क्लेशों में परमेश्वर की वाणी सुनना नमूना

क्लेशों में परमेश्वर की वाणी सुनना

दिन 4 का 4

पवित्र आत्मा पर निर्भर होने की बुलाहट

परमेश्वर की उपस्थिति में समय व्यतीत करना आपके जीवन का सर्वाधिक महत्वपूर्ण कार्य है।। वह हमें चंगा करने, अगुवाई करने, सशक्त करने, निरूत्तर करने, मज़बूत बनाने के लिए अपना पवित्र आत्मा देता है। हमें अपने जीवन में किसी भी चीज़ से बढ़कर परमेश्वर की उपस्थिति की ज़रूरत है। लेकिन हमें परमेश्वर की उपस्थिति कहां मिलती है?

जब मेरी मुलाकात यीशु के साथ हुई,जब मैं ने पवित्र आत्मा को महसूस किया। परमेश्वर के आत्मा ने मेरे जीवन को बदलकर मुझे आनन्द के साथ-साथ शान्ति और लोगों के लिए प्रेम भी प्रदान किया।

मिशन और सुसमाचार प्रचार करने के लिए लगातार परमेश्वर की आत्मा पर निर्भर होना अनिवार्य है - क्योंकि यीशु का मिशन एक ऐसा कार्य है जिसे हमारी नहीं वरन परमेश्वर की शक्ति से किया जाना चाहिए।

यीशु वह चट्टान है जिस पर कलीसिया का निर्माण हुआ है। यीशु ही उसका केन्द्र है। कलीसिया यीशु की देह है। यीशु से हमारी मुलाकात उसकी आराधना करते हुए,तथा उससे प्रार्थना करते समय होती है। हमारी उससे मुलाकात परमेश्वर का वचन पढ़ते समय होती है - क्योंकि वह वचनों को पढ़ते समय हम से बातचीत करता है।

हमारी मुलाकात यीशु के साथ तब भी होती है जब हम लोगों के साथ संगति करते हैं, लेकिन पवित्र आत्मा के द्वारा हम यीशु से सीधा बात कर सकते हैं।

मेरी सबसे आसान प्रार्थना,तीन शब्दों की प्रार्थना हैः ‘आ,पवित्र आत्मा।’ HTB में हर एक सभा के अन्दर,हमारे पास यह प्रार्थना करने का समय होता है। यह अत्यधिक सरल प्रार्थना है - केवल तीन शब्द - परन्तु यह प्रार्थना बहुत शक्तिशाली है।?

आपने अपने जीवन में किस तरह से पवित्र आत्मा को अनुभव किया?आपको उसकी सामर्थ्य, उसकी चंगाई और उसके प्रोत्साहन की कहां आवश्यकता है?अपने जीवन के हर क्षेत्र में पवित्र आत्मा को आमंत्रित करें,और उसकी शक्ति पर भरोसा रखें।

निक्की गम्बल और पिप्पा गम्बल के द्वारा आयोजित,अगुवों का सम्मेलन,वैश्विक स्तर पर परमेश्वर के एक परिवार के रूप में जमा होने का एक सुन्दर अवसर है। यह यीशु से मुलाकात करने, पवित्र आत्मा से भरने,और परमेश्वर के राज्य का निर्माण करने में अपनी भूमिका निभाने के लिए सशक्त होने का स्थान है। अधिक जानकारी के लिए, https://www.leadershipconference.org.uk/पर जाएं।

पवित्र शास्त्र

दिन 3

इस योजना के बारें में

क्लेशों में परमेश्वर की वाणी सुनना

आप परमेश्वर की वाणी कैसे सुनते हैं? परमेश्वर विश्वव्यापी क्लेश में क्या कहते हैं? 4 दिवसीय योजना में,अल्फा के संस्थापक निक्की गम्बल सरल तरीके बताकर प्रारम्भ करते हैं जिससे उन्हें परमेश्वर की वाणी सुनने में मदद मिली।वह तीन मुख्य चुनौतियों को सामने रखते हैं जिनके सन्दर्भ में उन्हें लगा कि परमेश्वर हम से प्रतिक्रिया चाहते हैंः कलीसिया में अधिक एकता,सुसमाचार प्रसार को प्राथमिकता, और प्रतिदिन पवित्र आत्मा पर निर्भरता।

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हम इस योजना को प्रदान करने के लिए अल्फा को धन्यवाद देना चाहते हैं। अधिक जानकारी के लिये कृपया यहां देखें: https://www.leadershipconference.org.uk/