YouVersion Logo
Search Icon

मत्ती 5

5
येशू ख्रीष्टके द्वारा पहाडमे देल शिक्षा
(लूक ६:२०-२६)
1आदमीसिके बडका भीड जमा भेल देखिके ऊ पहाडके बगलमे कनेजरा उप्पर महर चढ्लै। जब ऊ भीडके शिक्षा दियैले बैठ्लै तब चेलासब भी ओकरलगत आबिके बैठ्लै। 2तब येशू आदमीसिके भीडके शिक्षा देते एरं कहैल्कै:
3“धन्य छै परमेश्वरके जरुरत महसुस करेवाला आदमीसब!
कहिनेकी स्वर्गके राज्य ओकरेसिके छै।
4धन्य छै शोक मनाबेवाला आदमीसब!
कहिनेकी परमेश्वर ओकरासिके शान्ति देतै।
5धन्य छै नम्र आदमीसब!
कहिनेकी परमेश्वर ओकरसिसे आपन वादा पुरा कर्तै।
6धन्य छै धार्मिकतासे जीवन जियैके सच्चा इच्छा राखेवाला आदमीसब!
कहिनेकी परमेश्वर ओकरासिके सन्तुष्ट बनैतै।
7धन्य छै दयावंत आदमीसब!
कहिनेकी परमेश्वर ओकरासिपर दया कर्तै।
8धन्य छै शुद्ध हृदय हुएवाला आदमीसब!
कहिनेकी ऊसब परमेश्वरके देख्तै।
9धन्य छै मेल-मिलाप कराबेवाला आदमीसब!
कहिनेकी ऊसब परमेश्वरके बेटाबेटीसब कहलैल जैतै।
10धन्य छै धार्मिक जीवन जियैके कारण सतैल ज्यावाला आदमीसब!
कहिनेकी परमेश्वरके राज्य ओकरेसिके छै।
11धन्य छैं तुहेंसब, जब हमर चेला हुऐके कारण आदमीसब तोरसिके निन्दा कर्तौ, सतैतौ आर झुठ बोलीके तोरसिके विरुद्धमे सभे किसिमके खराब बातसब कहतौ। 12तब तुहेंसब खुब खुशी आर आनन्दित हु। कहिनेकी तोरसिके लिए स्वर्गमे बहुते बडका इनाम राख्ल छौ। तोरसिसे बहुते पहेला ऐल पुरना जमानाके परमेश्वरके वक्तासिके अहिने करिके आदमीसब दुःख द्याके सतैल्कै रहे।”
नून आर उजेतके उदाहरण
(मर्कू ९:५०; लूक १४:३४-३५; ११:३३)
13“तुहेंसब यी दुनियाँके आदमीसिके लिए धर्तीके नूनके जुगुर छैं। अगर नूनके स्वाद नैरहतै ते तुहें ओकर स्वाद फेर केरंके वापस आन्भैं? ऊ ते बाहार फेक्ल आर आदमीसिके पैरीके निच्चामे दाब्ल जैके सिवाय आर कोनो कामके नैहैतै। 14तुहेंसब सारा संसारके लिए उजेतके जुगुर छैं। पहाडमे बन्ल सहर नुकाबे नैसकैछै। 15कोय भी आदमीसब चिराग बारिके ओकरा ढाकी ल्याके नैझाँपैछै, मगर घरमे भेल सभे आदमीसब उजेत पाबै कहिके चिरागके लबनामे राखैछै। 16ओहिने करिके तोरसिके उजेत आदमीसिके बिच्चेमे चम्कौ ताकी ऊसब तोरसिके बढियाँ कामसब देखौ आर स्वर्गमे भेल तोरसिके परमेश्वर पिताके महिमा करौ।”
मूसाके देल विधि-विधानके पालन करैके विषय शिक्षा
(लूक १६:१७)
17“यी नैसोच कि हमे परमेश्वरके दास मूसाके देल विधि-विधान आर परमेश्वरके वक्तासिके लिख्ल बातके रद्द करैले ऐलियै छे। हमे उटा सभे बातसिके रद्द करैले नै मगर ओकरा पुरा करैले ऐलियै छे। 18कहिनेकी हमे तोरासिके सच कहैछियौ, जबतक आकाश आर धर्ती छै, परमेश्वरके विधि-विधानके सभे कुछु, एत्तेतक कि सबसे छोटका बात भी तबतक प्रभावमे रहतै जबतक एकर सभे भविष्यवाणी पुरा हैतै। 