लूकस 24:50-53
लूकस 24:50-53 पवित्र बाइबल (HERV)
यीशु फिर उन्हें बैतनिय्याह तक बाहर ले गया। और उसने हाथ उठा कर उन्हें आशीर्वाद दिया। उन्हें आशीर्वाद देते देते ही उसने उन्हें छोड़ दिया और फिर उसे स्वर्ग में उठा लिया गया। तब उन्होंने उसकी आराधना की और असीम आनन्द के साथ वे यरूशलेम लौट आये। और मन्दिर में परमेश्वर की स्तुति करते हुए वे अपना समय बिताने लगे।
लूकस 24:50-53 पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) (HINCLBSI)
इसके पश्चात् येशु शिष्यों को बेतनियाह गाँव तक ले गये और उन्होंने अपने हाथ उठा कर उन्हें आशीर्वाद दिया। आशीर्वाद देते-देते वह उनसे अलग हो गये और स्वर्ग में उठा लिये गये। शिष्य उनकी वंदना कर बड़े आनन्द के साथ यरूशलेम लौट आए और वे मन्दिर में सदा परमेश्वर की स्तुति करते रहे।
लूकस 24:50-53 Hindi Holy Bible (HHBD)
तब वह उन्हें बैतनिय्याह तक बाहर ले गया, और अपने हाथ उठाकर उन्हें आशीष दी। और उन्हें आशीष देते हुए वह उन से अलग हो गया और स्वर्ग से उठा लिया गया। और वे उस को दण्डवत करके बड़े आनन्द से यरूशलेम को लौट गए। और लगातार मन्दिर में उपस्थित होकर परमेश्वर की स्तुति किया करते थे॥
लूकस 24:50-53 पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) (HINOVBSI)
तब वह उन्हें बैतनिय्याह तक बाहर ले गया, और अपने हाथ उठाकर उन्हें आशीष दी;* और उन्हें आशीष देते हुए वह उनसे अलग हो गया और स्वर्ग पर उठा लिया गया। तब वे उसको दण्डवत् करके बड़े आनन्द से यरूशलेम को लौट गए; और वे लगातार मन्दिर में उपस्थित होकर परमेश्वर की स्तुति किया करते थे।
लूकस 24:50-53 इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 (IRVHIN)
तब वह उन्हें बैतनिय्याह तक बाहर ले गया, और अपने हाथ उठाकर उन्हें आशीष दी; और उन्हें आशीष देते हुए वह उनसे अलग हो गया और स्वर्ग पर उठा लिया गया। (प्रेरि. 1:9, भज. 47:5) और वे उसको दण्डवत् करके बड़े आनन्द से यरूशलेम को लौट गए। और वे लगातार मन्दिर में उपस्थित होकर परमेश्वर की स्तुति किया करते थे।
लूकस 24:50-53 सरल हिन्दी बाइबल (HSS)
तब प्रभु येशु उन्हें बैथनियाह नामक गांव तक ले गए और अपने हाथ उठाकर उन्हें आशीष दी. जब वह उन्हें आशीष दे ही रहे थे वह उनसे विदा हो गए और स्वर्ग में उठा लिये गये. तब उन्होंने येशु की आराधना की और बहुत ही आनंद में येरूशलेम लौट गए. वे मंदिर में नियमित रूप से परमेश्वर की स्तुति करते रहते थे.