2 शमूएल 13:21-39

2 शमूएल 13:21-39 HINCLBSI

राजा दाऊद ने ये बातें सुनीं। वह अत्‍यन्‍त क्रुद्ध हुआ। किन्‍तु उसने अपने पुत्र अम्‍नोन को दण्‍ड नहीं दिया। अम्‍नोन उसका ज्‍येष्‍ठ पुत्र था, और दाऊद उससे प्रेम करता था। अबशालोम ने भी अम्‍नोन से भला-बुरा कुछ नहीं कहा। पर वह अम्‍नोन से घृणा करने लगा; क्‍योंकि अम्‍नोन ने उसकी बहिन तामार से बलात्‍कार किया था। दो वर्ष के बाद यह घटना घटी : अबशालोम ने एफ्रइम प्रदेश के निकट बअल-हासोर पहाड़ी क्षेत्र में भेड़ों का ऊन काटा। उसने सब राजकुमारों को निमन्‍त्रण दिया। वह राजा दाऊद के पास आया। उसने कहा, ‘महाराज, मैंने, आपके सेवक ने, भेड़ों का ऊन काटा है। अत: कृपाकर, महाराज, आप और आपके समस्‍त दरबारी इस सेवक के साथ चलें।’ परन्‍तु राजा दाऊद ने अबशालोम से यह कहा, ‘नहीं, मेरे पुत्र, हम सब नहीं जाएँगे। अन्‍यथा हम तेरे लिए भार बन जाएँगे।’ अबशालोम ने उससे आग्रह किया। परन्‍तु दाऊद ने जाने से इन्‍कार कर दिया। फिर भी उसने उसे आशीर्वाद दिया। तब अबशालोम ने कहा, ‘यदि आप नहीं आएँगे तो, कृपाकर, मेरे भाई अम्‍नोन को हमारे साथ जाने दीजिए।’ राजा दाऊद ने उससे कहा, ‘उसे तेरे साथ क्‍यों जाना चाहिए?’ किन्‍तु अबशालोम ने उस पर दबाव डाला। अत: उसने अम्‍नोन तथा अन्‍य राजकुमारों को उसके साथ भेज दिया। अबशालोम ने राजभोज तैयार किया। उसने अपने सेवकों को यह आदेश दिया, ‘ध्‍यान से मेरी बात सुनो। जब अम्‍नोन शराब पीकर मदहोश हो जाएगा, और जब मैं तुम से यह कहूँगा : “अम्‍नोन पर वार करो,” तब तुम उसे मार डालना। मत डरना। मैंने तुम्‍हें इस बात का आदेश दिया है। साहसी बनो! शूरवीर बनो!’ जैसा आदेश अबशालोम ने अपने सेवकों को दिया था, उन्‍होंने अम्‍नोन के साथ वैसा ही किया। अन्‍य राजकुमार भोज से उठे। वे अपने-अपने खच्‍चर पर सवार हुए और भाग गए। जब राजकुमार मार्ग में थे तब यह उड़ती खबर दाऊद तक पहुँची : ‘अबशालोम ने सब राजकुमारों को मार डाला है। एक भी राजकुमार नहीं बचा।’ राजा दाऊद तुरन्‍त उठा। उसने शोक प्रकट करने के लिए अपने वस्‍त्र फाड़े। वह भूमि पर लेट गया। उसके साथ सब दरबारियों ने भी अपने वस्‍त्र फाड़े। दाऊद के भाई शिमआह के पुत्र योनादब ने कहा, ‘मेरे स्‍वामी यह न सोचें कि उन्‍होंने सब राजकुमारों को मार डाला है। महाराज, केवल अम्‍नोन ही मारे गए हैं। जिस दिन अम्‍नोन ने अबशालोम की बहिन तामार से बलात्‍कार किया था, उसी दिन से अबशालोम की आज्ञा से इस बात का निश्‍चय कर लिया गया था। इसलिए अब महाराज मेरे स्‍वामी, अपने हृदय में यह बात न रखें कि सब राजकुमार मारे गए हैं। केवल अम्‍नोन ही मारे गए हैं।’ अबशालोम भाग गया। पहरे पर तैनात प्रहरी ने आँख उठाकर ऊपर देखा। उसने यह देखा कि एक विशाल समुदाय होरोनइम मार्ग से पहाड़ की ढाल पर उतर रहा है। प्रहरी राजा के पास आया। उसने राजा को यह बताया। उसने कहा, ‘महाराज, मैंने लोगों को होरोनइम मार्ग से पहाड़ की ढाल पर उतरते हुए देखा है।’ योनादब ने राजा से यह कहा, ‘महाराज, आपके सेवक ने जैसा कहा था वैसा ही हुआ। देखिए, राजकुमार आ गए।’ अभी उसकी बात समाप्‍त नहीं हुई थी कि राजकुमार आ गए। वे जोर-जोर से रोने लगे। राजा और उसके दरबारी भी फूट-फूट कर रोने लगे। अबशालोम भाग कर गशूर के राजा अम्‍मीहूद के पुत्र तलमइ के पास चला गया। दाऊद अपने पुत्र के लिए दिन-प्रतिदिन शोक मनाता रहा। अबशालोम गशूर में तीन वर्ष तक रहा। दाऊद अबशालोम के पास जाने के लिए विकल था। अम्‍नोन की मृत्‍यु से उत्‍पन्न उसका दु:ख अब शान्‍त हो गया था।