अ छा जीवन: सभी अ छ चीज म बढ़ोतर नमूना

अ छा जीवन: सभी अ छ चीज म बढ़ोतर

दिन 2 का 7


परमेAवर का परमपता के +प म’ सVमान करना परमेAवर को पव& कहा जाता है PयK:क वह पव& है। पव& के ;लए एक परभाषा "श?ु और (नदWष" है। परमेAवर म’ कोई दोष या अपूणत* ा नह!ं है। उसम’ कोई बुराई नह!ं है। कोई भी उसके नाम कK दोष या आरोप नह!ं लगा सकता। हर िIथ(त म’, िजसका हम जीवन म’ सामना करते ह9, हम ईAवर के नाम म’ शरण पा सकते ह9। जब हम अपने जीवन म’ ईAवर क5 तलाश करते ह9 और उसे मह व देते ह9, तो उसका वादा है :क हमारा जीवन फल!भूत होगा। ले:कन, यह असंभव है यद हम ईAवर का नाम त2ु छ या अ/य +प से लेते है। Xयथ* म’ ईAवर का नाम लेना अपमानजनक और बेकार है। ऐसा करने से, हम उसके नाम पर वAवास खो देते ह9, िजससे यह हमारे जीवन म’ बेकार, अ/भावी, और वाIतवक मYयू से रहत हो जाता ह9। जब हम Xयथ* म’ ईAवर का नाम /योग करते ह9, तो हमारे जीवन म’ उसके नाम क5 शिPत क5 कमी हो जाती है और यह इतना कम हो जाती है िजसका कोई मह व नह! रह जाता है। बाइZबल म’ सब जगह हम देकत े है :क हमसे उVमीद है :क हम अपने परमपता के नाम पर भरोसा कर’। ईAवर के नाम को :कसी उ[ेAय और आशय के ;लए /योग कर’। जब हम कभी कभी यह XयPत करते है :क हम उसे 7यार करते ह9 और उसके नाम क5 शिPत और अGधकार को पहचानते ह9, तब हम, न केवल उसे गौरवाि>वत करते ह9, विYक हम भी सशPत हो जाते है।
दिन 1दिन 3

इस योजना के बारें में

अ छा जीवन: सभी अ छ चीज म बढ़ोतर

हमारा परमपता हमारे जीवन को सर ीतु और हमारे दनो को बहुत आनंदत, उ पादक और फल!भूत बनाना चाहता है। वह हमारे जीवन के हर े& म’ सह! (नणय* लेने म’ हमार! मदद करना चाहता है। वह हमार! हर ज+रत (शार!रक, भावना मक, और आ-याि मक) को /दान करने के साथ-साथ हमार! सभी इ2छाओं को पूरा करने क5 इ2छा रखता है। 

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हम इस योजना को प्रदान करने के लिए Sandra Powell Sutton धन्यवाद देना चाहेंगे अधिक जानकारी के लिये कृपया यहां देखें: http://www.sandrapsutton.com