चौंकि ऐसो कछु नांय जाय दैकै आदमी दुबारा अपनों पिरान पा सकै। और जो कोई परमेस्वर कूं नांय मानवे बारी जा व्यभिचारी और पापी पीढ़ी में मोते और मेरी सिछा ते लजावेगौं तौ मैं, ‘मनुस्य कौ बेटा’ जब पबित्र सुरग दूतन के संग अपने परम पिता की महिमा में दुबारा आऊंगौ तब बाते लजाऊंगो।”