यहोवा परमेसुर तोहों आकास सें ओस,
और जमीन की अच्छी सें अच्छी उपज,
और मुतकौ नांज और नओ दाखमधु दे।
राज्य-राज्य के मान्सन तोरे अधीन होएं,
और देस-देस के मान्सन तोहों दंडवत करें।
तें अपने भईयों कौ मालक होए,
और तोरी मताई के मोंड़ा तोहों दंडवत करें।
जो तोहों स्राप दें तौ बे खुदईं स्रापित होएं,
और जो तोहों आसीरवाद दें बे आसीस पाएं।”