BibleProject | यीशु-आगमन पर चिंतन Sample
![BibleProject | यीशु-आगमन पर चिंतन](/_next/image?url=https%3A%2F%2Fimageproxy.youversionapi.com%2Fhttps%3A%2F%2Fs3.amazonaws.com%2Fyvplans%2F28558%2F1280x720.jpg&w=3840&q=75)
बाइबिल की आशा यीशु पर आश्रित है क्यूंकि एक वही है जो अपनी मृत्यु और पुनुरुत्थान के द्वारा उन सभी को “जीवित आशा” देने के योग्य है जो उस पर विश्वास रखते हैं| दूसरे शब्दों में, जो आशा यीशु देता है, वह “जीवित” है क्यूंकि वह स्वयं जीवित है और अपने साथ अनंत जीवन लाता है| जब हम अपनी आशा उसपर रखते हैं, तो हम निराश नहीं होंगे, और सदैव उसके साथ जीवित रहेंगे|
पढ़ें: १ पतरस १:३-५
चिंतन करें: इस अंश को पढ़ते समय आप क्या देखते हैं?
ध्यान दीजिये की कैसे यह अंश परमेश्वर को धन्य कह रहा है| आप भी कुछ समय निकाल कर अपनी स्वयं की प्रार्थना के द्वारा परमेश्वर को धन्य कहिये|
Scripture
About this Plan
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बाइबिल प्रोजेक्ट ने व्यक्ति-विशेष, छोटे समूहों एवं परिवारों को प्रेरित करने के लिए यीशु-आगमन सम्बन्धी चिंतन की संरचना की है ताकि वे यीशु के आगमन या आने का उत्सव मना सकें| इस चार सप्ताह की योजना में शामिल हैं एनीमेटेड वीडियो, छोटे सारांश, और चिंतन-प्रश्न जो प्रतिभागियों की सहायता करते हैं ताकि वे आशा, शान्ति, आनंद और प्रेम जैसे विचारों का अध्ययन बाइबिल में दिए गए अर्थ अनुसार कर सकें|
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