परमेश्वर के वचन से समय के सदुपयोग के लिए सिद्धांत।नमूना
तय करें क्या अनिवार्य है
हमारे उपदेश में लुका १० के इस पद में मार्था बुरी मानी गयी। मगर सच ये है की हम सभी समय समय पर मार्था बन जाते हैं। इस बात में उलझे हुए की किसी क्षण में कौन कार्य सबसे ज़्यादा महत्वपूर्ण हैं। निःसंदेह किसी को रात्रि का भोजन बनाने की ज़रुरत थी, और मैं शर्त लगाने की भी तैयार हूँ की यीशु ने मार्था की सेवाभावना को सराहा होगा। ऐसा नहीं है की रात्रि का भोजन बनाना महत्वपूर्ण नहीं था। यीशु ने बस ये स्पष्ट किया की उस क्षण में मार्था और उसकी बहन मरियम के लिए वो काम महत्वपूर्ण नहीं था। उस क्षण महत्वपूर्ण था यीशु के चरणों में आकर उनसे ज्ञान प्राप्त करना
जैसा हमने कल देखा, अपने प्रोजेक्ट, कार्य और प्रतिबद्धता को सहेजना समय प्रबंधन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। पर एकबार जब सारी प्रतिबद्धताएं इकठ्ठी हो जाएं तब समय आता है ये निर्णय लेने का की इनमें से कौनसा कार्य सबसे महत्वपूर्ण है। इस काम में ज़रुरत है ये स्पष्ट करने की कि परमेश्वर आपके जीवन के इस समय में आपको क्या करने के लिए पुकारता है। उस बड़े चित्र और अति महत्वपूर्ण उद्देश्य को ध्यान में रख कर, खुद से पूछें,"ऐसा वो क्या एक काम है, जो एक बार पूरा हो जाये, तो इस प्रोजेक्ट के अंदर की बाकि सारी चीज़ें और आसान और फलीभूत हो जाएँगी।" इस बात का उत्तर ही आपके लिए सबसे महत्वपूर्ण है जिसपर आपको अपना ध्यान केंद्रित करना चाहिए। बाकि सारी चीज़ें अलग रख दें जबतक की वो एक काम समाप्त न हो जाये। फिर ये प्रक्रिया बार बार दोहराएं।
जब मैं अपनी अंतिम कित्ताब कॉल्ड टू क्रिएट लिख रहा था, मैं इस बात को लेकर बहुत ज़्यादा उत्साहित था की उस प्रोजेक्ट को मार्केट तक लाने के लिए कितनी सारी चीज़ें करने की ज़रुरत है। मुझे एक एजेंट चाहिए था, प्रकाशक को बेचना था, इंटरव्यू देने थे, 50000 शब्द लिखने थे, उस कित्ताब को बेचने के लिए एक प्लेटफार्म तैयार करना था, इत्यादि। लेकिन प्रोजेक्ट की शुरुआत में ही, मुझे यदि कोई एजेंट न मिले तो इस प्रोजेक्ट की बाकि सारी चीज़ें बेमानी हैं। किसी एक एजेंट को तय कर लेना मेरा सबसे महत्वपूर्ण कार्य था। इसीलिए मैंने प्रोजेक्ट की बाकि सारी चीज़ों पर विराम लगा दिया तबतक जबतक की मुझे एक एजेंट न मिल गया
सच ये हैं की, किसी एक क्षण में, बहुत कम प्रोजेक्ट्स और कार्य महत्वपूर्ण होते हैं। दो या तीन महत्वपूर्ण कामों को पहचानकर उस पर ध्यान लगा कर उसे निबटाने की आदत बना लें
पवित्र शास्त्र
इस योजना के बारें में
क्या आप एक दिन में 24 से अधिक घंटे न होने को लेकर हताश हैं? क्या आप शेष कामों की सूची की लंबाई के कारण अभिप्लुत हैं? क्या आप थकान के कारण परमेश्वर के वचन में और अपने परिवार व दोस्तों के साथ बिताने के लिए समय के अभाव से थके हुए हैं? शायद ये संसार के सबसे सामान्य संघर्ष होंगे। खुशखबरी यह है कि अपना समय उपयुक्त रीति से उपयोग करने के लिए बाइबल हमें स्पष्ट सिद्धांत प्रदान करती है। यह प्लान पवित्र-शास्त्र के उन भागों की व्याख्या प्रस्तुत करेगा व जितना समय इस जीवन में आपके पास शेष है, उसका सदुपयोग करने के लिए अत्यंत प्रायोगिक सलाहें प्रदान करेगा!
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