ईस्टर की कहानी- द ग्लोबल गॉस्पेलनमूना
बाग में प्रार्थना
यीशु बगीचे में परमेश्वर की इच्छा के लिये प्रार्थना करते हैं।
यहूदा उनके साथ विश्वासघात करता है और यीशु को गिरफ्तार कर लिया जाता है।
प्रश्न १: हम प्रार्थना में पतरस के दृष्टिकोण की अपेक्षा यीशु के दृष्टिकोण को कैसे अपना सकते हैं?
प्रश्न २: यद्यपि यीशु ने तीन बार प्रार्थना की फिर भी परमेश्वर ने जवाब के रूप में कोई अन्य रास्ता नहीं दिखाया। यदि आपकी लगातार प्रार्थनाओं का परमेश्वर ''नहीं'' के रूप में जवाब दें तो आपकी क्या प्रतिक्रिया होगी?
प्रश्न ३: इस बात से सहमत होना आपके लिये कितना कठिन होता है कि आपके जीवन में
आपकी नहीं परन्तु परमेश्वर की ईच्छा पूरी होनी चाहिये?
पवित्र शास्त्र
इस योजना के बारें में
यीशु का क्रूस पर बलिदान और पुनरुत्थान चारों सुसमाचारों में वर्णित है। इस ईस्टर पढ़िये कैसे यीशु ने धोखा, पीड़ा और क्रूस की शर्मिन्दगी सही इससे पहले कि वे संसार को अपने पुनरुत्थान की आशा से परिवर्तित कर दें। एक संक्षिप्त वीडियो उदाहरण सहित इस कहानी (घटना) को प्रतिदिन प्रदर्शित करता है।
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