भजन संहिता 103:2-5
भजन संहिता 103:2-5 पवित्र बाइबल (HERV)
हे मेरी आत्मा, यहोवा को धन्य कह और मत भूल की वह सचमुच कृपालु है! उन सब पापों के लिये परमेश्वर हमको क्षमा करता है जिनको हम करते हैं। हमारी सब व्याधि को वह ठीक करता है। परमेश्वर हमारे प्राण को कब्र से बचाता है, और वह हमे प्रेम और करुणा देता है। परमेश्वर हमें भरपूर उत्तम वस्तुएँ देता है। वह हमें फिर उकाब सा युवा करता है।
भजन संहिता 103:2-5 पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI) (HINCLBSI)
ओ मेरे प्राण, उस प्रभु को धन्य कह, और उसके समस्त उपकारों को न भूल, जो तेरे सब अधर्म को क्षमा करता है, जो तेरे समस्त रोगों को स्वस्थ करता है, जो तेरे जीवन को कबर से मुक्त करता है, जो तुझे करुणा और अनुकम्पा से सुशोभित करता है, जो जीवन भर तुझे भली वस्तुओं से तृप्त करता है, जिससे तेरा यौवन गरुड़ के सदृश गतिवान हो जाता है।
भजन संहिता 103:2-5 Hindi Holy Bible (HHBD)
हे मेरे मन, यहोवा को धन्य कह, और उसके किसी उपकार को न भूलना। वही तो तेरे सब अधर्म को क्षमा करता, और तेरे सब रोगों को चंगा करता है, वही तो तेरे प्राण को नाश होने से बचा लेता है, और तेरे सिर पर करूणा और दया का मुकुट बान्धता है, वही तो तेरी लालसा को उत्तम पदार्थों से तृप्त करता है, जिस से तेरी जवानी उकाब की नाईं नई हो जाती है॥
भजन संहिता 103:2-5 पवित्र बाइबिल OV (Re-edited) Bible (BSI) (HINOVBSI)
हे मेरे मन, यहोवा को धन्य कह, और उसके किसी उपकार को न भूलना। वही तो तेरे सब अधर्म को क्षमा करता, और तेरे सब रोगों को चंगा करता है, वही तो तेरे प्राण को नष्ट होने से बचा लेता है, और तेरे सिर पर करुणा और दया का मुकुट बाँधता है, वही तो तेरी लालसा को उत्तम पदार्थों से तृप्त करता है, जिस से तेरी जवानी उकाब के समान नई हो जाती है।
भजन संहिता 103:2-5 इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019 (IRVHIN)
हे मेरे मन, यहोवा को धन्य कह, और उसके किसी उपकार को न भूलना। वही तो तेरे सब अधर्म को क्षमा करता, और तेरे सब रोगों को चंगा करता है, वही तो तेरे प्राण को नाश होने से बचा लेता है, और तेरे सिर पर करुणा और दया का मुकुट बाँधता है, वही तो तेरी लालसा को उत्तम पदार्थों से तृप्त करता है, जिससे तेरी जवानी उकाब के समान नई हो जाती है।
भजन संहिता 103:2-5 सरल हिन्दी बाइबल (HSS)
मेरे प्राण, याहवेह का स्तवन करो, उनके किसी भी उपकार को न भूलो. वह तेरे सब अपराध क्षमा करते तथा तेरे सब रोग को चंगा करते हैं. वही तेरे जीवन को गड्ढे से छुड़ा लेते हैं तथा तुझे करुणा-प्रेम एवं मनोहरता से सुशोभित करते हैं. वह तेरी अभिलाषाओं को मात्र उत्कृष्ट वस्तुओं से ही तृप्त करते हैं, जिसके परिणामस्वरूप तेरी जवानी गरुड़-समान नई हो जाती है.