प्रार्थना में परमेश्वर से बात करनानमूना

Talking With God In Prayer

दिन 4 का 4

परमेश्वर के लिए तरसना

परमेश्वर से बात करना
परमेश्वर को धन्यवाद दें कि वे आप से प्रेम करते हैं और चाहते हैं कि आप प्रार्थना के द्वारा उनसे बात करना सीखें। परमेश्वर से पूछें कि वे आपको यह सिखाएं कि प्रार्थना कैसे करना है।


डुबकी लगाना
नोट कार्डों के 3 ऐसे समुच्चय बना लें जिन पर निम्नलिखित शब्द लिखे हों:
दादा/नाना/दादी/नानी (ग्रैंडपेरेंट), जिग्री दोस्त, आपके पास्टर, किराने की दुकान का कर्मचारी एवं पड़ोसी का रिश्तेदार।
अब पहले स्मामुच्चय को इस रीति से व्यवस्थित करें कि जिस व्यक्ति से आप सब से अधिक बात करते हों वह सब से ऊपर और जिस से सब से कम बात करते हों वह सबसे नीचे आए। इसी रीति से दूसरा समुच्चय भी व्यवस्थित करें कि वह व्यक्ति जिसके निकट आप सब से अधिक रहना चाहते हों वह सब से ऊपर आए। तीसरे समुच्चय को पहले दोनों समुच्चयों के साथ लगा दें, और इसमें जिस व्यक्ती की कमी आप सब से अधिक महसूस करते हों, वह सब से ऊपर रखें। अब तुलना करें कि उत्पन्न हुईं ये 3 सूचियां कितनी समान हैं।

गहराई में जाना
प्रार्थना केवल परमेश्वर से बात करना है, वह परमेश्वर जो आपसे प्रेम करता और आपकी सर्वश्रेष्ठ भलाई चाहता है। जैसे आप अपने किसी प्रिय व्यक्ती की अनुपस्थिति में उनकी कमी महसूस करते हैं, बिल्कुल वैसे ही जब आप परमेश्वर के साथ बात करने में समय व्यतीत नहीं करते तब आपकी आत्मा उनकी कमी महसूस करती है। बाइबल अक्सर कहती है कि परमेश्वर के निकट रहने की यह तड़प, भूख या प्यास महसूस करने के अनुभव के समान है। भजन संहिता 42:2 पढ़ें: "जीवते ईश्‍वर, हाँ परमेश्‍वर, का मैं प्यासा हूँ, मैं कब जाकर परमेश्‍वर को अपना मुँह दिखाऊँगा?" जैसे हरिणी प्यासी होने के समय नदी में जल को पाती है वैसे ही आप भी प्रार्थना के द्वारा परमेश्वर के पास जा सकते हैं और उन्हें पा सकते हैं।

आपस में बात करना
- जब आप भूखे या प्यासे होते हैं तब आप क्या सोच रहे होते हैं?
- परमेश्वर के संग रहना अपने किसी प्रिय व्यक्ति के संग रहने के समान कैसे है, तथा इसमें क्या भिन्नता है?
- आप यह कैसे कह सकते हैं कि आपकी आत्मा परमेश्वर के पास रहने के लिए प्यासी हैं?

पवित्र शास्त्र

दिन 3

इस योजना के बारें में

Talking With God In Prayer

पारिवारिक जीवन व्यस्त हो सकता है, और हमेशा एक साथ प्रार्थना के लिए हम समय भी नहीं निकाल पाते- अकेले ही इस बात को याद रखें और अपने बच्चों की सहायता करें कि वो अपने प्रतिदिन के जीवन में परमेश्वर को शामिल करने की आदत को विकसित करें। इस योजना में, आपका परिवार यह देखेगा कि परमेश्वर हमसे हर समय बात करना चाहतें हैं, और किस प्रकार से प्रार्थना, परमेश्वर के साथ हमारे संबंधों को मज़बूत करती है। प्रत्येक दिन में प्रार्थना संकेत, संक्षिप्त वचन पाठ और उसकी व्याख्या, व्यावहारिक तथा क्रियात्मक गतिविधियाँ, और प्रश्नों पर चर्चा शामिल है।

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इस योजना को उपलब्ध कराने के लिए हम फोकस ऑन द फैमिली - परिवार पर केंद्रित होना का धन्यवाद करना चाहतें है। और अधिक जानकारी के लिए, कृप्या:www.FocusontheFamily.com पर जाएँ