यीसूए तिन्हा किन्हें बोल्या, “आपणे विस्वासा री कमी री वजहा ले। क्यूंकि हांऊँ तुस्सा किन्हें सच्च बोल्हा, अगर तुस्सा रा विस्वास राई रे एक दाणे रे बराबर भी हो, ता तुस्सा एस प्हाड़ा किन्हें बोलणा कि, एथी ले खिसकी किन्हें तेथी चली जा, ता तेस चली जाणा, होर कोई गल तुस्सा रे कठे नामुमकिन नी हूणीं।”