“जब तुहेंसब उपास रहैछैं, तब ढोंगीसिके जेरं उदास चेहरा नैदेखा। कहिनेकी आदमीसिके उपास रहेल देखाबैले ऊसब आपन चेहरा उदास देखाबैछै। हमे तोरासिके सच कहैछियौ, यीसब करिके ऊसब इनामके रुपमे आदमीसिके वाह-वाह पाबि लेल्कै छे। मगर तुहेंसब जब उपास रहैछैं, तब आपन मथामे तेल लगा, आर आपन मुख धु। आर तोरसिके उपास आदमीसब नै, मगर गुप्तमे कि कैल छे से देखेवाला तोरसिके परमेश्वर पिता, जे उटा गुप्त जगहमे भी छै, देखौ, आर गुप्तमे देखेवाला तोरसिके परमेश्वर पिता तोरासिके इनाम देतौ।”