1
मत्ती 18:20
गददी
क्ओकि जैड़ी दोई या त्राई मेरै नां थऊँ इकट्ठा भुन्दै हिन, तैड़ी अऊँ तंयारै मन्जै भुन्दा हा।”
Ṣe Àfiwé
Ṣàwárí मत्ती 18:20
2
मत्ती 18:19
“फिरी अऊँ तूसु सोगी बलदा, अगर तूसु मन्ज कोई दोई जिणै धरती पुर कसकि गल्ला तांयें अक्क मन चित भूच्ची करी मँगन, ता सो मेरै पितै री तरफा थऊँ जैडा स्वर्गा मन्ज हा, तैस तांयें भूच्ची गाणा हा।
Ṣàwárí मत्ती 18:19
3
मत्ती 18:2-3
ता तिनी अक्क दब्बू अप्पू बलै हैदी करी तंयारै मन्जै खड़ेरू, अतै बल्लू, “अऊँ तूसु सोगी सच बलदा कि तुहै अपणै मना जो फेरन अतै बच्चै साईयें भोलै या मासुम बणन, तां तूसु स्वर्गा रै राज्य मन्ज गाणा।
Ṣàwárí मत्ती 18:2-3
4
मत्ती 18:4
जैस कसी अपणै आपा जो ऐस दब्बू साईयें हल्का करना, सो स्वर्गा रै राज्य मन्ज महान भूणा।
Ṣàwárí मत्ती 18:4
5
मत्ती 18:5
अतै जैडा कोई मेरै नां थऊँ अक्क ऐसै दब्बू जो ग्रहण करदा सो मिन्जो ग्रहण करदा।”
Ṣàwárí मत्ती 18:5
6
मत्ती 18:18
“अऊँ तूसु सोगी सच बलदा, जैडा कुछ तूसु धरती पुर बनणा, सो स्वर्गा मन्ज बनिणा, अतै जैडा कुछ धरती मन्ज खोलणा, सो स्वर्गा मन्ज खुलणा।”
Ṣàwárí मत्ती 18:18
7
मत्ती 18:35
“ऐस तरीकै ही अगर तूसु मन्ज हरेक अपणै विस्वासी भाई जो मना थऊँ माफ ना करला, ता मेरै पितै जैडा स्वर्गा मन्ज हा, तैस भी तूसु सोगी भी तियां ही करना।”
Ṣàwárí मत्ती 18:35
8
मत्ती 18:6
“पर जैडा कोई ईयां हल्कै मन्ज जैड़ै मिन्जो पुर विस्वास करदा अगर तसेरी वजह थऊँ अक्की जो भी पाप री कनारी लेई गान्दा ता तैस तांयें ऐह ठीक हा कि अक्क बड़ी चक्की रा पाट तसेरै गल्ळै मन्ज लटकाया गान्दा, अतै सो गैहरै समुन्द्रा मन्ज डुबाया गान्दा।
Ṣàwárí मत्ती 18:6
9
मत्ती 18:12
“तुहै कै सोचदै हिन? अगर कसकि मणु री सौ भैड़ा भून, अतै तियां मन्ज अक्क गोआची गच्छा, ता कै तैस नड़ीनबैं जो छड़ी करी, हपड़ा, पहाड़ा मन्ज तैहा जो तोपणा ना गाणा?
Ṣàwárí मत्ती 18:12
Ilé
Bíbélì
Àwon ètò
Àwon Fídíò