उत्पत्ति 20:6-7

उत्पत्ति 20:6-7 HSB

तब परमेश्‍वर ने स्वप्‍न में उससे कहा, “हाँ, मैं जानता हूँ कि तूने यह शुद्ध मन से किया है, और मैंने तुझे रोक भी रखा था कि तू मेरे विरुद्ध पाप न करे। इसलिए मैंने तुझे उसे छूने भी नहीं दिया। अतः अब तू उस पुरुष की पत्‍नी को उसे लौटा दे, क्योंकि वह नबी है। वह तेरे लिए प्रार्थना करेगा और तू जीवित रहेगा। परंतु यदि तू उसे न लौटाए तो जान ले कि तू और जितने भी तेरे लोग हैं वे सब निश्‍चय ही मर जाएँगे।”