मत्ती 5:3

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धन्य हबै ऊ जउन मन के दीन हबै, काखे स्वरग कर राज उनखर निता हबै।

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मत्ती 5:3 - धन्य हबै ऊ जउन मन के दीन हबै,
काखे स्वरग कर राज उनखर निता हबै।मत्ती 5:3 - धन्य हबै ऊ जउन मन के दीन हबै,
काखे स्वरग कर राज उनखर निता हबै।मत्ती 5:3 - धन्य हबै ऊ जउन मन के दीन हबै,
काखे स्वरग कर राज उनखर निता हबै।

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