भजन संहिता 57:8-11
भजन संहिता 57:8-11 पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) (HINOVBSI)
हे मेरी आत्मा जाग जा! हे सारंगी और वीणा जाग जाओ! मैं भी पौ फटते ही जाग उठूँगा। हे प्रभु, मैं देश देश के लोगों के बीच तेरा धन्यवाद करूँगा; मैं राज्य राज्य के लोगों के बीच में तेरा भजन गाऊँगा। क्योंकि तेरी करुणा स्वर्ग तक बड़ी है, और तेरी सच्चाई आकाशमण्डल तक पहुँचती है। हे परमेश्वर, तू स्वर्ग के ऊपर अति महान् है! तेरी महिमा सारी पृथ्वी के ऊपर फैल जाए!
भजन संहिता 57:8-11 पवित्र बाइबल (HERV)
मेरे मन खड़े हो! ओ सितारों और वीणाओं! बजना प्रारम्भ करो। आओ, हम मिलकर प्रभात को जगायें। हे मेरे स्वमी, हर किसी के लिए, मैं तेरा यश गाता हूँ। मैं तेरी यश गाथा हर किसी राष्ट्र को सुनाता हूँ। तेरा सच्चा प्रेम अम्बर के सर्वोच्च मेघों से भी ऊँचा है। परमेश्वर महान है, आकाश से ऊँची, उसकी महिमा धरती पर छा जाये।
भजन संहिता 57:8-11 पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) (HINCLBSI)
जाग, ओ मेरे प्राण ! जागो, ओ वीणा और सितार! मैं प्रभात को जगा दूंगा। ओ स्वामी, मैं देश-देश में तेरी सराहना करूँगा; राष्ट्रों के मध्य मैं तेरी स्तुति गाऊंगा। तेरी करुणा स्वर्ग तक महान है; और तेरा सत्य मेघों तक। हे परमेश्वर, स्वर्ग पर अपनी महानता प्रकट कर; समस्त पृथ्वी पर तेरी महिमा व्याप्त हो!
भजन संहिता 57:8-11 Hindi Holy Bible (HHBD)
हे मेरी आत्मा जाग जा! हे सारंगी और वीणा जाग जाओ। मैं भी पौ फटते ही जाग उठूंगा। हे प्रभु, मैं देश के लोगों के बीच तेरा धन्यवाद करूंगा; मैं राज्य राज्य के लोगों के बीच में तेरा भजन गाऊंगा। क्योंकि तेरी करूणा स्वर्ग तक बड़ी है, और तेरी सच्चाई आकाशमण्डल तक पहुंचती है॥ हे परमेश्वर, तू स्वर्ग के ऊपर अति महान है! तेरी महिमा सारी पृथ्वी के ऊपर फैल जाए!
भजन संहिता 57:8-11 इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 (IRVHIN)
हे मेरे मन जाग जा! हे सारंगी और वीणा जाग जाओ; मैं भी पौ फटते ही जाग उठूँगा। हे प्रभु, मैं देश-देश के लोगों के बीच तेरा धन्यवाद करूँगा; मैं राज्य-राज्य के लोगों के बीच में तेरा भजन गाऊँगा। क्योंकि तेरी करुणा स्वर्ग तक बड़ी है, और तेरी सच्चाई आकाशमण्डल तक पहुँचती है। हे परमेश्वर, तू स्वर्ग के ऊपर अति महान है! तेरी महिमा सारी पृथ्वी के ऊपर फैल जाए!
भजन संहिता 57:8-11 सरल हिन्दी बाइबल (HSS)
मेरी आत्मा, जागो! नेबेल और किन्नोर जागो! मैं उषःकाल को जागृत करूंगा. प्रभु, मैं लोगों के मध्य आपका आभार व्यक्त करूंगा; राष्ट्रों के मघ्य मैं आपका स्तवन करूंगा. क्योंकि आपका करुणा-प्रेम आकाश से भी महान है; आपकी सच्चाई अंतरीक्ष तक जा पहुंचती है. परमेश्वर, आप सर्वोच्च स्वर्ग में बसे हैं; आपका तेज समस्त पृथ्वी को भयभीत करें.