने आप का समर्पण करे।
अपने आप को समर्पित करे कि यीशु आपके विचारो, कार्यो और इच्छाओ पर नियांतरण रख सके।
यीशु के साथ समय को बिताये जिससे यह प्रगट हो सके कि आप यीशु से प्रेम रखते है और उनका अनुकरण कर्ण चाहते है, उनकी आज्ञाओ का पालन करे और उनके समान प्रतिदिन बदलते जाए।
प्रार्थना : प्रिय स्वर्गीये पिता, आपका धन्यवाद मुझसे प्रेम करने के लिये और मुझे अपना संतान बनाने के लिये। मुझे आपसे प्रेम करने और आपकी आज्ञा का पालन करने के लिये सहायता करे। मेरी सहायता करे मैं दूसरों को वैसे ही प्रेम कर सकूँ जैसे अपने मुझसे किया है। यीशु मैं अपने पापो कि क्षमा मांगता हूँ, मुझे धो के साफ करे। मैं पूरे दिल से आपकी प्रशंसा करूंगा। यीशु मैं अपने जीवन का प्रभु मानकर आपका अनुकरण करता हूँ। जैसा आप चाहते है वैसा आप मुझे बदल दीजिये ।
पवित्र शास्त्र
इस योजना के बारें में
प्रस्तावना क्या आप परमेश्वर से वार्तालाप करना सीखना और उसके साथ एक गहरा समब्न्ध बनाना चाहते है? यह परियोजना आपकी सहायता करेगी कि आप परमेश्वर के दिल को समझ सके प्रार्थना करना सीखते हुये। परमेश्वर के पास आपके जीवन के लिए एक अद्भुत योजना और उद्देश्य है। एक अद्भुत जीवन आपका इंतजार कर रहा है, जैसे आप यीशु को खोजते है और उसका प्रतिदिन अनुकरण करने का निर्णय लेते है। एक पुरस्कृत पुस्तक से लिया गया, “ प्रार्थना की सामर्थ की वाचा बच्चों के लिए ” केंडी मारबाली के साथ स्टीफन एयरे के द्वारा।
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हम इस योजना को उपलब्ध कराने के लिए 40 Day Prayer Covenant को धन्यवाद देना चाहूंगा। अधिक जानकारी के लिए, कृपया देखें: https://theprayercovenant.org/kids/