19सेल्याके, जे आदमी यी आज्ञासिमेसे सभैसे छोटका आज्ञाके उलंघन कर्तै आर आदमीसिके ओहिने करैले सिखैतै, परमेश्वरके राज्यमे ऊ सभैसे छोटका कहलैल जैतै। मगर जे आदमी यी आज्ञासब पालन कर्तै आर दोसर आदमीसिके पालन करैले सिखैतै, परमेश्वरके राज्यमे ऊ बडका कहलैल जैतै। 20कहिनेकी हमे तोरासिके कहैछियौ, विधि-विधानके आज्ञासिके यहूदी धरमशास्त्रके पण्डित आर फरिसी समूहके आदमीसिसे बेसी बढियाँसे पालन नैकर्भैं ते तुहेंसब परमेश्वरके राज्यमे प्रवेश करैले नैसक्भैं।”
हत्या आर गोस्याके सजाय
21“तुहेंसब सुन्लहैं छे, परमेश्वर आपनसिके बाप-पुर्खासिके कहैल्कै रहे,
‘तुहें हत्या नैकरिहैं आर जे हत्या कर्तै ऊ सजायके योग्य हैतै।’
22मगर हमे तोरासिके कहैछियौ, जे कोय आपन भ्यासे गोस्सा करैछै, परमेश्वर ओकर फैसला कर्तै। आर जे आपन भ्या-बहिनसिके अपमान करैछै, ऊ यहूदी आदमीसिके महासभामे सजाय पैतै। मगर जे आपन भ्याके मूर्ख-चपाट कहतै, ऊ नरकके आगिनमे पडैके जोखिममे हैछै। 23सेल्याके, तुहें आपन दान परमेश्वरके मन्दिरमे चढाबैके समयमे कोनो आदमीके मनमे तोर विरुद्धमे कोनो बात छै कहिके तोरा याद ऐलौ ते, 24तोर दान ओथै वेदीके समनामे छोड। आर जो, पहेला आपन भ्यासे मेल कर तकरबाद आबिके आपन दान परमेश्वरके चढा। 25अदालतमे पुगैसे पहलहै, रस्तहैमे आपन झगडिया आदमीसे मेल-मिलाप करि ले। नैते ऊ तोर विरुद्धमे न्यायधीश लगत सिकायत कर्तौ आर न्यायधीश तोरा सिपाहीके हातमे सौंपी देतौ आर तुहें जेलमे ध्या देल जैभैं। 26हमे तोरासिके सच कहैछियौ, जबतक तुहें जुरमानाके एक-एक पैसा नैचुकैभैं, तबतक तुहें जेलसे बाहार निक्लैले नैपैभैं।”
व्यबिचार नैकरैके विषयमे शिक्षा
27“तुहेंसब सुन्लहैं छे, परमेश्वर आपनसिके बाप-पुर्खासिके कहैल्कै रहे,
‘तुहें व्यबिचार नैकरिहैं।’
28मगर हमे तोरासिके कहैछियौ, जे कोय कोनो जनानीके कामवासनाके नजरसे देखैछै, ऊ पहलहै आपन मनमे ऊ जनानीसे व्यबिचार करि लैछै। 29अहिने करिके, अगर तुहें पाप करैके लिए आपन आँखीके उपयोग करैके सोचमे छैं ते, पाप करैले बन्द कर। यी आपन आँख बाहार निकालीके फेकैके जुगुर हैछै। तोरासिके एकटा आँख ल्याके परमेश्वरके राज्यमे प्रवेश करना कठिन लागे सकैछै, मगर दोनोटा आँख राखना आर नरकमे फेक्ल जाना बहुते खराब छै। 30अगर तुहें पाप करैके लिए आपन हातके उपयोग करैके सोचमे छैं ते, पाप करैले बन्द कर। यी आपन हात काटिके फेकैके जुगुर हैछै। एकटा हात ल्याके परमेश्वरके राज्यमे प्रवेश करना कठिन लागे सकैछै, मगर दोनोटा हात राखना आर नरकमे प्रवेश करना बहुते खराब छै।”
छुटापत्रके विषयमे शिक्षा
(मत्ती १९:९; मर्कू १०:११-१२; लूक १६:१८)
31“धरमशास्त्रमे एरं भी लिख्ल छै,
‘जे कोय आपन पतनीके छुटापत्र दैछै, ऊ ओकरा छुटापत्रके कागज लिखिके दिए पड्तै।’
32मगर हमे तोरासिके कहैछियौ, जे आपन पतनीके व्यबिचारके कारणके सिवाय आर दोसर कारणसे छुटापत्र कर्तै, ऊ ओकरा व्यबिचार करैले लगाबैछै, आर जे ऊ छुटापत्र कैल जनानीसे बिहा कर्तै, ऊ भी व्यबिचार कर्तै।”
