भागहाळा हो थे जखा मनै मानबा की बजेऊँ मिनख थानै सतावै ह, थारी बेजती करै अर झूठ बोलर हर बाता म थानै बुरा बतावीं हीं। जणा थे राजी होज्यो क्युं क ईस्बर नगरी म थानै इको फळ मिलसी। क्युं क बे तो परमेसर की खेबाळानै बी जखा थारूँ पेली हा बानै बी अंय्यांई सताया हा।