शांतिदाता बनेंनमूना
मेल रखने वाले बनें
आपको ज्यादा सोचना नहीं पड़ेगा की कौन से लोग इतिहास के पन्नों में शांति (मेल) को बढ़ावा देने वाले व्यक्तियों के रूप में पहचाने जाते हैं। जैसे -मार्टिन लूथर किंग जूनियर, मदर टेरेसा और नेल्सन मंडेला, महान साहस और दृढ़ता के लोग थे। लोग जो जानते थे कि परिवर्तन का दर्द उतना बुरा नहीं था जितना बिना बदलाव के रहने का दर्द था। जिन लोगों ने शांति के लिए मेहनत की और एक बदलाव लाये। इन लोगों ने नेतृत्व किया और उस रास्ते को तैयार किया जिसे हमें पालन करना चाहिए।
और अतीत में मीडिया ने कुछ लोगों को माइक्रोफोन दिए, आजकल सोशल मीडिया ने जनता को मेगाफोन दे दिए है। इससे हम मसीहों को, जो विश्वास करते हैं उसके लिए खड़े होने और सामूहिक अंतर बनाने के लिए हमारी सामूहिक आवाज का उपयोग करने की अनुमति देता है। सवाल यह है कि, हम क्या कह रहे हैं और वह अंतर क्या होगा?
यीशु ने जो कुछ भी किया वह मेल की ओर इशारा करता था। वास्तव में, पृथ्वी पर आने उनका मकसद ही मेल कराना था।
युहन्ना 8:1-11, जब शास्त्रियों ने एक स्त्री को पथरवा करना चाहा जिसने व्यवस्था का उलंघन किया था, तब यीशु ने मेल, क्षमा और जीवन जीने के नए तरीके को पेश किया।
वही शांति आज उपलब्ध है और आप उसे पा सकते है और हमें इसे दुनिया में फ़ैलाने के लिए बुलाया गया है। क्योंकि सच्चाई यह है कि यदि हम यीशु से मुलाकात करने के बाद भी मेल नहीं रख सके तो यह सच नहीं है। मेलमिलाप होना परमेश्वर को समर्पण करना भी है क्योंकि केवल परमेश्वर ही सच्ची शांति देते है।
हमें मेल कराने के लिए बुलाया गया हैं सिर्फ मेल रखने के लिए नहीं।
मेल रखने वाले लोग बातों को नज़रंदाज़ करके शांति बनाये रखना चाहते हैं, लेकिन मेल कराने वाले शांति को मेलमिलाप के द्वारा बल के स्थान से फिर से स्थापित करते हैं।
यीशु के राजदूतों और शांति के एजेंटों के रूप में, यह समय है कि हम कदम उठाएं और अपने समुदायों और शहरों में शांति बनाने के लिए व्यक्तिगत ज़िम्मेदारी लें। यह आसान नहीं होगा। इसके लिए एहसास, परिश्रम, दृढ़ता, और हमारे आराम क्षेत्र से बाहर निकलने की इच्छा और यीशु के समान बनें ताकि अन्य लोग उनके साथ भविष्य में कदम रख सकें। लेकिन यह इसके योग्य काम होगा!
मत्ती 5:9 में लिखा है, “धन्य हैं वे जो मेल कराते हैं! क्यूंकि वे परमेश्वर की संतान कहलायेंगे।
तो क्या आप मेल करने वाले बनने में खुश हैं?
आइए कुछ दिनों में विचार करें कि रोजमर्रा की जिंदगी में आपके लिए यह क्या मायने रखता है, और सीखें कि व्यावहारिक रूप से इसे अपने समुदाय, कार्यस्थल और आपके घर में कैसे क्रियान्वित किया जा सकता है।
पवित्र शास्त्र
इस योजना के बारें में
शांति प्रिय बनना सच्ची शांति की ओर नहीं ले जाता क्यूंकि शांति प्रिय शांति की ग़लत भावना प्रदान करते हैं, टालमटोल करने के द्वारा। हालांकि, एक विश्वासी के रूप में, आपके पास सच्ची शांति के साथ एक आत्मिक संबंध है, जो यीशु है। आप एक शांतिप्रिय हैं - तो आप एक पुल है अपने दोस्तों और परिवार, और यीशु के बीच! आपके पास संघर्ष को खत्म करने और लोगों को यीशु के साथ मिलाने की क्षमता है। आज हमारे शांतिदाता बाइबल योजना में इसके लिए युक्तियों की खोज करें।
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हम धन्यवाद् करते हैं yesHEis का, जिनके द्वारा यह योजना उपलब्ध की गयी है। अधिक जानकारी के लिए, कृपया इस साइट पे जाएं: https://in.yesheis.com/hi/