कसम नैखैके विषयमे शिक्षा
33“तुहेंसब सुन्लहैं छे, परमेश्वर आपनसिके बाप-पुर्खासिके कहैल्कै रहे, ‘तुहें झुट्ठा कसम नैखैहैं, मगर प्रभुके लिए खैल कसम पुरा कर।’ 34मगर हमे तोरासिके कहैछियौ, कोनो बातमे कसम खैबे नैकर: स्वर्गके नाममे कसम नैखो, कहिनेकी उटा परमेश्वरके सिंहासन छै। 35धर्तीके नाममे भी कसम नैखो, कहिनेकी धर्तीमे ऊ आपन पैर राखैछै। यरूशलेम सहरके नाममे भी कसम नैखो, कहिनेकी उटा सहर परमेश्वरके छै जे महान राजा छै। 36आपन मथाके छुबिके भी कसम नैखो, कहिनेकी तुहें आपन एकटा केश भी करिया कि उजरा बनाबे नैसक्भैं। 37तोरसिके बातचितमे तोर ‘हँ’ के मतलब ‘हँ’ आर ‘नै’ के मतलब ‘नै’ होना चाही। एकरासे बेसी जे कुछु बात कहेल जैछै, उटा शैतानके तरफसे ही आबैछै।”
बदला नैलियैके विषयमे शिक्षा
(लूक ६:२९-३०)
38“आपनसिके बाप-पुर्खासिके देल विधि-विधान तुहेंसब सुन्लहैं छे,
‘आँखके बदला आँख आर दाँतके बदला दाँत।’
39मगर हमे तोरासिके कहैछियौ, दुष्ट आदमीसिके सामना ही नैकर ओकरसे बदला नैलिहैं। यदि कोय तोर दहिना गालमे थप्पड मारैछौ ते ओकरा तुहें बायाँ गालमे भी मारैले दहैं। 40अगर कोय आदमी तोर कमिज लियैले तोरापर मुकदमा चलाबैछौ ते, ओकरा तुहें आपन कोट भी खोलीके द्या दहैं। 41अगर तोरा कोय एकटा सेना ओकर झोला ल्याके एक किलोमिटर जैले जबरजस्ती करैछौ ते तुहें ओकरसंगे ओकर झोला ल्याके दी किलोमिटर चल जो। 42अगर कोय तोरासे कुछु माँगैछौ ते ऊ चीज ओकरा दहैं। तोरसे पहिंच उधारी माँगेवालाके इन्कार नैकरिहैं।
दुश्मनसिके भी प्रेम करना चाही
43आपनसिके बाप-पुर्खासिके देल विधि-विधान तुहेंसब सुन्लहैं छे,
‘आपन पडोसीके प्रेम कर आर आपन दुश्मनसे घृणा कर।’
44मगर हमे तोरासिके कहैछियौ, आपन दुश्मनसे प्रेम कर, आर तोरा सताबेवालासिके लिए प्रार्थना कर। 45एरं कर्भैं ते तुहेंसब स्वर्गमे भेल परमेश्वर पिताके बेटा-बेटीसब हैभैं। कहिनेकी परमेश्वर भी भला आर बुरा दोनो तरहके आदमीसिके सुरुजके रौद दैछै, आर धर्मी आदमी आर पापी आदमी दोनोके लिए बर्षा बरसाबैछै। 46कहिनेकी यदि तोरासिके प्रेम करेवालाके खाली प्रेम करैछैं ते परमेश्वर तोरासिके इनाम नैदेतौ। कर उठाबेवालासब भी ओहिने करैछै।
47अगर तुहें खाली आपन चिन्हल आदमीसिके नमस्कार करैछैं ते, निश्चित रुपसे तुहें दोसर आदमीके तुलनामे कुछु बढियाँ नैकरैछैं। एत्तेतक कि गैर-यहूदी आदमी भी, जे परमेश्वरके नियमके पालन नैकरैछै, अहिने करैछै। 48सेल्याके, जेरंके स्वर्गमे रहेवाला परमेश्वर पिता सभे समय सही काम करैछै, ओहिने करिके तहुँसब भी सभे समय उहे कर जे सही छै।”

Currently Selected:

मत्ती 5: KYVNT

Highlight

Share

Copy

None

Want to have your highlights saved across all your devices? Sign up or sign in