मीका 2:6-11

मीका 2:6-11 पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) (HINOVBSI)

बकवासी कहा करते हैं, “बकवास न करो! इन बातों के लिये न कहा करो!” ऐसे लोगों में से अपमान न मिटेगा। हे याक़ूब के घराने, क्या यह कहा जाए कि यहोवा का आत्मा अधीर हो गया है? क्या यह काम उसी के किए हुए हैं? क्या मेरे वचनों से उसका भला नहीं होता जो सीधाई से चलता है? परन्तु कल की बात है कि मेरी प्रजा शत्रु बनकर मेरे विरुद्ध उठी है; तुम शान्त और भोले–भाले राहियों के तन पर से चादर छीन लेते हो जो लड़ाई का विचार न करके निधड़क चले जाते हैं। मेरी प्रजा की स्त्रियों को तुम उनके सुखधामों से निकाल देते हो; और उनके नन्हें बच्‍चों से तुम मेरी दी हुई उत्तम वस्तुएँ सर्वदा के लिये छीन लेते हो। उठो, चले जाओ! क्योंकि यह तुम्हारा विश्रामस्थान नहीं है; इसका कारण वह अशुद्धता है जो कठिन दु:ख के साथ तुम्हारा नाश करेगी। यदि कोई झूठी आत्मा में चलता हुआ झूठी और व्यर्थ बातें कहे और कहे कि मैं तुम्हें नित्य दाखमधु और मदिरा के लिये प्रचार सुनाता रहूँगा, तो वही इन लोगों का भविष्यद्वक्‍ता ठहरेगा।

मीका 2:6-11 पवित्र बाइबल (HERV)

लोग कहा करते हैं, “तू हमको उपदेश मत दे। उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिये, हम पर कोई भी बुरी बात नहीं पड़ेगी।” हे याकूब के लोगों, किन्तु मुझे यह बातें कहनी है, जो काम तूने किये हैं, यहोवा उनसे क्रोधित हो रहा है। यदि तुम लोग उचित रीति से जीवन जीते तो मैं तुम्हारे लिये अच्छे शब्द कहता। किन्तु अभी हाल में, मेरे ही लोग मेरे शत्रु हो गये हैं। तुम राहगीरों के कपड़े उतारते हो। जो लोग सोचते हैं कि वे सुरक्षित हैं, किन्तु तुम उनसे ही वस्तुएँ छींनते हो जैसे वे युद्धबन्दी हो। मेरे लोगों की स्त्रियों को तुमने उनके घर से निकल जाने को विवश किया जो घर सुन्दर और आराम देह थे। तुमने मेरी महिमा को उनके नन्हे बच्चों से सदा—सदा के लिये छीन लिया है। उठो और यहाँ से भागो! यह विश्राम का स्थान नहीं है। क्योंकी यह स्थान पवित्र नहीं है, यह नष्ट हो गया! यह भयानक विनाश है! सम्भव है, कोई झूठा नबी आये और वह झूठ बोले। सम्भव है, वह कहे, “ऐसा समय आयेगा जब दाखमधु बहुत होगा, जब मन्दिर बहुतायत में होगी और फिर इस तरह वह उसका नबी बन जायेगा।”

मीका 2:6-11 पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) (HINCLBSI)

वे उपदेश करते हैं, ‘हमें उपदेश मत सुना; तुझे ऐसी नबूवत का उपदेश नहीं करना चाहिए, क्‍योंकि हमें पतन का अपमान सहना नहीं पड़ेगा।’ प्रभु कहता है, ‘ओ याकूब के वंशजो, क्‍या मनुष्‍य मुझ से यह प्रश्‍न पूछ सकता है, “क्‍या प्रभु का आत्‍मा धीरज खो बैठा है? क्‍या यह उसके कार्य हैं? क्‍या सदाचारी के प्रति उसके वचन हितकर नहीं होते?” किन्‍तु तुम शत्रु के समान मेरे अपने लोगों के विरुद्ध खड़े हो। जो लड़ाई की इच्‍छा भी नहीं रखते, जो तुम पर विश्‍वास करके राह से गुजरते हैं, उन शान्‍तिप्रिय लोगों के कपड़े तुम उतार लेते हो। मेरे अपने लोगों की स्‍त्रियों को तुम उनके प्रिय घरों से निकालते हो, तुम उनके बच्‍चों से मेरी महिमा को छीनते हो। उठो, और जाओ, यह विश्राम-स्‍थल नहीं है। तुम्‍हारी अशुद्धता के कारण निस्‍सन्‍देह उसका महासंहार होगा!’ यदि कोई खाली बातें करता और झूठ बोलता हुआ, इधर-उधर फिरता है, और यह कहता है, ‘मैं तुम्‍हें मदिरा और शराब के पक्ष में उपदेश दूंगा’ तो ये लोग उसको अपना उपदेशक स्‍वीकार कर लेते हैं!

मीका 2:6-11 Hindi Holy Bible (HHBD)

बकवासी कहा करते हैं, कि बकवास न करो। इन बातें के लिये न कहा करो; ऐसे लोगों में से अपमान न मिटेगा। हे याकूब के घराने, क्या यह कहा जाए कि यहोवा का आत्मा अधीर हो गया है? क्या ये काम उसी के किए हुए हैं? क्या मेरे वचनों से उसका भला नहीं होता जो सीधाई से चलता है? परन्तु कल की बात है कि मेरी प्रजा शत्रु बन कर मेरे विरुद्ध उठी है; तुम शान्त और भोले-भाले राहियों के तन पर से चादर छीन लेते हो जो लड़ाई का विचार न कर के निधड़क चले जाते हैं। मेरी प्रजा की स्त्रियों को तुम उनके सुखधामों से निकाल देते हो; और उनके नन्हें बच्चोंसे तुम मेरी दी हुई उत्तम वस्तुएं सर्वदा के लिये छीन लेते हो। उठो, चले जाओ! क्योंकि यह तुम्हारा विश्राम स्थान नहीं है; इसका कारण वह अशुद्धता है जो कठिन दु:ख के साथ तुम्हारा नाश करेगी। यदि कोई झूठी आत्मा में चलता हुए झूठी और व्यर्थ बातें कहे और कहे कि मैं तुम्हें नित्य दाखमधु और मदिरा के लिये प्रचार सुनाता रहूंगा, तो वही इन लोगों का भविष्यद्वक्ता ठहरेगा॥

मीका 2:6-11 इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 (IRVHIN)

बकवासी कहा करते हैं, “बकवास न करो। इन बातों के लिये न कहा करो!” ऐसे लोगों में से अपमान न मिटेगा। हे याकूब के घराने, क्या यह कहा जाए कि यहोवा का आत्मा अधीर हो गया है? क्या ये काम उसी के किए हुए हैं? क्या मेरे वचनों से उसका भला नहीं होता जो सिधाई से चलता है? परन्तु कल की बात है कि मेरी प्रजा शत्रु बनकर मेरे विरुद्ध उठी है; तुम शान्त और भोले-भाले राहियों के तन पर से वस्त्र छीन लेते हो जो लड़ाई का विचार न करके निधड़क चले जाते हैं। मेरी प्रजा की स्त्रियों को तुम उनके सुखधामों से निकाल देते हो; और उनके नन्हें बच्चों से तुम मेरी दी हुई उत्तम वस्तुएँ सर्वदा के लिये छीन लेते हो। उठो, चले जाओ! क्योंकि यह तुम्हारा विश्रामस्थान नहीं है; इसका कारण वह अशुद्धता है जो कठिन दुःख के साथ तुम्हारा नाश करेगी। यदि कोई झूठी आत्मा में चलता हुआ झूठी और व्यर्थ बातें कहे और कहे कि मैं तुम्हें नित्य दाखमधु और मदिरा के लिये प्रचार सुनाता रहूँगा, तो वही इन लोगों का भविष्यद्वक्ता ठहरेगा।

मीका 2:6-11 सरल हिन्दी बाइबल (HSS)

उनके भविष्यवक्ता कहते हैं, “भविष्यवाणी मत करो; इन बातों के बारे में भविष्यवाणी मत करो; हमारे ऊपर कलंक नहीं लगेगा.” हे याकोब के वंशजों, क्या यह कहा जाना चाहिये, “क्या याहवेह धीरज नहीं धरते? क्या वे ऐसा कार्य करते हैं?” “क्या मेरे वचन से उसकी भलाई नहीं होती जो न्याय के रास्ते पर चलता है? हाल ही में मेरे लोग एक शत्रु के समान उठ खड़े हुए हैं. तुम उन व्यक्तियों के मंहगे कपड़े छीन लेते हो जो बेफिक्र होकर जाते रहते हैं, मानो वे युद्ध से लौट रहे हों. तुम मेरे लोगों के महिलाओं को उनके खुशहाल घरों से निकाल देते हो. तुम उनकी संतान से मेरी आशीष को हमेशा के लिये छीन लेते हो. चलो उठो, यहां से चले जाओ! यह तुम्हारे आराम की जगह नहीं है, क्योंकि यह अशुद्ध हो गई है, यह नाश हो गई है, और इसका कोई उपचार नहीं है. यदि कोई झूठा और धोखा देनेवाला व्यक्ति आकर यह कहता है, ‘मैं तुम्हारे पास बहुत ही अंगूर की दाखमधु और जौ की दाखमधु होने की भविष्यवाणी करूंगा,’ तो ऐसा व्यक्ति इन लोगों के लिए उपयुक्त भविष्यवक्ता होगा!